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माईर्स एमआईटी के संस्थापक विश्वस्त तथा प्रसिद्ध सर्जन डॉ. सुरेश घैसास का निधन

माईर्स एमआईटी के संस्थापक विश्वस्त तथा
प्रसिद्ध सर्जन डॉ. सुरेश घैसास का निधन

पुणे : शहर के जाने माने ईएनटी सर्जन और माईर्स एमआईटी के संस्थापक विश्वस्त तथा पूर्व अध्यक्ष डॉ. सुरेश गोविंद घैसास का अल्पशा बीमारी के चलते निधन हो गया. वे ८४ वर्ष के थे. अपने पीछे पत्नी, पुत्र एवं पोते पोतियां ऐसा भरापूरा परिवार छोड वे चले गए.
डॉ. घैसास ने स्कूली शिक्षा पुणे के नूतन मराठी विद्यालय से की और एमबीबीएस की डिग्री पुणे के बीजे मेडिकल कॉलेज से हासिल की है. इसके बाद ईएनटी में स्नातकोत्तर की पढाई पूरी की. जर्मनी में टुबिरगन विश्वविद्यालय में कान की सर्जरी का अध्ययन पूर्ण किया. बाद में पुणे के डेक्कन जिमखाना में ईएनटी क्लिनिक शुरू किया. मिलनसार स्वभाव और बेहतरीन चिकित्स के रुपमें वे पहचाने जाने लगे.
उन्होंने बहरेपन की सर्जरी पर कई शोध पत्र लिखे. पुणे मनपा के कमला नेहरू अस्पताल में ईएनटी विभाग के प्रमुख पद पर २५ वर्ष तथा धोंडुमामा साठे मेडिकल कॉलेज में बतौर प्रोफेसर के रुप में ३० सालों तक कार्य किया. वे पुणे तथा महाराष्ट्र कान, नाक गला विशेषज्ञ डॉक्टरों के असोसिएन के अध्यक्ष थे.
१९९० में लातूर में माईर्स एमआईटी का एमआईएमएसआर मेडिकल कॉलेज की स्थापना में उनका महत्वपूर्ण योगदान था. तलेगाव के माइमर मेडिकल कॉलेज में ३० वर्षो तक सेवा प्रदान करते हुए महाविद्यालय के समग्र विकास में अमूल्य सेवा प्रदान की.
डॉ. घैसास, विश्व प्रसिद्ध माईर्स एमआईटी शिक्षण संस्था के संस्थापक विश्वस्त थे. कुछ समय तक वे संस्था के अध्यक्ष थे. इस संस्था को १६ एकड जमीन कोई मूल्य लिए बिना प्रा.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड को सौपी. आज उन्हीं के योगदान से एवं सक्रीय भागीदारी से माईर्स एमआईटी शिक्षा संस्था आगे बढती जा रही है.
डॉ.सुरेश घैसास बहुत ही निर्मल मन और मिलनसार स्वभाव के थे. उन्होंने हजारों मरिजों को मुफ्त सेवाएं दी और कई जरूरतमंद तथा गरीब लोगों की जिंदगी बदल दी.
हमेशा चेहरे पर मुस्कान और शुद्ध भावना के साथ वे रहते थे. उनके अचानक चले जाने से संगठन को अपूरणीय क्षति पहुंची हैै. उनकी आत्मा को शांति मिले, यह भावना माईर्स एमआईटी के संस्थापक प्रो.डॉ. विश्वनाथ दा. कराड ने व्यक्त की.

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