फडणवीस या पवार बन सकते हैं मुख्यमंत्री, जानिए, क्यों एकनाथ शिंदे पर आ सकती है मुसीबत
महाराष्ट्र: कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का दावा है कि अजीत पवार मुख्यमंत्री बनाने की शर्त पर शिंदे सरकार में शामिल हुए हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि अजित पवार के मंत्रिमंडल में शामिल होने से सूबे की राजनीतिक स्थिति बदल गई है।
महाराष्ट्र में सियासत नई करवट ले रही है। शिवसेना में दो फाड़ होने के बाद एनसीपी में बगावत से सत्ता संघर्ष का दूसरा अंक सामने आया है। अटकलें हैं कि जल्द ही इसका तीसरा अंक भी देखने को मिल सकता है। मामला शिवसेना (शिंदे गुट) के 16 विधायकों की अपात्रता से जुड़ा है। यह फैसला मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का भविष्य तय करेगा। इससे सूबे में देवेन्द्र फडणवीस या अजित पवार के मुख्यमंत्री बनने की चर्चा शुरू हो गई है।
अपात्रता की तलवार लटक रही
दरअसल, सुप्रीम कोर्ट की संविधान पीठ ने मई में शिवसेना (उद्धव गुट) की याचिका पर फैसला सुनाते हुए महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष को निर्देश दिया था कि वह 16 विधायकों की अपात्रता पर जल्द फैसला सुनाएं। यह फैसला आए करीब दो महीने बीत चुके हैं। जिन विधायकों पर अपात्रता की तलवार लटक रही है, उनमें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का भी नाम है। विधानसभा अध्यक्ष को 11 अगस्त तक इस पर फैसला करना है।
पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास हो रहा
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता व पूर्व मुख्यमंत्री पृथ्वीराज चव्हाण का दावा है कि अजीत पवार मुख्यमंत्री बनाने की शर्त पर शिंदे सरकार में शामिल हुए हैं। वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे गुट के नेता संजय राउत ने कहा कि अजित पवार के मंत्रिमंडल में शामिल होने से सूबे की राजनीतिक स्थिति बदल गई है। शिंदे कुछ ही दिन के मुख्यमंत्री हैं। उधर, अटकलों के बीच मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि अजित पवार विकास का साथ दे रहे हैं और पीएम मोदी के नेतृत्व में विकास हो रहा है। हम इस विकास के एजेंडे को आगे लेकर जाएंगे।
लोकसभा चुनाव जीतने के लिए फडणवीस जरूरी
इसलिए महसूस हो रही फडणवीस की जरूरत : भाजपा के एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि शिंदे सहित 16 विधायकों के अपात्र होने की स्थिति में अजित पवार नहीं, फडणवीस मुख्यमंत्री बनेंगे। एकनाथ शिंदे की तुलना में फडणवीस कहीं आक्रामक और बेहतर हैं। वैसे भी दागी नेताओं को मंत्रिमंडल में शामिल करने से भाजपा की छवि प्रभावित हुई है। इसलिए 2024 का लोकसभा चुनाव जीतने के लिए फडणवीस जरूरी हैं। हालांकि, भाजपा ने एकनाथ शिंदे को लेकर लगाई जा रही अटकलों को खारिज किया है। केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि शिंदे 2024 तक मुख्यमंत्री बने रहेंगे।