पूणे

मेटा और करिश्‍मा कपूर ने युवा क्रिएटर्स को अपने ऑनलाइन अनुभव मैनेज करने में मदद के लिये 

मेटा और करिश्‍मा कपूर ने युवा क्रिएटर्स को अपने ऑनलाइन अनुभव मैनेज करने में मदद के लिये 

ऑन आईजी यू डिसाइड’ पर साझेदारी की

 

पुणे : मेटा ने आज अपने प्‍लेटफॉर्म्‍स पर युवाओं की भलाई के संदेश को फैलाने के लिये बॉलीवुड अभिनेत्री करिश्‍मा कपूर के साथ एक साझेदारी की घोषणा की है। इस साझेदारी का उद्देश्‍य पैरेंट्स और बच्‍चों को उनकी भलाई और मेटा के प्‍लेटफॉर्म्‍स पर बेहतर नियंत्रण प्राप्‍त करने के लिये उपलब्‍ध सेफ्टी टूल्‍स का इस्‍तेमाल करने के लिये प्रोत्‍साहित करना है। यह एक सकारात्‍मक ऑनलाइन अनुभव हासिल करने में युवाओं की मदद करने के मेटा के जारी प्रयासों का ही हिस्‍सा है।

इस पहल के बारे में और अधिक जानकारी देते हुये नताशा जोगहेडपब्लिक पॉलिसीइंस्‍टाग्राम और पॉलिसी प्रोग्राम्‍सफेसबुक इंडिया (मेटा) ने कहा, “हम चाहते हैं कि हमारे प्‍लेटफॉर्म्‍स पर बिताया गया समय सार्थक एवं उद्देश्‍यपरक हो और इस प्रयास के पीछे का हमारा इरादा यही है। हमारा आइडिया है कि लोग, खासतौर से यंग यूजर्स हमारे प्‍लेटफॉर्म पर सुरक्षित महसूस करें और हम बच्‍चों के साथ पेरेंट्स के अनुभव को मैनेज करने में मदद कर सकें। हम इस साझेदारी के लिये करिश्‍मा कपूर के आभारी हैंजो पूरे भारत में इस संदेश को फैलाने में मदद कर रही हैं।

 

अभिनेत्री करिश्‍मा कपूर ने कहा, “एक पैरेंट होने के नातेमैं चाहती हूं कि मेरे बच्‍चे खुलकर अपने दिल की बात कहें। सोशल मीडिया का इस्‍तेमाल आज पैरेंट्स और बच्‍चों के लिये एक शेयर्ड एक्‍सपीरिएंस है। एक सुरक्षित परिवेश के निर्माण में मदद करने में पैरेंट्स एक महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैंजिसके माध्‍यम से बच्‍चे सोशल मीडिया के फायदों को एक्‍सप्‍लोर कर सकते हैं। मां होने के नाते उनकी भलाई मेरी सबसे बड़ी प्राथमिकता है। इन जरूरतों को एक सुरक्षित ऑनलाइन अनुभव की जरूरत के साथ संतुलित करने की आवश्‍यकता है। मैं इंस्‍टाग्राम के यू डिसाइड कैम्‍पेन के साथ जुड़कर बहुत खुश हूंजो पैरेंट्स को उनके बच्‍चों के सोशल मीडिया इंटरैक्‍शन्‍स में सपोर्ट करने में मदद करता है।

मानसी ज़ावेरीफाउंडरकिड्सस्‍टॉपप्रेस ने कहा, वर्तमान में सोशल मीडिया का इस्‍तेमाल पैरेंट्स और बच्‍चों के लिये एक शेयर्ड एक्‍सपीरिएंस है। एक ऐसा सुरक्षित माहौल तैयार करने में पैरेंट्स बेहद महत्‍वपूर्ण भूमिका निभाते हैंजिसके जरिये बच्‍चे सोशल मीडिया के फायदों को एक्‍सप्‍लोर कर सकते हैं। मेटा की पहल पैरेंट्स को एक विस्‍तारित भूमिका निभाने का अवसर प्रदान करती हैजिसमें वे सुनिश्चित कर सकते हैं कि उनके बच्‍चों को सुरक्षित अनुभव मिल रहा है और यह एक स्‍वागतयोग्‍य पहल है।

 

 जैसे लगभग 10 मशहूर क्रिएटर्स द्वारा आगे बढ़ाया जायेगा। इसके माध्‍यम से मिलेनियल्‍स और जेन जेड के बीच सोशल मीडिया सुरक्षा और इसके लिये उपलब्‍ध टूल्‍स के बारे में जागरूकता फैलाई जायेगी।

मेटा के प्‍लेटफॉर्म्‍स का इस्‍तेमाल कई यूजर्स द्वारा खुद को अभिव्‍यक्‍त करने, नेटवर्क बनाने और महत्‍वपूर्ण लाइव अपडेट्स के सम्‍पर्क में बने रहने एवं उन्‍हें शेयर करने के लिये किया जाता है। इन यूजर्स में से कई युवा एवं टीनेजर्स हैं। यूजर की सुरक्षा को बढ़ाने के लिये, मेटा ने अनेक पहलों और संसाधनों की घोषणा की है, जो यूजर्स के लिये उपलब्‍ध हैं।

यूथ वेलबीइंग एफर्ट्स के अंतर्गत हाल ही में जारी किये गये फीचर्स में क्विंट मोड शामिल है, जो यूजर्स को फोकस करने एवं ऐप पर दोस्‍तों तथा फॉलोअर्स के साथ सीमायें तय करने में मदद करता है, जिससे टीनेज यूजर्स को ऐप पर बिताये गये समय और जो वो देखते हैं, उसे और भी ज्‍यादा अच्‍छी तरह से नियंत्रित करने में मदद मिलती है। इंस्‍टाग्राम के पैरेंटल सुपरविजन फीचर के लिये अतिरिक्‍त अपडेट्स भी रिलीज किये गये हैं। पैरेंट्स अपने बच्‍चों द्वारा फॉलो किये गये अकाउंट्स और साथ ही उन अकाउंट्स को भी देख सकते हैं, जिन्‍होंने उनके बच्‍चों को फॉलो किया है। मेटा का ‘फैमिली सेंटर’ पैरेंट्स को वो सारे संसाधन एवं टूल्‍स उपलब्‍ध करायेगा, जिनकी उन्‍हें अपने टीन्‍स के ऑनलाइन अनुभव को सपोर्ट करने में मदद करने के लिये जरूरत होगी। यह पैरेंट्स और टीनेजर्स के लिये एक ऐसी जगह भी होगा, जहां वे इस बात की जानकारी हासिल कर सकते हैं कि प्‍लेटफॉर्म्‍स पर सुरक्षित तरीके से नैविगेट कैसा हुआ जाता है। टीन्‍स को फेसबुक पर 20 मिनट समय बिताने के बाद एक नोटिफिकेशन भी नजर आयेगा, जो उन्‍हें एप्‍प से ब्रेक लेने और रोजाना की समय सीमा तय करने के लिये प्रोत्‍साहित करेगा।

मेटा के लिये युवाओं की सुरक्षा एक प्रमुख विषय रहा है, क्‍योंकि ढेरों टीन्‍स इसके प्‍लेटफॉर्म्‍स का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। इस बात को ध्‍यान में रखते हुये, मेटा ने अपने प्‍लेटफॉर्म्‍स को एक सुरक्षित स्‍थान बनाने पर जोर दिया है और पिछले तीन सालों में युवाओं की सुरक्षा पर लक्षित 30 से अधिक टूल्‍स लॉन्‍च किये हैं।

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