कमिश्नर ने उद्यानिकी विभाग की नर्सरी का किया निरीक्षण
आधुनिक तरीके से प्रबंधन कर नर्सरी को सुंदरजा आम की नर्सरी के रूप में विकसित करें – कमिश्नर
रीवा एमपी: .रीवा संभाग के कमिश्नर अनिल सुचारी ने शासकीय नर्सरी गोविंदगढ़ का निरीक्षण किया। नर्सरी का संचालन और प्रबंधन उद्यानिकी विभाग द्वारा किया जा रहा है। कमिश्नर ने नर्सरी में रोपित सुंदरजा, लंगड़ा, मल्लिका, अल्फांसो, दशहरी सहित विभिन्न किस्मों के आम, अमरूद के बगीचों का निरीक्षण किया। कमिश्नर ने नर्सरी में तैयार किए जा रहे लगभग 15 हजार सुंदरजा आमों का भी निरीक्षण किया। कमिश्नर ने कहा कि लगभग 50 एकड़ में फैली नर्सरी का प्रबंधन आधुनिक तरीके से करें। इसमें फलों के पौधों के बीच में सब्जियों की खेती करके अधिक लाभकारी बनाया जा सकता है। नर्सरी को सुंदरजा आम की नर्सरी के रूप में विकसित करें। सुंदरजा आम विन्ध्य की पहचान है। इसे जीआई टैग मिलने से विश्व स्तर पर इसकी पहचान स्थापित होगी। नर्सरी में अन्य प्रमुख आम की किस्मों का रोपण कराएं। अमरूद की नर्सरी में भी नए पौधे तथा अन्य नई किस्मों को विकसित करें। कमिश्नर ने नर्सरी में नीलामी में आम लेने वाले व्यापारियों से भी संवाद किया। कमिश्नर ने नर्सरी की सुरक्षा के लिए बाउन्ड्रीवाल बनाने का प्रस्ताव तत्काल भेजने के निर्देश दिए।
मौके पर उपस्थित सहायक संचालक उद्यानिकी योगेश पाठक ने बताया कि नर्सरी में 50 एकड़ में पौधे रोपित किए गए हैं। मुख्य रूप से आम की सुंदरजा, मल्लिका, अल्फांसो, लंगड़ा तथा दशहरी किस्मों के पेड़ हैं। इसके साथ-साथ चीकू तथा अमरूद के भी कई प्लाट हैं। इनके फलों की नीलामी से लगभग 14 लाख रुपए की सालाना आय होती है। नर्सरी में 15 स्थायी मजदूरी कार्य कर रहे हैं। बारिश होने पर सफाई कराकर जुताई कराई जाएगी। नर्सरी में सुंदरजा आम के 15 हजार पौधे तैयार किए गए हैं। इसके भवन के सुधार तथा नई किस्मों के पौधे तैयार करने के लिए प्रस्ताव भेजा गया है। इस अवसर पर श्री सतीश निगम तथा उद्यानिकी विभाग के कर्मचारी उपस्थित रहे।