पर्यावरणवादी कार्यकर्ता डॉ. स्नेहल दोंदे ने हाल ही में किया राम नदी तट का निरीक्षण
पुणे : बावधान क्षेत्र में राम नदी के तट पर बन रहे कूड़ा-कचरा पृथक्करण परियोजना के विरोध में मुंबई हाई कोर्ट में जाने वाली पर्यावरणवादी कार्यकर्ता डॉ. स्नेहल दोंदे ने हाल ही में राम नदी का निरीक्षण किया. इस निरीक्षण के दौरान डॉ. स्नेहल दोंदे ने कई जगहों से राम नदी के पानी के सैंपल भी लिए.
राम नदी के तट पर बन रहे कचरा डेपो की परियोजना पर कुछ दिन पहले मुंबई हाईकोर्ट ने रोक लगा दी है. परियोजना नदी के पानी और नागरिकों के स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही है, ऐसा याचिकाकर्ताओं का दावा है. पुणे के पर्यावरण कार्यकर्ता किशोर मोहोलकर ने दोंदे को राम नदी के तट पर होने वाली परियोजना के खिलाफ लड़ाई के बारे में जानकारी दी।
डॉ. दोंदे ने भुगांव और भुकुम के ग्रामीणों और पर्यावरण कार्यकर्ताओं को नदी के महत्व, सरकारी योजनाओं और नागरिकों को नदी संरक्षण में कैसे भाग लेना चाहिए, इस बारे में मार्गदर्शन दिया। राम नदी का उद्गम खाटपेवाड़ी तालाब, भुकुम में सोमेश्वर मंदिर से गुजरने वाली राम नदी का निरीक्षण किया गया। साथ ही कोथरुड में मौजूदा कचरा डिपो का भी निरीक्षण किया और स्थानीय नगरसेवक दिलीप वेडेपाटिल से मुलाकात कर उनसे चर्चा की.