धर्मेंद्र पांडेय की रिपोर्ट :
छात्रवृति राशि मे संसोधन की मांग को लेकर दरभंगा मेडिकल कालेज के जूनियर डॉक्टर हड़ताल पर चले गए है । जूनियर डॉक्टर के हड़ताल पर जाने से आपातकालीन सेवा से लेकर ओपीडी सेवा पूरी तरह खुद को अलग कर लिया है जिसको लेकर अस्पताल की व्यवस्था चरमरा सा गया है । दरभंगा जिला ही नहीं अगल बगल के जिले से इलाज के लिए दरभंगा DMCH अस्पताल पहुँच रहे मरीज़ों की परेशानी बढ़ गई है वे बिना इलाज़ कराए निराश लौट रहे है । जूनियर डॉक्टर मांग पूरी नहीं होने तक अपने आपको सेवा देने से अलग बताते हुए अपने हक के लिए आवाज बुलंद भी किया ।
हड़ताल पर गए डॉक्टर ने बताया कि सरकार एक ही तरह के कंपटीशन फेस कर डॉक्टर की पढ़ाई करनेवालों छात्रों को अलग अलग तरह से छात्रवृति देती है साथ ही प्रत्येक तीन साल पर इसमें संशोधन भी किया जाता है लेकिन समय पूरा होने के बाद भी सरकार के तरफ से ऐसा नही किया गया जबकि कई बार इस मामले को लेकर बिहार के स्वास्थ्य मंत्री के सामने अपनी बात रख चुके है । जब कोई रास्ता नही बचा तब खुद को काम से अलग किया हु ।
वही इलाज करवाने आये मरीजों की परेशानी बढ़ी हुई है लोग ओपीडी बंद होने के कारन निराश हो रहे है वही गरीब मरीजों के सामने खुद का इलाज करवाना भी कठिन बन गया है उन्हें समझ नहीं आ रहा की क्या करे। मरीजों का गुस्सा सरकार पर भी है की आये दिन डॉक्टर की हड़ताल से गरीब को ही परेशानी उठानी पद रही है।