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वैल्वोलिन ने इनोवेशन की परम्परा को जारी रखते हुए लॉन्च किया वैलकोम्प कम्प्रेसर ऑयल सिंथ 68

वैल्वोलिन ने इनोवेशन की परम्परा को जारी रखते हुए लॉन्च किया वैलकोम्प कम्प्रेसर ऑयल सिंथ 68

विशाल सिंह की रिपोर्ट:-

पुणे : जानी-मानी ग्लोबल लुब्रिकेन्ट निर्माता और ओरिजिनल इंजन ऑयल बनाने वाली कंपनी वैल्वोलिन कमिन्स प्राइवेट लिमिटेड, जो पिछले 150 सालों से आधुनिक लुब्रिकेन्ट तकनीकें ला रही है, उपभोक्ताओं के लिए आधुनिक प्रोडक्ट्स पेश करने की अपनी परम्परा को जारी रखे हुए है। उद्योग जगत की ज़रूरतों, एयर कम्प्रेसर आधारित मशीनों एवं एयर-कम्प्रेसर के सतत संचालन से आने वाली चुनौतियों को ध्यान में रखते हुए वैल्वोलिन ने एयर कम्प्रेसरर्स के लिए पीएओ-आधारित फुल सिंथेटिक कम्प्रेसर ऑयल- वैल्कोम्प कम्प्रेसर ऑयल सिंथ 68 का लॉन्च किया है।

वैल्कोम्प कम्प्रेसर ऑयल सिंथ 68 का इस्तेमाल आरआईजी ऐप्लीकेशन्स के लिए किया जा सकता है, जहां कम्प्रेसर लम्बे समय तक धूल भरे वातावरण में डीप ड्रिलिंग करता है, जिसके चलते टूट-फूट की संभावना बहुत अधिक होती है। यह आधुनिक प्रोडक्ट ऐशलेस जिंक रहित एडिटिव्स से तैयार किया जाता है, जो स्टेशनरी इलेक्ट्रिक पावर्ड कम्प्रेसर में ड्रेन इंटरवेट को 8000 घण्टे तक विस्तारित करता है और ISO 6743-3A-DAB & DAJ& DIN 51506 VDL मानकों के अनुरूप है।

लॉन्च के अवसर पर, एस. के. मुखर्जी,चीफ टेक्नोलॉजी ऑफिसर, वैल्वोलिन कमिन्स प्राइवेट लिमिटेड ने कहा, ‘‘हम अपने उपभोक्ताओं की ज़रूरतों को ध्यान में रखते हुए निरंतर आधुनिक प्रोडक्ट्स लेकर आते हैं, जो उन्हें उचित समाधान उपलब्ध करा सकें। बदलते समय और तकनीक के साथ, यह ज़रूरी है कि सपोर्टिंग प्रोडक्ट्स को भी अपग्रेड किया जाए। इसी के मद्देनज़र हमने वैलकोम्प कम्प्रेसर ऑयल सिंथ 68 का लॉन्च किया है जो मिनरल ऑयल्स से बेहतर है और संचालन की मुश्किल परिस्थितियों में भी बेहतरीन परफोर्मेन्स देता है। यह लागत को नियन्त्रण में रखने में मदद करता है और फैक्टरी के संचालन में आने वाली बाधाओं को दूर कर कारोबार के परफोर्मेन्स को बेहतर बनाता है।’’

शुरूआती दिनों में कम्प्रेसर्स को लुब्रिकेट करने के लिए मिनरल ऑयल्स और एडिटिव्स पर्याप्त होते थे। लेकिन आजकल आधुनिक कम्प्रेसर ज़्यादा तापमान पर चलते हैं और लम्बे समय के लिए काम करते हैं। ऐसे में मिनरल ऑयल्स उनकी देखभाल के लिए पर्याप्त नहीं होते। इससे ड्रेन इंटरवेल कम होने लगता है और तेल की मोटाई बढ़ने लगती है, जिसके परिणामस्वरूप संचालन की दक्षता की कम हो जाती है और कम्प्रेसर का डाउनटाईम बढ़ जाता है। आज के आधुनिक कम्प्रेसर का डिस्चार्ज एयर तापमान अधिक और ऑयल-सम्प एवं कम्प्रेसर का साइज़ कम होता है। कम्प्रेसर अक्सर मल्टीस्टेज कम्प्रेसर होते हैं, जिनीी ज़रूरतों को सिर्फ पीएओ- आधारित फुल सिंथेटिक ऑयल से ही पूरा किया जा सकता है।

एयर कम्प्रेसर आधारित उपकरण कई कॉन्फिगरेशन्स मे आते हैं और निर्माण एवं खनन सहित विभिन्न उद्योगों में इस्तेमाल किया जाते हैं। इस बहुमुखी उपकरण का उपयोगकई न्युमेटिक प्रकार के उपकरणों के संचालन के लिए किया जा सकता है जैसे रॉक ड्रिलिंग, राइवेटर्स, फोर्जिंग प्रेस, एयर ब्रेक, हैमर, हॉइस्ट्स आदि। आधुनिक कम्प्रेसर में सायक्लिक दबाव अधिक होता है और इनका इस्तेमाल लम्बे समय के लिए किया जाता है, जिसकी सभी चुनौतियों को वैल्कोम्प कम्प्रेसर ऑयल सिंथ 68 से ही पूरा किया जा सकता है।

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