लखनऊ

सावन के धार्मिक आयोजन एवं कांवड़ यात्रा को देखते हुये विद्युत कार्मिक बरते पूरी सजगता

 

सावन के धार्मिक आयोजन एवं कांवड़ यात्रा को देखते हुये विद्युत कार्मिक बरते पूरी सजगता

कहीं भी लापरवाही के कारण विद्युत दुर्घटना हुई तो होगी सख्त कार्रवाई-ऊर्जा मंत्री

विद्युत दुर्घटनाओं को रोकने के लिए पोल, ट्रांसफार्मर, स्टे वायर, हरे-भरे पौधों में उतर रहे करंट की जांच कर तत्काल ठीक करें

जर्जर तार एवं पोल को बदलें, लटकते तारों एवं झुके हुए पोल को तत्काल ठीक करें

करंट उतर रहे ऐसे उपकरणों से लोगों को दूर रखने के लिए जागरूक करें : ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा

लखनऊ (धर्मेन्द्र कुमार वर्मा प्रतिनिधि)

सावन के पवित्र महीने में कांवड़ यात्रा को देखते हुये प्रदेश में विद्युत कार्मिक एवं अधिकारी अत्यधिक सावधानी बरतें, जिन जिलों में कांवड़ यात्रा निकल रही है या प्रसिद्ध मंदिर हैं वहॉ के पुजारी और जिला प्रशासन से विद्युत अधिकारी सम्पर्क में रहें। ग्राम प्रधानों, पार्षदों तथा जनप्रतिनिधियों को कांवड़ यात्रा में बरती जाने वाली सावधानियों के सन्दर्भ में अवगत करायें तथा जिन सड़कों से कांवड़ यात्रा निकल रही है, उस पर पेट्रोलिंग करके लाइनों एवं खम्भों के निर्धारित मानक को सुनिश्चित करें। यदि सड़क पर कहीं कोई अवरोध हो तो उसकी सूचना जिला प्रशासन को दें। यह निर्देश प्रदेश के ऊर्जा एवं अतिरिक्त ऊर्जा श्रोत मंत्री ए0के0 शर्मा ने विद्युत विभाग की समीक्षा बैठक में दिये है।
शक्ति भवन में वीडियो कांफ्रेन्सिंग के माध्यम से उन्होंने प्रदेश के सभी वितरण निगमों के प्रबन्ध निदेशकों से कांवड़ यात्रा की सुरक्षा एवं व्यवस्था सम्बन्धी पूरी जानकारी प्राप्त की। उन्होंने मेरठ में कांवड़ यात्रा में विद्युत से हुई दुर्घटना पर विस्तृत पूछंताछ की। मेरठ की र्प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि भावनपुर के राली चौहान में हाईटेंशन लाइन से ज्यादा ऊंची 22 फुट ऊॅँचा डीजे का ट्रैक्टर टकरा गया, जिससे यह हादशा हुआ। प्रशासन ने 12 फुट की अनुमति दी थी। पूरे प्रकरण की जॉच विभिन्न एजेन्सियों से करायी गयी, जिसमें विद्युत विभाग की कोई गलती नहीं पायी गयी। प्रबन्ध निदेशक ने बताया कि कांवड़ यात्रा को देखते हुये विभाग पूरी तरह सजग है। पूरी सावधानी बरती जा रही है। ऐसी घटनायें रोकने हेतु इसके लिये पेट्रोलिंग और भी बढ़ा दी गयी है।
