राष्ट्रीय जनगणना के लिए देश भर के ओबीसी एक हों – हेमंत पाटिल
पुणे : ओबीसी समुदाय पूरे भारत में बिखरा हुआ है इसके कारण ओबीसी आरक्षण प्रभावित हुआ है और ओबीसी समुदाय के नेता पर जुर्माना लगाया गया है और ओबीसी भाइयों की जातिवार जनगणना के लिए ओबीसी समुदाय की एकता के उद्देश्य से समुदाय को एक साथ लाने का आह्वान किया गया है। विभिन्न स्थानों पर विभिन्न संगठनों में काम करने के लिए ओबीसी समुदाय के नेता आज एक साथ आए हैं।
इस यलगार के तहत ओबीसी समुदाय के सभी स्तरों के नेताओं और कार्यकर्ताओं को 8 अगस्त को बालगंधर्व पुणे में एकजुट होने का आमंत्रण दिया गया है। इस मौके पर महाराष्ट्र समेत पूरे भारत से ओबीसी समुदाय के नेता शिरकत करेंगे। यह जानकारी हेमंत पाटिल ने आज एक संवाददाता सम्मेलन में दी। इस मौके पर ओबीसी नेता व इंडिया अगेंस्ट करप्शन (आईएसी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष हेमंत पाटिल, राजूभाई जगताप, संजय कदम, राहुल जैन, फिरोज कच्छी, सुहास कांबले, विलास गाडे, संतोष बावधाने, अविनाश शिंदे, प्रथमेश भोकरे, भास्कर नेटके, रितुराज धुलगुंडे, सचिन राठौड़, सुभाष पवार, महेश हिंगड़े आदि मौजूद रहे।
देश भर में अन्य पिछड़े वर्गों को एक साथ आने की जरूरत है। जब तक ओबीसी की जातिवार जनगणना नहीं हो जाती, तब तक समाज को जनसंख्या में उचित हिस्सा नहीं मिलेगा। यह बयान ओबीसी नेता और भ्रष्टाचार के खिलाफ राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कहा (आईएसी) हेमंत पाटिल, मंगलवार, 20 जून, पुणे में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए दिया और सरकार को नींद से जगाने के लिए ठोस प्रयासों की आवश्यकता पर जोर दिया।
उनके मुद्दों को देश के विभिन्न राज्यों में ओबीसी समुदाय के संगठनों के माध्यम से उठाया जाता है। हालांकि, केंद्रीय नेतृत्व के बिना इन संगठनों को एकजुट करना असंभव है। इसलिए, पाटिल ने सभी से इन संगठनों को लाने के लिए संयुक्त समन्वय के माध्यम से एक केंद्रीय नेतृत्व बनाने की भी अपील की।