श्री ए०के० शर्मा श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयन्ती पर अयोध्या जनपद में आयोजित सुशासन दिवस गोष्ठी को संबोधित किया
रामराज्य में परिभाषित सुशासन को केन्द्र व प्रदेश की सरकार लागू कर रही, इससे भारत पूरे विश्व में सिरमौर बन रहा
पूर्व प्रधानमंत्री स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी रहे विकास का रोल मॉडल
देश जोड़ने को अटल जी ने शुरू की स्वर्णिम चतुर्भुज योजना
मा० मोदी जी ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से जो विकास कर रहे वह अद्वितीय और सुशासन तथा रामराज्य स्थापित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम
ऊर्जा एवं नगर विकास विभाग के अधिकारियों के साथ मंत्री ने की बैठक
जनहित में कार्य करने का दिया सख्त निर्देश
विशाल समाचार टीम लखनऊ:-
लखनऊ: प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री श्री ए0के0 शर्मा पूर्व प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयन्ती पर पार्टी कार्यालय, अयोध्या में आयोजित सुशासन दिवस गोष्ठी में रविवार को सम्मिलित हुए। इसके पश्चात सर्किट हाउस, अयोध्या में नगर विकास एवं ऊर्जा विभाग के विभागीय अधिकारियों के साथ विभागीय समीक्षा बैठक की और वर्तमान समय में चल रहे विकास कार्यों की प्रगति जानी। इसके बाद उन्होंने अयोध्या में चल रहे विकास कार्यों का स्वयं जाकर स्थलीय निरीक्षण किया।
श्री ए0के0 शर्मा जी ने अपने उद्बोधन में कहा कि परम् श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी की जयन्ती पर अयोध्या नगरी की पावन भूमि पर आना मेरे लिए सौभाग्य की बात। स्वर्णिम चतुर्भुज योजना के तहत मार्गों के निर्माण का राष्ट्रव्यापी अभियान स्व० अटल बिहारी वाजपेयी जी ने शुरू किया था। इस योजना के तहत पहले मार्ग का निर्माण गुजरात में हुआ था, जिसमें मुझे मा0 मोदी जी के सानिध्य में तत्कालीन प्रधानमंत्री श्रद्धेय अटल बिहारी वाजपेयी जी को नजदीक से देखने का अवसर मिला। वर्ष 2001 में गुजरात में आये भूकंप से बचाव के लिए अटल बिहारी वाजपेयी जी ने प्रधानमंत्री राहत कोष से भुज में अस्पताल का निर्माण कराया था।
श्री शर्मा ने कहा कि भारत में सुशासन की शुरुआत माननीय अटल जी के कार्यकाल से ही हुई है। उस समय भी अन्य लोग अपने परिवार के लिए ही काम करते थे। मा0 मोदी जी अटल जी के अधूरे सपनों को पूरा कर रहे हैं और सशक्त भारत बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि सुशासन का रामराज्य से बड़ा कोई अन्य उदाहरण नहीं हो सकता है। यहां की महत्ता इतनी ज्यादा थी कि यहां देवता भी बसना चाहते थे। उन्होंने राम चरित मानस की राम राज्य को परिभाषित करने वली चौपाइयों का उद्धरण देते हुए बताया कि किस प्रकार केन्द्र व राज्य की सरकारें रामराज्य की भावना को सार्थक बना रही। उन्होंने ‘नहि दरिद्र कोई दुखी न दीना’ का उदाहरण देते हुए बताया कि किस प्रकार प्रधानमंत्री श्री मोदी जी गरीबों को मुफ़्त अन्न मुहैया कराकर इसको परिभाषित कर रहे हैं। उसी प्रकार उन्होंने चौपाई के अगले भाग ‘नहि कोई अबुध न लक्षण हीना’ को वाजपेई जी के सर्व शिक्षा अभियान और मा0 मोदी जी के कन्या केणवनी अभियान और स्किल इंडिया से जोड़ा। इतना ही नही उन्होंने राम राज्य की एक और चौपाई ‘अल्पमृत्यु कवनों नहि पीरा, सब सुंदर सब विरूज शरीरा’ को श्री नरेंद्र मोदी जी के आयुष्मान भारत कार्यक्रम से जोड़ा।
श्री शर्मा ने श्री नरेंद्र मोदी जी और मुख्यमंत्री श्री योगी जी को परिवारवाद से मुक्त बताया। उन्होंने कहा कि श्रेष्ठ शासक वही है जो नीति अनुसार चलता है और प्रजा का अच्छे से पालन करता है। उन्होंने पुनः रामचरित मानस में से बताया की ‘जासु राज प्रिय प्रजा दुखारी, सो नृप अवसि नरक अधिकारी’। उन्होंने बताया कि कैसे श्रद्धेय अटल जी ने सशक्त भारत बनाने की शुरुआत किया और मोदी जी देश को आत्मनिर्भर, मज़बूत और विश्वविख्यात बना रहे हैं। इसमें उन्होंने भारत के आईटी प्रोफ़ेसनल तथा बुंदेलखंड में स्थापित डिफ़ेन्स इंडस्ट्रीयल कोर्रिडोर का भी उदाहरण दिया। उन्होंने कहा की भारत जो सोने की चिड़िया हुआ करती थी वह स्थान और गौरव मा0 मोदी जी अपने प्रयासों से वापस ला रहे हैं। हम सबको अपने स्वधर्म, अपने कर्तव्यों का निर्वाह करते रहना चाहिए। तभी हम सशक्त देश बना पाएँगे।