शिक्षा हमें अच्छा नागरिक एवं संस्कारी बनाती है
प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की जायेगी
मॉडल स्कूल में स्वर्ण जयंती समारोह का हुआ शुभारंभ
रीवा एमपी. स्कूल शिक्षा राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) श्री इन्दर सिंह परमार ने मॉडल हायर सेकेण्डरी स्कूल में स्वर्ण जयंती समारोह का शुभारंभ करते हुए कहा कि स्वर्ण जयंती समारोह के शुभारंभ कि पुरा छात्रों एवं वर्तमान छात्रों तथा शिक्षकों को बधाई। स्कूल ने 50 वर्ष की यात्रा में जो ऐतिहासिक उपलब्धियां प्राप्त की वे प्रसंशनीय हैं। शिक्षा केवल स्कूल के भवन से नहीं बल्कि देश की परंपरा संस्कार, संस्कृति का ज्ञान दे सके वही वास्तविक शिक्षा है। शिक्षा वह उपक्रम है जिसमें श्रेष्ठ नागरिक बनाया जाता है। संस्कारी व्यक्तियों से श्रेष्ठ समाज का निर्माण होता है। उन्होंने कहा कि शिक्षा हमें देश का अच्छा नागरिक एवं संस्कारी बनाती है।
मंत्री ने कहा कि प्राचीन समय में भारत का दर्शन समृद्धिशाली था इसलिए विदेश से भी तक्षशीला नालंदा में अध्ययन प्राप्त करने आते थे। उन्होंने कहा कि प्रदेश में शीघ्र ही राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 लागू की जायेगी। इसके माध्यम से प्रदेश में मातृ भाषा में अध्ययन कराया जायेगा। क्षेत्रीय भाषाओं में वहां के बच्चों को शिक्षा दी जायेगी। शिक्षा की गुणवत्ता के लिए कक्षा 5वीं एवं 8वीं बोर्ड आधारित परीक्षाएं होगी। नई शिक्षा नीति में हम अपनी परंपराओं एवं संस्कारों को भी अपनाने पर जोर देंगे। शिक्षक स्कूल में आकर पहले स्कूल की डेहरी को प्रणाम करेंगे छात्र भी स्कूल की डेहरी और शिक्षक को प्रणाम करेंगे। गुरू की श्रेष्ठता आधारित नीति अपनायी जायेगी। हम संदीपनि आश्रम, नालंदा, पाटिल पुत्र विश्वविद्यालय की परंपराओं को फिर से जीवित करेंगे। उन्होंने कहा कि प्राथमिक शिक्षा में बच्चों के स्कूल के बोझ को समाप्त किया जायेगा। बालबाड़ी स्कूल में पहले साल में अरूण, दूसरे वर्ष में उदय तथा तीसरे वर्ष में प्रभात की कक्षाओं में खेल-खेल में शिक्षा दी जायेगी। शिक्षा मंत्री ने कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति के अन्तर्गत हम बच्चों को अपना गौरवशाली एवं समृद्ध इतिहास का ज्ञान देंगे। भारत प्राचीन समय से विज्ञान में अग्रणी रहा है। जगदीश चन्द्र बोस ने रिसर्च एवं अनुसंधान कर यह सिद्ध किया है कि हमारी वनस्पतियों में भी जीव तत्व विद्यमान है इसीलिए शाम को फूल, पत्ती, फल तोड़ना मना किया जाता था। अपने देश में प्रकृति पूजा की परंपरा रही है। पहाड़ों, नदी, सूर्य, वनों को हम पूजते रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि हमारे देश के दर्शन, मूल्यों, संस्कृति के आधार पर विश्व गुरू बनना है। उन्होंने कहा कि हमें अपनी मातृ भाषा का अभिमान होना चाहिए लेकिन हिन्दी मातृ भाषा को बोलने पर बहुत से उच्च स्तरीय पदों को धारित करने वाले व्यक्तियों को शर्म महसूस होती है। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने विदेश की धरती पर संयुक्त संघ में हिन्दी में भाषण दिया। वर्तमान प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी विदेश में हिन्दी में ही भाषण देते हैं। उन्होंने कहा कि शासकीय उत्कृष्ट विद्यालय में 80 और सीटों की स्वीकृत दी जा रही है। पूर्व मंत्री एवं विधायक राजेन्द्र शुक्ला द्वारा स्कूल के आडिटोरियम एवं अन्य कक्षों में फर्नीचर की मांग पर स्कूल शिक्षा मंत्री ने स्वीकृत के लिए सहमति दी।
सांसद श्री जनार्दन मिश्र ने कहा कि छात्र अपने एक गुरू जी को आईकान मानकर पूर्ण समर्पण के साथ अपनाये। इसी तरह से शिक्षक भी अपने छात्रों को उच्चस्तरीय ज्ञान देकर उसकी प्रतिभा को बढ़ाये। छात्रों के लिए शिक्षक एक आदर्श रहता है। अपने आदर्श को देखकर बैसे ही बनें। उन्होंने कहा कि शिक्षा की गुणवत्ता में अभूतपूर्व सुधार हुआ है अब शहरों की जगह ग्रामीण क्षेत्र के छात्र भी प्रदेश की प्रावीण्य सूची में अपना नाम बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि माडल स्कूल अपने आप में आदर्श है यह प्रारंभ होने के साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में अपनी प्रसिद्धि बनाये रखा है।
पूर्व मंत्री एवं विधायक श्री राजेन्द्र शुक्ल ने कहा कि माडल स्कूल के शिक्षा के क्षेत्र में मूर्धन्य लोगों में गुरू प्रसाद श्रीवास्तव का नाम शिक्षा विद के रूप में प्रसिद्ध है। उन्होंने कहा कि माडल स्कूल स्थापना वर्ष से ही प्रसिद्ध रहा है। इस स्कूल में प्रवेश पा जाना बड़ी उपलब्धि से कम नहीं था। मैं यहां पूर्व छात्र के रूप में उपस्थित हूं। इस स्कूल की इतनी प्रतिष्ठा थी कि माडल स्कूल के छात्र के रूप में लोग इज्जत के भाव से देखते थे। रीवा जिले के विकास के साथ ही स्कूल का भी विकास हो रहा है। देखते-देखते स्कूल की स्थापना हुए 50 वर्ष व्यतीत हो गये। यहां का पैरामीटर शिक्षा है। स्कूल में अपनी गुणवत्ता सुधारने एवं पारिदर्शिता लाने के लिए अभूतपूर्व प्रयास किये हैं। माडल स्कूल में अधोसंरचना का निर्माण किया जा रहा है। यह स्कूल सीएम राइज स्कूल से कमतर नहीं है। उन्होंने स्कूल के आडिटोरियम एवं अन्य कक्षों में फर्नीचर की मांग की।
कार्यक्रम में त्योंथर विधायक श्मालाल द्विवेदी, नगर पालिक निगम के अध्यक्ष व्यंकटेश पाण्डेय, जिला पंचायत की अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, उप सचिव शिक्षा ह्मदयेश श्रीवास्तव, पूर्व प्राचार्य केएन पाण्डेय, जिला शिक्षा अधिकारी गंगा प्रसाद उपाध्याय, प्राचार्य पंकज शर्मा सहित शिक्षक-शिक्षिकाएं, छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।