मुख्यमंत्री उद्यम कान्ति योजना का लक्ष्य निर्धारित
बैंकों के मध्य लक्ष्यों का किया गया विभाजन
रीवा एमपी. युवाओं को स्वरोजगार प्रदान कर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री उद्यम कान्ति योजना प्रारम्भ की गई है। चालू वित्तीय वर्ष 2023-24 हेतु रीवा जिले में 2500 युवाओं को स्वरोजगार से लाभान्वित करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है। प्रत्येक बैंकों की शहरी शाखाओं में 30 एवं ग्रामीण शाखाओं में 25 युवाओं को इस योजना से ऋण एवं अनुदान प्राप्त होगा।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री उद्यम कान्ति योजना में 50 लाख रूपये तक के उद्यम परियोजनाओं हेतु ऋण एवं 3 प्रतिशत व्याज अनुदान तथा सीजीटीएमएसई कवरेज व छूट का प्रावधान किया गया है, लेकिन सेवा व व्यवसाय गतिविधि हेतु रूपये 25 लाख रूपये तक ही ऋण प्राप्त हो सकेगा। आवेदक डिफाल्टर न हो, अनुदानपरक योजना का लाभ न लिया हो, उम्र 45 वर्ष के अन्दर एवं कक्षा 5वीं उत्तीर्ण हो तथा वार्षिक आमदनी 12 लाख रूपये से ज्यादा एवं पूर्व से इकाई भी स्थापित न हो, ऐसे आवेदकों द्वारा किसी भी कियोस्क सेन्टर से ऑनलाइन किया जा सकता है।
कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने योजना के लक्ष्यों को अनुमोदित करते हुए अविलम्ब क्रियान्वयन प्रारम्भ करने हेतु बैंकों एवं महाप्रबंधक, जिला व्यापार एवं उद्योग केन्द्र रीवा को निर्देश दिये हैं, तथा बैंक शाखाओं से कहा है कि शाखा प्रबंधक बेरोजगार युवाओं का चयन कर लाभप्रद एवं व्यवहार्य परियोजनाओं का वित्तीय करण किया जाना अविलम्ब प्रारम्भ करें एवं प्रतिमाह/प्रति शाखा कम से कम 5 प्रकरणों में स्वीकृत / वितरण की कार्यवाही आवश्यक रूप से सुनिश्चित करें। योजना की समीक्षा प्रत्येक माह के अन्त में की जावेगी। कलेक्टर द्वारा मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायतों को प्रत्येक पंचायत से 3-3 प्रकरण तैयार करवाकर बैंकों से ऋण एवं अनुदान वितरण करवाने एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारियों को जिले की नगर पंचायतों / नगर परिषदों में 100-100 बेरोजगार युवाओं के उक्त योजना में प्रकरण तैयार करवाकर लाभान्वित करवाने के निर्देश दिये गये हैं।