रीगा अंचल क्षेत्र के घूसखोर राजस्व कर्मचारी जयप्रकाश के घूसखोरी के वीडियो का C.D रीगा अंचल पदाधिकारी को उपलब्ध कराने के बावजूद भी करवाई में विलंब क्यों
किया जा रहा है आपको बताते चलें कि पिछले 31/5/2022 को रीगा अंचल क्षेत्र के राजस्व कर्मचारी जयप्रकाश ने रमेश पुर्बे के दाखिल खारिज करने के लिए ₹5000 की रिश्वत मांग की थी कर्मचारी को रंगे हाथों पकड़े जाने के लिए रमेश पुर्वे ने पत्रकार विकेश कुमार पुर्वे को बुलाकर स्टिंग ऑपरेशन करवा दिया था जब प्रमुखता से विशाल समाचार में खबर छपी तो संबंधित अधिकारी में हड़कंप मच गया लेकिन घूसखोर राज्य कर्मचारी जयप्रकाश का तालुका बीजेपी के बड़ीऐ कार्यकर्ता तथा सीतामढ़ी सदर अनुमंडल के बडीऐ अधिकारी से होने की वजह से करवाई में विलंब किया जा रहा है जबकि रीगा अंचल मुख्यालय से कोसों दूर खोले गए प्राइवेट मकान में राजस्व कर्मचारी के कार्यालय को सीतामढ़ी जिला अधिकारी के आदेश पर रीगा अंचल में शिफ्ट कर लिया गया है सीतामढ़ी के दीपक स्टोर गली में प्राइवेट मकान में कार्यालय खोलकर राजस्व कर्मचारी जयप्रकाश द्वारा ताला बंद कर मनमौजी तरीके से काम किया जाता था जो उनकी डिमांड को स्वीकार करता था पैसे लेकर आता था उनको ताला खोलकर अंदर बुलाया जाता था बाकी लोगों को बाहर धूप में खड़े होने पर विवश कर देते थे यहां तक कि महिला को भी धूप में खड़े करवा देते थे इसी कर्मचारी के घुस लेने देने का वीडियो जब पत्रकार द्वारा बनाया गया तो उनके साथ दुर्व्यवहार किया गया साथी अपने ऑफिस में अवैध तरीके से रखे गए स्टाफ से हरिजन एक्ट से केस करवाने की धमकी दी
इस मामले में रीगा अंचलाधिकारी द्वारा भी साक्ष्य उपलब्ध करवाने के लिए विकेश कुमार पूर्वे को 11/6/2022 नोटिस दिया गया जब नोटिस के आलोक C.D कैसेट तथा लिखित जवाब देनेविकेश कुमार पूर्वे रीगा C.O कार्यालय पहुंचे तो कई दिनों तक अंचला अधिकारी द्वारा चक्कर लगाया गया साथ ही अंचलाधिकारी द्वारा घूसखोर राजस्व कर्मचारी के ऑफिस में कैमरा लगे हुए की दावा किया जा रहा था जब जब उस कैमरे की फुटेज पत्रकार द्वारा मांगा गया तो रिगा अंचलाधिकारी द्वारा बताया गया कि वह कैमरा सरकारी पैसे से नहीं राजस्व कर्मचारी अपने पैसों से लगवाया था अपनी सुरक्षा के लिए इसलिए आपको फुटेज नहीं दे सकते जब विकेश कुमार पूर्वे बीते शनिवार को अंचलाधिकारी के कार्यालय में C.D और जवाब दे कर बाहर निकले तो रीगा अंचल कैंपस में चार पांच लोग उन्हें घेर लिया और राज्य राजस्व कर्मचारी जयप्रकाश को अपने रिश्तेदार बताते हुए दिए गए C.D कैसत तथा जवाब को आपस लेने की दबाव बनाने लगे
इस मामले को लेकर पत्रकार विकेश कुमार पूर्व में भी सदर SDM से मिले थे साथी घूसखोरी से पीड़ित रमेश पूर्वे ने भी एक लिखित आवेदन एसडीएम कार्यालय में जमा किया इसके बावजूद भी करवाई में विलंब से ऐसे घूसखोर राजस्व कर्मचारी को उच्च अधिकारियों की तरफ से संरक्षण मिल रहा है।
प्रशासन इस अधिकारी की आयु से अधिक संपत्ति की जांच सीबीआई,ईडी द्वारा गहनता से तुंरत कराई जायें।
अंदेशा लग रहा इ कि कोई बडा धमाका निकले इसी हम बिहार सरकार और जिला प्रशासन तुरंत जांच करे