सम्भावित बाढ़ से निपटने के लिए गत वर्ष के अनुभवों के आधार पर कार्य योजना बनाकर उपलब्ध कराये-जिलाधिकारी
इटावा यूपी: सम्भावित बाढ़ से निपटने के लिए गत वर्ष के अनुभवों के आधार पर कार्य योजना बनाकर उपलब्ध कराये जाने, बाढ़ चैकियां स्थापित कर कार्मिकों की डियूटी लगाये जाने, कन्ट्रोल रूम स्थापित किये जाने, नावों एवं नाविकों का चिन्हीकरण किये जाने, विशेष अभियान चलाकर पशुओं का टीकाकरण कराये जाने, पशुओं के लिए चारे, भूसे आदि की व्यवस्था अभी से किये जाने के निर्देश दिये।
उक्त निर्देश जिलाधिकारी अवनीश राय ने कलक्टेट सभागार में आयोजित सम्भावित बाढ़ को दृष्टिगत स्टीयरिंग गु्रप कमेटी की बैठक में दिये। उन्होंने कहा कि सम्भावित बाढ को दृष्टिगत रखते हुए राहत एवं बचाव कार्य से जुडे़ सभी सम्बन्धित अधिकारी अपनी-अपनी कार्य योजना विगत वर्षा में आयी बाढ़ के अनुभव के आधार पर तैयार कर लें ताकि यदि जिले में अचानक बाढ़ आ जाती है तो तत्काल बाढ़ पीडि़तों को राहत एवं सहायता प्रदान की जा सके।
उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में आयी बाढ़ के अनुभव के आधार पर कितने गॉवों बाढ़ से प्रभावित हुए थे, सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उन गांवों में राहत एवं बचाव कार्य के लिए अभी से पूरी चाक-चैबन्द तैयारी कर ली जाए। ताकि बाढ़ की समस्या आने पर तत्काल बाढ़ पीडि़तों की सहायता करके उन्हें सुनिश्चित किया जा सके। उन्होंने कहा कि आपदा के दौरान सभी अधिकारी टीम भावना के साथ कार्य करके बाढ़ पीडि़तों की मदद करेंगें।
जिलाधिकारी ने कहा कि राहत एवं बचाव कार्य से जुड़े सभी सम्बन्धित अधिकारी इसको ध्यान में रखते हुए विभागीय कार्य योजना बनाकर उपलब्ध करायी जाये। उन्होने सभी उप जिलाधिकारियों से कहा कि बाढ से प्रभावित होने वाले गॉव में राहत शिविर की स्थापना अधिकारियो-कर्मचारियों की तैनाती नाव एवं नाविकों की सूची ब्लाक एवं ग्राम आपदा प्रबन्धन समिति का गठन, जीवनरक्षक उपकरण, आदि की व्यवस्था सुनिश्चित की जाये
उन्होने विद्युत विभाग के अभियन्ताओं को निर्देश दिया कि बाढ क्षेत्र में बिजली के खम्भे एवं तारों को मजबूत करें। बाढ़ आने की स्थिति में विद्युत आपूर्ति की वैकल्पिक व्यवस्था भी करें।
उन्होने राहत वितरण/खाद्यान्न सामाग्री का पैकेट आदि वितरण के सम्बन्ध में व्यवस्थाएं अभी से सुनिश्चित की जाएं। उन्होने कहा कि सभी बाढ़ चैकियों पर स्वास्थ्य टीम की व्यवस्था के साथ-साथ बरसात के दिनों में होने वाली संक्रामक बीमारियों से बचाव हेतु व्यवस्थाओं को चुस्त-दुरूस्त रखा जाए। सम्भावित बाढ़ को देखते हुए पशुओं को चारे की कोई दिक्कत न होने पाये, इसके लिए भूसा, चारे की अभी से व्यवस्थाएं की जाऐं तथा पशुओं को बरसात के दिनों में होने वाली बीमारियों के बचाव हेतु शत-प्रतिशत टीकाकरण कराने हेतु मुख्य पशुचिकित्साधिकारी को निर्देश दिया।
उन्होने कहा कि जिले के सम्भावित बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के ऐसे गाँव जहां गत वर्ष में बाढ़ आयी थी इसके अतिरिक्त इसके समीपवर्ती प्रभावित होने वाले गांवों में निवास करने वाले व्यक्तियों तियों की सूची बनायी जाए, ताकि सम्भावित आपदा आने के दौरान पहले ही उनके नम्बर पर सन्देश भेज कर अलर्ट कर दिया जायेगा। जिले के विद्यालयों में स्थापित शौचालयों एवं पेयजल के लिए स्थापित हेण्डपम्प वाले स्थलों की साफ-सफाई करायी जाए। उन्होंने नगर निकायों के अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिये हैं कि उनके यहां जो पेयजल हेतु टैंकर है उनकी बेहतर ढंग से साफ-सफाई कराई जाये।
इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी संतोष राय, अपर जिलाधिकारी वि०रा० जय प्रकाश, समस्त उप जिलाधिकारी, मुख्य चिकित्साधिकारी डा० भगवानदास, जिला विकास अधिकारी दीन दयाल, जिला पंचायत राज अधिकारी बनवारी सिंह, जिला पूर्ति अधिकारी सीमा त्रिपाठी सहित विभिन्न विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।