एसबीआई जनरल ने ग्रामीण समुदाय को आंखों की बेहतर देखभाल मुहैया कराने के लिए तीन मोबाइल आफ्थैल्मिक वैन दान दीं
पुणे महाराष्ट्र: भारत की प्रमुख जनरल इंश्योरेंस कंपनियों में से एक एसबीआई जनरल, ने जरूरतमंद लोगों को टाली जा सकने वाली नेत्रहीनता और दृष्टिहीनता से छुटकारा दिलाने के लिए प्रतिबद्ध गैर-लाभकारी संगठन मिशन फॉर विजन के साथ साझेदारी की है। इस साझेदारी का उद्देश्य महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, बिहार और सिक्किम के गांवों में रहने वाले लोगों को आंखों की देखभाल की मूलभूत सुविधाएं प्रदान करना है। एसबीआई जनरल ने इस पहल के लिए तीन मोबाइल ऑफ्थैल्मिक वैन दान में देकर अपना सहयोग बढ़ाया है। पुणे में आज पहली मोबाइल ऑफ्थैल्मिक वैन को हरी झंडी दिखाकर महाराष्ट्र के समुदायों को आंखों की देखभाल की सुविधाएं देने की शुरुआत की गई।
एसबीआई जनरल के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर श्री आनंद पेजावर, हेल्थ बिजनेस के प्रमुख श्री श्रीराज देशपांडे, एसबीआई जनरल में ब्रांड, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन और सीएसआर की प्रमुख सुश्री शेफाली खालसा, मिशन फॉर विजन की सीईओ सुश्री एलिजाबेथ कुरियन और पीबीएमए एचवी देसाई आई हॉस्पिटल के कार्यकारी निदेशक श्री परवेज बिलिमोरिया की मौजूदगी में पहली मोबाइल ऑफ्थैल्मिक वैन को रवाना किया गया।
एसबीआई जनरल, मिशन फॉर विजन, पीबीएमए एचवी देसाई आई हॉस्पिटल, सिलिगुड़ी ग्रेटर लॉयंस आई हॉस्पिटल और सुंदरबन सामाजिक विकास केंद्र ने खासतौर से ग्रामीणों को आंखों की संपूर्ण और गुणवत्तापूर्ण देखभाल की सुविधाएं देने के उद्देश्य से इस कार्यक्रम में साझेदारी की है। महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, सिक्किम और बिहार के दूरदराज के गांवों में रहने वाले लोगों को आंखों की संपूर्ण देखभाल की सुविधाएं प्रदान करने के लिए इन मोबाइल ऑफ्थैल्मिक वैन का प्रयोग किया जाएगा। मोबाइल ऑफ्थैल्मिक वैन मोतियाबिंद, दृष्टि संबंधी दोषों और आंखों के पिछले पर्दे या पारदर्शी झिल्ली (रेटिना) में गड़बड़ी की पहचान के लिए आंखों को टेस्ट करने के सभी उपकरणों से लैस है।
एसबीआई जनरल इंश्योरेंस के डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर श्री आनंद पेजावर ने कहा, “एसबीआई जनरल में हम सहकारी समाजिक दायित्व को निभाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमारा उद्देश्य जनहित की कई परियोजनाओं के माध्यम से ज्यादा से ज्यादा लोगों को इस सुविधा का लाभ देना है। कंपनी का जिन क्षेत्रों की ओर सबसे ज्यादा ध्यान है, उसमें स्वास्थ्य रक्षा प्रमुख है। हम आई क्लिनिक यूनिट के माध्यम से इस मकसद के लिए अपना योगदान देकर बेहद खुश हैं। इसके साथ ही हमें काफी प्रसन्न हैं कि महाराष्ट्र, बिहार, पश्चिम बंगाल और सिक्किम के गांवों में रहने वालों को.