ऊर्जा मंत्री ने निर्देशित किया कि यद्यपि इन दुर्घटनाओं में विद्युत निगम का कोई दोष नहीं है। फिर भी दुर्घटना में जान गंवाने वालों को नियमानुसार जो 01 लाख रूपये का भुगतान किया जाना है, वह तत्काल देना सुनिश्चित किया जाये। कांवड़ यात्रा रूट पर स्थानीय अवर अभियन्ता से लेकर उच्चाधिकारी पेट्रोलिंग करके यह सुनिश्चित करें कि जहां कहीं पर भी पोल या ट्रांसफार्मर के आस-पास विद्युत करंट उतर रहा हो, उसके बारे में लोगांे को जागरूकर करें, ऐसे पोल, ट्रांसफार्मर से लोगों को दूर रखने के उपाय भी किये जाएं। करंट उतरने के कारणों की जांच कर, उसे ठीक करने का भी प्रयास किया जाय। लाउडस्पीकर एवं प्रचार सामग्री के माध्यम से कांवड़ यात्रियों को भी जागरूक किया जाये कि वे ऐसा कोई कार्य न करें जिससे दुर्घटना की सम्भावना हो।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि अभी कांवड़ यात्रा की शुरूआत है। इसलिये विभागीय कर्मचारी कांवड़ यात्रा से सम्बन्धित गांवो में लाउडस्पीकर, पोस्टर, पाम्पलेट तथा सम्पर्क करके यह बताये कि खम्भों एवं लाइनों की ऊॅचाई 19 फिट होती है। इसलिये ज्यादा ऊॅचाई का कोई वाहन, डीजे, कांवड़ या अन्य सामग्री लेकर न चलें।
उन्होंने यह भी निर्देशित किया कि विभागीय अधिकारी जिला प्रशासन को भी पत्र लिखकर यह अवगत करा दें कि डी0जे0 की अनुमति में क्या सावधानी बरतनी है।
ऊर्जा मंत्री ने पोल एवं ट्रांसफार्मरों के आस-पास विद्युत करंट उतरने की प्रभावी जॉच हेतु आवश्यक उपकरणों की प्रर्याप्त व्यवस्था सुनिश्ति करने के निर्देश दिये।
ऊर्जा मंत्री ने कहा कि जहॉ भी कोई आवश्यक विद्युत सम्बन्धी कार्य कराना हो, उसे प्राथमिकता से करायें। साथ जी आरडीएसएस योजना के कार्यों में तेजी लायी जाये। उन्होंने सख्त चेतावनी दी है कि कांवड़ यात्रा की सुरक्षा में यदि कही कोई लापरवाही पायी गयी तो सख्त कार्यवाई सुनिश्चित की जायेगी। उन्होंने कहा कि इसके पहले भी सचेत किया जा चुका है कि जर्जर तार एवं पोल को बदलें, लटकते तारों एवं झुके हुए पोल को तत्काल ठीक करें तथा हरे पेड़ को छूकर जाने वाले तारों को तत्काल पेड़ के सम्पर्क से हटाने, टहनियों को छांटने के निर्देश दिये गये थे। फिर भी विद्युत दुर्घटनाओं की शिकायतें आ रही हैं जो कि गम्भीर मामला है। लोगों की जानमाल की सुरक्षा के लिए इस व्यवस्था में तत्काल सुधार किया जाय। बरसात में ट्रांसफार्मर और उसकी सुरक्षा में लगी जाली, पोल बाक्स, सपोर्ट केबिल में करंट न उतर रहा हो, इसकी जांच करें और तत्काल ठीक भी किया जाय। कहीं पर भी ऐसी स्थिति बन रही हो तो उसके बारे में लोगों को जागरूक किया जाय कि ऐसे विद्युत उपकरणों से दूर रहें।
समीक्षा में उ0प्र0 पावर कारपोरेशन अध्यक्ष एम0 देवराज ने निर्देशित किया कि दुर्घटना पीड़ितों को नियमानुसार मिलने वाली धनराशि तत्काल देना सुनिश्चित किया जाये। अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों में भ्रमण करें तथा फोन जरूर उठाये।
शक्ति भवन में सम्पन्न इस बैठक में उ0प्र0 पावर कारपोरेशन के प्रबन्ध निदेशक पंकज कुमार सहित अनेक वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।

 

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