शहर में बिछाई 24 घंटे जलापूर्ति की पाइप लाइन
जलदाय विभाग को सौंपे 48 में से महज 14 जोन
पाली राजस्थान: पाली शहर में जलापूर्ति का एक मात्र स्रोत है जवाई बांध। बांध के पानी की गणना के आधार पर 24 घंटे जलापूर्ति करने को लेकर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। पानी का आधार यह दिया गया था कि वर्तमान में उपयोग में लिए जा रहे जल से ही 24 घंटे जलापूर्ति कर दी जाएगी। इस बार जवाई बांध में पर्याप्त जल की आवक हुई। पेयजल के लिए 3000 एमसीएफटी पानी आरक्षित किया गया, लेकिन जलापूर्ति एकांतरे ही की जा रही है।
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पाली में बिना सोचे विचारे कर दिया यह काम
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पाली
Published: Nov 01, 2022 07:35:31 pm
Submitted by:
Rajeev Dave
शहर में बिछाई 24 घंटे जलापूर्ति की पाइप लाइन
जलदाय विभाग को सौंपे 48 में से महज 14 जोन
पाली में बिना सोचे विचारे कर दिया यह काम
पाली में बिना सोचे विचारे कर दिया यह काम
पाली। पाली शहर में जलापूर्ति का एक मात्र स्रोत है जवाई बांध। बांध के पानी की गणना के आधार पर 24 घंटे जलापूर्ति करने को लेकर करोड़ों रुपए खर्च किए गए। पानी का आधार यह दिया गया था कि वर्तमान में उपयोग में लिए जा रहे जल से ही 24 घंटे जलापूर्ति कर दी जाएगी। इस बार जवाई बांध में पर्याप्त जल की आवक हुई। पेयजल के लिए 3000 एमसीएफटी पानी आरक्षित किया गया, लेकिन जलापूर्ति एकांतरे ही की जा रही है।
शहर में आरयूआइडीपी की ओर से 24 घंटे जलापूर्ति के लिए बिछाई पाइप लाइन के बनाए गए 48 जोन में से सिर्फ 14 जोन जलदाय विभाग को सौंपे गए है। शहर के 20 जोन को सौंपने की प्रक्रिया चल रही है, लेकिन पिछले साल के भीषण जल संकट को देखते हुए 24 घंटे जलापूर्ति कैसे व कब शुरू होगी, इसका जवाब आरयूआइडीपी या जलदाय विभाग के पास नहीं है। हालांकि जलदाय विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शहर के सभी 48 जोन मिलने पर 24 घंटे जलापूर्ति कर दी जाएगी।
दावा 36 जोन में हो चुकी जांच
आरयूआइडीपी का दावा है कि शहर में जलापूर्ति के लिए बनाए गए 48 जोन में से 36 में पाइप लाइन की जांच पूरी हो चुकी है। सबसे पहले गांधी नगर व सूरजपोल जोन की जांच कर पानी की आपूर्ति शुरू की गई थी। उसी जगह पर पहले जलापूर्ति की जाएगी। इसके बाद हाउसिंग बोर्ड, राइको की ढाणी व लेबर कॉलोनी जोन में जलापूर्ति शुरू की जाएगी। इसके बाद शहर के अन्य जोन में जलापूर्ति होगी।
आरयूआइडीपी व जलदाय विभाग के अधिकारियों की माने तो 24 घंटे जलापूर्ति शुरू करने पर शहर में वर्तमान की तुलना में पानी की खपत एक बार बढ़ेगी। इसके बाद एक-दो माह लगातार 24 घंटे जलापूर्ति होने पर पानी की मांग वर्तमान के समान हो जाएगी। ऐसे में पेयजल का अतिरिक्त बोझ नहीं बढ़ेगा।
अभी नहीं मिले जोन
जलदाय विभाग को आरयूआइडीपी की ओर से 24 घंटे जलापूर्ति के लिए सभी जोन नहीं सौंपे गए है। कई जगह पर जांच भी शेष है। वह कार्य पूरा होने के बाद ही अलग-अलग जोन में 24 घंटे जलापूर्ति की जाएगी।
मनीष माथुर, अधीक्षण अभियंता, जलदाय विभाग, पाली