लोक अदालत में निस्तारित वादों ने तोड़े अभी तक के सारे रिकॉर्ड, 55198 मामले हुए निस्तारित जो अभी तक इटावा जनपद में लोक अदालत में निस्तारित हुए वादों में सर्वाधिक है।
शिवराज सिंह राजपूत प्रतिनिधि इटावा
उ०प्र० राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण, लखनऊ के तत्वाधान में माननीय जनपद न्यायाधीश / अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, इटावा श्री विनय कुमार द्विवेदी की अध्यक्षता एवं कुशल निर्देशन में नोडल अधिकारी राष्ट्रीय लोक अदालत श्री कुमार प्रशान्त अपर जिला जज प्रथम एवं अपर जिला जज / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव तथा जनपद के समस्त अधिकारीगण के सतत प्रयास से जनपद न्यायालय, इटावा व समस्त राजस्व न्यायालयों एवं समस्त विभागों में आज दिनांक 21/05/ 2023 को राष्ट्रीय लोक अदालत का सफलतापूर्वक आयोजन किया गया।
सर्वप्रथम राष्ट्रीय लोक अदालत का शुभारम्भ माननीय जनपद न्यायाधीश श्री विनय कुमार द्विवेदी द्वारा प्रातः 10:00 बजे दीप प्रज्वलन करके किया गया। माननीय जनपद न्यायाधीश द्वारा न्यायिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण, वादकारीगण एवं प्रशासनिक अधिकारीगण को अधिक से अधिक मुकदमे सुलह समझौते द्वारा लोक अदालत के माध्यम से निस्तारित कराने का आहवान किया गया। उक्त अवसर पर प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायलय श्री आनन्द प्रकाश द्वितीय मोटर दुर्घटना दावा अधिकरण पीठासीन अधिकारी श्री देवेन्द्र सिंह द्वितीय, सिविल बार एशोसिएशन के अध्यक्ष श्री देवेन्द्र कुमार गुप्ता सहित अन्य न्यायिक अधिकारीगण तथा वरिष्ठ अधिवक्तागण उपस्थित रहे।
इस लोक अदालत में सकल रूप से 55198 वादों का निस्तारण किया गया जिसमें से मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति के 38 वादों में 23638000 /- रू० प्रतिकर के रूप में पीठासीन अधिकारी मोटर दुर्घटना क्षतिपूर्ति अधिकरण श्री देवेन्द्र सिंह द्वितीय द्वारा निर्धारित किए गए। फौजदारी के 5521 वादों का निस्तारण करते हुए 721030/-रू0 का अर्थदण्ड वसूल किया गया। प्रधान न्यायाधीश परिवार न्यायालय श्री आनन्द प्रकाश द्वितीय तथा अतिरिक्त परिवार न्यायाधीश श्री शैलेन्द्र निगम द्वारा संयुक्त रूप से 39 वैवाहिक प्रकरणों का निस्तारण किया गया तथा 30 जोडो की साथ विदाई करायी गयी। प्री-लिटिगेशन स्तर के दाम्पत्य विवादों में कुल 05 प्रकरणों का सफलतापूर्वक निस्तारण किया गया।
अपर जनपद न्यायाधीश / सचिव जिला विधिक सेवा प्राधिकरण इटावा श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव ने यह भी बताया कि न्यायिक अधिकारीगण के अतिरिक्त विभिन्न विभागों व बैंको से सम्बन्धित प्री लिटिगेशन के 52570 वाद निस्तारित किए गए जिनमे 82549053 /- रू० वसूल किए गए। प्री-लिटिगेशन तथा लम्बित वादों का निस्तारण करते हुए सकल रूप में 106855718 /- रू० धनराशि के मामले निस्तारित किए गए। इस लोक अदालत में विभिन्न दूर- सुदूर क्षेत्रों से आए हुए लोगों को बैंकों के ऋण के भुगतान के संबंध में अच्छी छूट दी गई। राष्ट्रीय लोक अदालत में न्यायिक अधिकारीगण, प्रशासनिक अधिकारीगण, अधिवक्तागण सहित काफी संख्या में वादकारीगण