विशाल समाचार नेटवर्क टीम रीवा
मामा की सरकार में पुलिस तानासाही में…
जवावा थाना प्रभारी के द्वारा पत्रकार को अपमानित किये जाने के विरोध में रीवा एसपी को सौंपा ज्ञापन, पूर्व में डभौरा एसडीओपी को जवा पत्रकार संघ अध्यक्ष के द्वारा दिया गया आवेदन
एमपी: रीवा जिले के जवा के थाना प्रभारी उपनिरीक्षक गीतांजली सिंह के तानासाही एवं दबंगई के आगे क्षेत्र की जनता परेशान है जहा पर लगातार आये दिन अनेक तरह की घटनाएं घटित हो रही लेकिन उन पर जवा थाना प्रभारी के द्वारा लगाम नही लगाया जा रहा है जिसकी खबरे भी प्रकाशित होती रही है लेकिन संबंधित अधिकारियों द्वारा नही दिया जा रहा है जिस कारण जवा थाना प्रभारी के हौशले बुलंद है।
इसी तरह का एक मामला 13 अगस्त 2023 को जवा थाने में पत्रकार विजय कुमार तिवारी के साथ घटित हुई जहा पर थाना प्रभारी गीतांजली सिंह के द्वारा पत्रकारिता पर अभद्र एवं अशोभनीय टिप्पणी कर पत्रकार को अपमानित किया गया जिसके विरोध में रीवा के पत्रकारों ने रीवा एसपी को ज्ञापन पत्र सौंप कर उचित कार्यवाही की मांग की है।
जहा पर आज पत्रकार विजय कुमार तिवारी ने अपने पत्रकार साथियों के साथ रीवा एसपी विवेक सिंह से मुलाकात कर बताया कि कुछ आवश्यक कार्यवश व एक सिपाही से जवा थाने मिलने गए हुए थे परिसर से दूर एक कुसी में बैठकर दूरभाष पर कुछ आवश्यक बात कर रहे थे उसी समय थाना प्रभारी गीतांजली सिंह सोमबंशी ने आकर कई बार अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए अपमानित किया। मेरे द्वारा यह बताया गया कि मैं पत्रकार हूँ इस पर थाना प्रभारी और
बौखला गयी तथा पत्रकारिता पर अनाप- शनाप अभद्र टिप्पणियां करने लगी और कहा कि ऐसे पत्रकार प्रतिदिन पैदा होते है दुबारा यहाँ दिखना नही और पत्रकार नाम नही
बताना ।
सवाल यही की थाना प्रभारी को पत्रकारों से इतनी नफरत क्यो?
उपनिरीक्षक थाना प्रभारी की पत्रकारिता पर ऐसी अभद्र टिप्पणी पत्रकारिता को चुनौती देना है लोकतांत्रिक व्यवस्था में पत्रकारिता को चौथा स्तम्भ कहा जाता है वही सर्वोच्च न्यायालय द्वारा व्यवस्था दी जा चुकी है कि पत्रकार भीड़ का हिस्सा नही है उन्हे समाचार संकलन करने एवं अध्ययन करने से कोई रोक नही सकता है फिर भी उपनिरीक्षक गीतांजली
सिंह के दबंगई से लगता है कि अपने आप के अलावा किसी व्यवस्था को कुछ नही समझती है।
जिसका सबसे बड़ा कारण है राजनीतिक संरक्षण प्राप्त होना है वार्ना थाना प्रभारी के खिलाफ हटाने हेतु चक्काजाम भी किया गया और लगातार उनके कारनामो के खिलाफ खबर प्रकाशित भी हुई, इसके बावजूद भी किसी सक्षम अधिकारी के द्वारा कार्यवाही व स्थानांतरण करने की जुर्रत नही की जा रही है जबकि जवा थाना टीआई थाना है यश फिर भी एक उपनिरीक्षक को जिम्मेदारी दी गयी है। अब देखना यही होगा कि अग्रिम क्या कार्यवाही की जायेगी।
उस दौरान प्रमुख रूप से मनोज सिंह बघेल, विजय तिवारी, अमर मिश्रा, कुशमेंद्र सिंह, प्रद्युम्न कुमार शुक्ला रीवा, कुश द्विवेदी, उमेश सिंह सहित अन्य पत्रकार उपस्थित रहे।