वृद्धजन दिवस पर लक्ष्मणबाग में किया गया बुजुर्गों को सम्मानित
वृद्धजनों की सेवा करने से ज्ञान, समृद्धि तथा संतोष प्राप्त होता है – कलेक्टर
वृद्धाश्रम सभ्य समाज के लिए कलंक जैसा है – कलेक्टर
रीवा : विश्व वृद्धजन दिवस जिले भर में मनाया गया। शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में वृद्धजनों के कल्याण और सम्मान के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए गए। जिला स्तरीय कार्यक्रम लक्ष्मणबाग मंदिर परिसर में जिला प्रशासन तथा स्वयंसेवी संस्थाओं एवं बैंक के सहयोग से आयोजित किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ कलेक्टर मनोज पुष्प ने वृद्धजनों से दीप प्रज्ज्वलित करके कराया। इस अवसर पर कलेक्टर ने कहा कि वृद्धजनों की सेवा करने से उनके अनुभव का ज्ञान तथा आशीर्वाद से समृद्धि और सेवा का संतोष मिलता है। वृद्धजन हमारे परिवार और समाज के सच्चे मार्गदर्शक तथा शुभचिंतक हैं। आधुनिकता की भागदौड़ और विकास के चक्कर में हमने पुरानी पीढ़ी को भुला दिया। उनके प्रति पारिवारिक और सामाजिक जिम्मेदारी से मुंह मोड़ लिया। जिसके कारण कई बुजुर्गों को वृद्धाश्रम में जीवन बिताना पड़ रहा है। वृद्धाश्रम भारत जैसे परंपरावादी और प्राचीन देश में सभ्य समाज के लिए कलंक जैसे हैं। वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को कई सुविधाएं मिल जाती हैं लेकिन परिवार का प्रेम, आदर और अपनापन उन्हें हमेशा खटकता है।
कलेक्टर ने कहा कि किसी भी बुजुर्ग को यदि कठिनाई है तो वह प्रशासन से संपर्क अवश्य करे। केन्द्र सरकार ने बुजुर्गों के लिए हेल्पलाइन नम्बर 14567 जारी किया है। इसका उपयोग करके भी सहायता प्राप्त की जा सकती है। रीवा में रेडक्रास समिति द्वारा संचालित वृद्धाश्रम में बुजुर्गों को सभी सुविधाएं दी जा रही हैं। वृद्धजनों के लिए शासन द्वारा संचालित सभी योजनाओं का लाभ आप सबको अवश्य दिया जाएगा। कलेक्टर ने कहा कि जो बच्चे अपने बुजुर्गों की उपेक्षा कर रहे हैं उनके लिए भरण-पोषण अधिनियम में दण्डात्मक प्रावधान हैं। अगर बच्चों ने माता-पिता तथा अन्य बुजुर्गों की देखभाल में कमी की तो उनके विरूद्ध दण्डात्मक कार्यवाही में भी प्रशासन पीछे नहीं रहेगा। कलेक्टर ने सभी बुजुर्गों को पुष्पाहार एवं यूनियन बैंक द्वारा दिए गए उपहार देकर सम्मानित किया। कार्यक्रम में पुलिस अधीक्षक नवनीत भसीन ने कहा कि भारतीय समाज की संयुक्त परिवार की परंपरा सबसे बेहतर है। हम सबने दादा-दादी की कहानियों और बातों से ही अच्छे संस्कार प्राप्त किए हैं। वृद्धजनों की सेवा करना हम सबकी जिम्मेदारी है।
समारोह में संयुक्त संचालक सामाजिक न्याय अनिल दुबे ने विभागीय योजनाओं की जानकारी ली। समाजसेवी डॉ प्रभाकर चतुर्वेदी ने कहा कि बुजुर्ग हमारी धरोहर, आदर्श और समाज के अगुआ हैं। रीवा में संचालित वृद्धाश्रम पितामह सदन में 22 बुजुर्गों की सेवा की जा रही है। उन्हें सभी तरह की सुविधाएं दी गई हैं। समाज के लोग समय निकालकर उनकी सेवा अवश्य करें। कार्यक्रम में यूनियन बैंक के क्षेत्रीय प्रबंधक श्री यादव तथा जिला रेडक्रास समिति के सचिव विनोद श्रीवास्तव ने भी अपने विचार व्यक्त किए। वरिष्ठ बघेली कवि श्री गिरजाशंकर शुक्ल विन्ध्य कोकिल एवं कवि श्री देवेन्द्र पाण्डेय बेधड़क ने नई और पुरानी पीढ़ी के रोचक अनुभव सुनाए। साथ ही अपनी कविताओं के माध्यम से बुजुर्गों का दर्द एवं समय के साथ परिवार और समाज में परिवर्तनों की बानगी प्रस्तुत की। कार्यक्रम में वरिष्ठ समाजसेवी जयंत खन्ना, अग्रणी बैंक प्रबंधक एसके निगम, स्वयंसेवी संस्था बेनिसन हेÏल्पग सोशल वेलफेयर सोसायटी की श्लेषा शुक्ला, भगत सिंह सेवा समिति के सुजीत द्विवेदी, सिद्धार्थ श्रीवास्तव, डॉ जय सिंह तथा बड़ी संख्या में बुजुर्ग एवं उनके परिजन शामिल हुए।