सरकारी अस्पतालों के डाक्टरों पर छाई रही रविवार की खुमारी 17-56-25
फतेहपुर: सोमवार की सुबह साढ़े आठ बजे तक ज्यादातर पीएचसी, सीएचसी और स्वास्थ्य केंद्रों पर डॉक्टर नहीं पहुंचे। ओपीडी शुरू होने का समय सुबह आठ बजे से है। डॉक्टरों के समय से न आने के कारण मरीज कराहते हुए इधर-उधर भटकते रहे। डॉक्टरों के आने या न आने के बारे में बताने वाला कोई नहीं था।
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र में सुबह 8:30 बजे डॉक्टर नहीं मिले। यह हालात यहां सप्ताह में पांच दिन रहते हैं। डॉक्टर अक्सर गायब रहते हैं। सोमवार को फार्मासिस्ट समय से पहुंचे और अपना काम करते हुए मिले। स्टाफ का जवाब रहा कि डॉक्टर विभागीय काम से मुख्यालय गए हैं।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में 8:15 बजे डॉक्टर अपने कमरे में नहीं मिले। यहां कुर्सी खाली पड़ी मिली। स्टाफ ने बताया कि ओपीडी आठ बजे से नहीं 10 बजे से चलती है। डॉक्टर साहब 10:30 बजे तक आ जाते हैं।
सुबह खागा के हरदो सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टर का कमरा बंद मिला। हालांकि यह बताया गया कि वह इमरजेंसी केस में आए थे। फिर फ्रेश होने के लिए गए हैं। दवा वितरण कक्ष खुला था। फार्मासिस्ट व अन्य कर्मचारी काम कर रहे थे। अधीक्षक डॉ. शिवशंकर सिंह का कमरा भी बंद मिला।
नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र औंग में डॉक्टर की कुर्सी पर फार्मासिस्ट अवधेश कुमार बैठे मिले। टेलीमेडिसन कक्ष में ऑपरेटर श्वेता देवी मौजूद थीं। फार्मासिस्ट के कक्ष में वार्ड ब्वॉय राजेश शर्मा काम करते मिले। पैथालॉजी बंद मिली।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अमौली में सुबह आठ बजे से मरीज डॉक्टरों का इंतजार करते रहे। डॉ. श्याम व अभिषेक नौ बजे पहुंचे। डॉ. पुष्कर कटियार प्रयागराज ट्रेनिंग के लिए गए हुए थे। यहां सीबीसी मशीन बंद है। एक्सरे मशीन आ चुकी है, लेकिन दो साल से शुरुआत नहीं हुई है।
नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र छिछनी में सुबह 10 बजे तक ताला लटका मिला। न तो यहां पर डॉक्टर पहुंचे और न ही कोई कर्मचारी। छिछनी गांव के राजन शुक्ला ने बताया कि अस्पताल 11 बजे से पहले कभी नहीं खुलता है।
ओपीडी का समय सुबह आठ से दोपहर दो बजे तक का है। टीकाकरण के चक्कर में इन दिनों डॉक्टरों के पास काम की अधिकता है। इसलिए डॉक्टर सुबह 10 बजे के बाद ही पहुंच पाते हैं। वह शाम को चार बजे तक मरीज देखकर समय की भरपाई कर देते हैं।
– डॉ. सुुनील भारतीय, सीएमओ
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सभी जिलों में ओपीडी आठ बजे से चलती है तो फतेहपुर में 10 बजे से चलना अव्यवहारिक है। इस संबंध में सीएमओ से जवाब तलब किया जाएगा। मंडल स्तर से अधिकारी भेजकर स्वास्थ्य सेवाओं की पड़ताल