भारत और एशिया की हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री के लिए कलीनरी आईडी बनेगा आधार कार्ड
कलीनरी आईडी से होगी उद्योगों की नींव मजबूत .
गुणवत्ता और सुरक्षा में अहम बेंचमार्क होगा कलीनरी आईडी.
पुणे : पुणे के अकोही (ACOHI) एशिया मुख्यालय से भारत के हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री में कलीनरी आईडी मूवमेंट शुरू हुई है. जिसे हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की विशेष सुरक्षा की प्रक्रिया कहा जा सकता है. अकोही (ACOHI) के अध्यक्ष डॉ. सानी अवसरमल ने पुणे में अकोही (एशियन कंट्रीज चैंबर ऑफ हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री) में आयोजित राष्ट्रीय प्रेस कॉन्फ्रेंस में कलीनरी आईडी सर्टीफिकेशन की घोषणा की.
कलीनरी आईडी केवल हॉस्पिटैलिटी इंडस्ट्री की विशेष श्रेणियों , विशेषज्ञों, उत्पादों को दी जाती है, जिसमें एक वर्ष का प्रावधान होता है और उससे संबंधित दस्तावेज और प्रक्रियाएं होती है. यह आईडी पाने के लिए हर ब्रांड को हर साल इस प्रक्रिया से गुजरना पड़ता है. दस्तावेज जांच और कागजी कार्रवाई के पूरा होने पर, शहर, राज्य, राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कलीनरी आईडी प्रदान की जाती है. इसे हॉस्पिटैलिटी उद्योग में किसी भी ब्रांड के लिए सबसे प्रतिष्ठित माना जाता है.
कलीनरी आइडी लिस्टिंग (2022) एशिया की ऐसी प्रक्रिया है जिसमें किसी व्यक्ति, ब्रांड या कंपनी की पृष्ठभूमि ,सुविधाओं , सत्यापन की जांच की जाती है. पहले, यह पद्धति उपलब्ध नहीं थी या बहुत अधिक शोध, जानकारी, पृष्ठभूमि की कमी के कारण, अक्सर गलत विक्रेता, लोग और उत्पाद उद्योगों की सेवा कर रहे थे, जिसके चलते पहले कई नकारात्मक परिणाम हुए थे. कलनरी आईडी और लिस्टिंग प्रक्रिया उद्योग की रीढ़ को मजबूत करेगी और इस अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया के माध्यम से सबसे आवश्यक उत्पादों और विक्रेताओं को महत्व मिलेगा. यह प्रक्रिया उद्योगों की आवश्यक सुरक्षा और गुणवत्ता के लिए एक विशेष बेंचमार्क बन रही है.
अकोही (ACOHI) के अध्यक्ष डॉ. सानी अवसरमल का कहना है कि कलीनरी आईडी और लिस्टिंग प्रक्रिया हॉस्पिटैलिटी उद्योग की रीढ़ को मजबूत करेगी. इस अंतरराष्ट्रीय प्रक्रिया के माध्यम से सबसे महत्वपूर्ण उत्पादों और विक्रेताओं को महत्व, गुणवत्ता और पहचान मिलेगी. इस प्रक्रिया से भारत और एशिया के हॉस्पिटैलिटी उद्योगों को आवश्यक सुरक्षा, व्यापकता और गुणवत्ता प्रदान होगी, जो की एक बेंचमार्क बनेगा.
आनेवाले समय में अकोही भारत के हॉस्पिटैलिटी उद्योग और दुनिया के लिए सबसे सुरक्षित, गुणवत्ता वाली प्रीमियम जल आपूर्ति लाएगा. जिससे की भारतीयों और यहां रहने वाले अन्य लोगों को सुरक्षित पानी के स्वास्थ्य लाभ मिलेंगे. भारत में स्टार रेटेड होटलों से लेकर स्ट्रीट फूड के ग्राहकों के लिए यह तरीका सबसे कारगर और स्वास्थ्य पूर्ण साबित होगा. मानव शरीर में 70% पानी होता है, जो की सबसे आवश्यक तत्व है, फिर भी इस महत्वपूर्ण तत्व को आज भी नजरअंदाज किया जाता है. दूषित पानी के कारण पुरानी बीमारियों में बढोतरी, कम इम्युनिटी के साथ ही कई स्वास्थ्य समस्याएं होती है.
अकोही (ACOHI) अल्कालाईन मूवमेंट भारत में वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ शुरू की गई है, जिससे भविष्य में भारत की जल योग्यता परीक्षण प्रक्रिया में बड़े बदलाव होंगे,साथ ही दुनियाभर में भी इसे अपनाए जाने की उम्मीद है. यह दृष्टीकोण मेक इन इंडिया अभियान , उपभोक्ता स्वास्थ्य और सुरक्षा की आवश्यकता के अनुरूप है. फलों, अनाजों और सब्जियों को धोने और साफ करने से लेकर खाना पकाने की प्रक्रिया तक हर चीज में अल्कलाईन मूवमेंट से उम्दा परिवर्तन आने की उम्मीद है.
इससे 5 स्टार होटलों के किचन से लेकर अन्य कैटेगरी के होटलों में बड़े बदलाव होंगे. आज दुनिया भर में खानपान में इस्तेमाल योग्य पानी के उपयोग की उपेक्षा की जाती है. सब्जियां , अनाज, खानपान की चीजें आदि धोने के लिए 11.5 पीएचवाले पानी की आवश्यकता होती है और खाना पकाने के लिए 9 पीएचवाले पानी की आवश्यकता होती है, जो की खाने के मूल पोषक तत्वों को संरक्षित रखता है और कीटनाशकों के हानिकारक प्रभावों को भी समाप्त करता है. भारत आज उपभोक्ता सुरक्षा के लिए अल्कलाईन प्रोटोकॉल अपनाने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है.
शशिधर अय्यर फाउंडर और सीईओ पेनेशिया एचटूओ गोल्ड 444777 ने कहा कि, “हमें 2022 में अकोही द्वारा सबसे प्रीमियम और प्रतिष्ठित कलिनरी आईडी-नेशनल मिला है, जिसकी हमें बेहद खुशी है. हम और हमारी पूरी टीम का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय विशेषज्ञता और हमारे विशेष उत्पादों के साथ हम इस क्षेत्र की मुख्य अवधारणा में परिवर्तन लाने के कार्य में सफल होंगे, इन उत्पादों को हमने टेक्नो बेस मॉलिक्यूलर हाइड्रोजन स्टडीज, एनर्जी फ्रीक्वेंसी, टेक्नोलॉजी और रिसर्च द्वारा स्वास्थ्य हेतु तैयार किया है. अल्कलाईन वॉटर का इस्तेमाल व्यक्तिगत देखभाल, त्वचा, स्वास्थ्य और अच्छी जीवन शैली के लिए किया जा सकता है, जो प्रतिरक्षा को बढ़ाता है. यह पानी प्राकृतिक,भरोसेमंद, स्वच्छ, शुद्ध है , जो की कच्चे मांस, फलों और सब्जियों के रसायनों, कीटनाशकों और विभिन्न बैक्टीरिया को हटाने में मदद करता है, साथ ही खाने की ताजगी, पौष्टिकता, सुगंध, स्वाद को बरकरार रखता है. “