विमर्श सभा कक्ष में बाढ़ पूर्व तैयारी एवं अगलगी से पीड़ितों को मुआवजा देने के संबंध में बैठक आहूत की
विशाल समाचार टीम सीतामढी
जिलाधिकारी, सीतामढ़ी मनेष कुमार मीणा की अध्यक्षता में विमर्श सभा कक्ष में बाढ़ पूर्व तैयारी एवं अगलगी से पीड़ितों को मुआवजा देने के संबंध में बैठक आहूत की गई ।बैठक मे जिला स्तरीय विभिन्न विभागों के पदाधिकारी उपस्थित थे।साथ ही तीनो अनुमंडल के अनुमंडल पदाधिकारी, भूमि सुधार उप समाहर्ता, सभी बीडीओ, बीपीआरओ ,सीओ, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े हुए थे।
बैठक में विभिन्न आपदा पीड़ित को लंबित मुआवजे के भुगतान ,आपदा प्रबंधन से संबंधित बाढ़ पूर्व तैयारी, इत्यादि बिंदुओं पर विस्तृत समीक्षा की गई एवं इस संबंध में महत्वपूर्ण निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिए गए।
बैठक में विभिन्न आपदाओं यथा:-अग्निकांड से हुए मानव क्षति, पशु क्षति, ठनका ओलावृष्टि से क्षति से पीड़ितों को दिए जाने वाले मुवावजे की अद्धतन स्थिति की समीक्षा प्रखंड वार की गई। निर्देश दिया की किसी भी प्रखंड में विभिन्न आपदाओं से संबंधित यदि मुआवजा लंबित रखा गया तो संबंधित अंचल अधिकारी पर कार्रवाई की जाएगी। आपदा से पीडितों के भुगतान में लापरवाही के मद्देनजर कठोर कार्रवाई की जाएगी।
*संभावित बाढ़ पूर्व तैयारी*
बैठक में मुख्य रूप से संभावित बाढ़ में आपदा प्रबंधन के तहत मानक संचालन प्रक्रिया अंतर्गत किए जाने वाले तैयारियां यथा:-शरण स्थली का निर्माण, राहत शिविर, प्लास्टिक शीट, खाद्द सामग्री, मानव दवा, आश्रय स्थल, पशु चारा एवं दवा, बाढ़ नियंत्रण ,ब्लड फाइटिंग ,वर्षा मापक यंत्र, तटबन्धों की सुरक्षा, लाइफ जैकेट, शुद्ध पेयजल, चापाकलो की मरम्मती, राहत एवं बचाव दलों की उपलब्धता इत्यादि बिंदुओं की समीक्षा की गई।
बैठक में नावो की मरम्मती का वेरिफिकेशन करने का निर्देश सभी प्रखंडों के नोडल अधिकारियों को दिया गया । निर्देशित किया गया कि प्रत्येक प्रखंडों में नाव की पर्याप्त उपलब्धता सुनिश्चित कराई जाए। प्रत्येक टोले स्तर पर नाव उपलब्ध रहनी चाहिए। पीएचईडी के कार्यपालक अभियंता को निर्देशित किया गया कि बढ़ते तापमान और गर्मी के मद्देनजर सभी चापाकल हर हाल में चालू रहे। वही तकनीकी विभागों के अभियंताओं को निर्देशित किया गया कि सभी तटबन्धों की मरम्मती सुनिश्चित हों। क्षतिग्रस्त स्थलों एवं रेनकट इत्यादि से संबंधित समस्याओं का निष्पादन यथा शीघ्र करने का निर्देश दिया गया। तटबंध पर सुरक्षा प्रहरी की प्रतिनियुक्ति 15 जून तक हर हाल में कर लेने की बात कही गई।
ग्रामीण सड़कों सहित सभी मुख्य सड़कों की मरम्मती हर हाल में सुनिश्चित हो। निजी नाव के साथ इकरारनामा में तेजी लाई जाए। वहीं स्वास्थ्य विभाग को निर्देशित किया गया कि ओआरएस घोल ,सर्प दंश की दवा , मानव दवा ब्लीचिंग पाउडर, चुना इत्यादि की उपलब्धता पंचायत स्तर पर सुनिश्चित कराई जाए । स्वास्थ्य विभाग द्वारा जानकारी दी गई कि संभावित बाढ़ के मद्देनजर स्वास्थ्य विभाग अलर्ट मोड़ में है। सभी यथासंभव तैयारियां मुकम्मल कर ली गई हैं। पशुपालन पदाधिकारी को पशु चारा एवं पशु दवा की उपलब्धता सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।
जिलाधिकारी ने कहा कि संभावित बाढ़ सुखाड़ के मद्देनजर विभिन्न विभागों द्वारा आवंटित किए गए कार्यों का निष्पादन कर्तव्य निष्ठा एवं समय सीमा के अंदर करना सुनिश्चित करें।
बाढ़ के समय में जीआर वितरण से संबंधित सम्पूर्ति पोर्टल पर लाभुकों की संख्या अद्धतन करने का निर्देश जिलाधिकारी के द्वारा दिया गया। उन्होंने सभी सीओ को निर्देशित किया कि सम्पूर्ति पोर्टल पर डेटा को अद्यतन कर ले एवं उसे डेली अपडेट करना सुनिश्चित करें।
बैठक में संभावित बाढ़ के समय फ्लड फाइटिंग के लिए आवश्यक संसाधनों की उपलब्धता हर हाल में सुनिश्चित करने का निर्देश दिया गया।