राजस्थान

हमारा लक्ष्य एक राजाखेड़ा हो सर्वश्रेष्ठ

रिपोर्ट जयसिंह गुर्जर धौलपुर

हमारा लक्ष्य एक राजाखेड़ा हो सर्वश्रेष्ठ”

भाजपा युवा नेता दुष्यंत अशोक शर्मा और युवा नेत्री मालविका मुदगल ने राजाखेड़ा के इतिहास में पहली बार तैयार किया 30 पन्नों का रिसर्च पेपर – नई दिल्ली और जयपुर में वरिष्ठ नेताओं को पेपर भेंट कर, राजाखेड़ा में सकारात्मक बदलाव की चर्चा करी

राजाखेड़ा विधानसभा क्षेत्र से भाजपा के पूर्व प्रत्याशी और कद्दावर नेता स्वर्गीय अशोक शर्मा के पुत्र भाजपा युवा नेता दुष्यंत शर्मा और पुत्री मालविका मुद्गल ने राजाखेड़ा क्षेत्र के 100 सालों के इतिहास में पहली बार राजाखेड़ा के विकास को बाधित करने वाली चुनौतियों को लेकर 30 पन्नों का ऐतिहासिक पुलिंदा तैयार किया।बताया की राजस्थान धौलपुर जिले में राजाखेड़ा एक प्रमुख विधानसभा है यह नगर विकास संबंधी ज्वलंत चुनौतियों का सामना कर रहा है इस संबंध में महत्वपूर्ण प्रयास में ऊर्जा से भरपूर भाई बहन की जोड़ी दुष्यंत अशोक शर्मा और मालविका मुद्गल ने इस नगर की चुनौतियों को उजागर करते हुए अपनी तरफ से एक पहला रिसर्च पेपर “”राजाखेड़ा में सकारात्मक बदलाव में सहयोग :- विकास और वृद्धि का खाका”” प्रस्तुत किया है यह अनूठा रिसर्च पेपर राजाखेड़ा में और विशेषकर नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत स्वीकृत शहरों में क्षेत्रीय विकास की असमानता की जटिलताओं को समझने में एक महत्वपूर्ण योगदान है। दोनो युवा नेताओं ने ये रिसर्च पेपर नई दिल्ली और जयपुर जाकर निम्नलिखित वरिष्ठ नेताओं को प्रस्तुत कर राजाखेड़ा के विकास की चर्चा की।
1. चंद्रशेखर जी – प्रदेश महामंत्री संगठन
2. गजेंद्र सिंह शेखावत – केंद्रीय जल शक्ति मंत्री
3. विजया राहतकर – भाजपा राष्ट्रीय मंत्री व राजस्थान प्रदेश सह प्रभारी
4. अरुण चतुर्वेदी – पूर्व प्रदेशाध्यक्ष
5. मुकेश ढाडिच – चुनाव प्रभारी
6. भजनलाल शर्मा – प्रदेश महामंत्री
7. मोतीलाल मीना – प्रदेश महामंत्री
जमीनी स्तर पर लोगों के अनुभवों और विशेषज्ञों की राय के साथ गहन अनुसंधान के माध्यम से इस रिसर्च पेपर में पिछड़ेपन के महत्वपूर्ण बिंदु के रूप में राजाखेड़ा पर ध्यान केंद्रित किया गया है। जिस पर तत्काल ध्यान देने की जरूरत है राजाखेड़ा की प्रग्रति को लगातार बाधित करने वाली मूलभूत चुनौतियों की पहचान और विश्लेषण के द्वारा यह रिसर्च पेपर विविध चुनौतियों पर रोशनी डालता है जिसमें बुनियादी सुविधाएं,जल,स्वास्थ्य देखभाल,शिक्षा,वित्तीय समावेशन और कौशल विकास तथा कृषि सम्मिलित है।इस रिसर्च पेपर की उल्लेखनीय उपलब्धियों में से एक इसका राजाखेड़ा के निवासियों के सामुदायिक अनुभवों और चिताओं का प्रलेखन है। घर-घर जनसंपर्क अभियान का लाभ उठाकर,दुष्यंत और मालविका ने कुल 46 पंचायतों में से 23 पंचायतों में लोगों के साथ बातचीत की इस संयुक्त प्रयास से नागरिकों के बुनियादी अधिकारों के बारे में जागरूकता बढ़ी और लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सामाजिक कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी मिली रिसर्च पेपर का कार्यक्षेत्र सरकारी आंकड़ों के समीक्षात्मक विश्लेषण तक ही सीमित नहीं है बल्कि इसे मीडिया,उद्योग के विशेषज्ञों,शैक्षणिक संस्थानों के प्रोफेशनल्स और उस से बढ़कर राजाखेड़ा के स्थानीय निवासी के विशेष ज्ञान के आधार पर तैयार किया गया है। इससे मालविका मुद्गल और दुष्यंत अशोक शर्मा को जमीनी स्तर पर लोगों के दृष्टिकोण से समस्याओं को संबोधित करने में मदद मिली है। मालविका मुद्गल ने कहा कि””यह रिसर्च पेपर बहुआयामी चुनौतियों की गहरी छानबीन करके राजाखेड़ा में विकास के सभी पहलुओं में व्यापक हस्तक्षेप की अनिवार्यता पर जोर देता है यह नीति निर्माताओं,हितधारकों और समुदाय-समर्थकों के लिए समान रूप से एक आरंभ बिंदु के रूप में उपयोगी है””।
दुष्यंत अशोक शर्मा ने कहा कि””हमारा शोध केवल चुनौतियों का प्रलेखन नहीं है बल्कि इसका मुख्य उद्देश्य बदलाव के लिए एक आंदोलन का निर्माण करना है हमारा मानना है कि शिक्षा और कौशल विकास में सतत प्रयासों के माध्यम से राजाखेड़ा की संभावनाओं के द्वार खोले जा सकते हैं इन मूलभूत क्षेत्रों पर ध्यान देकर हम न केवल लोगों के जीवन में सुधार कर सकेंगे बल्कि इस क्षेत्र की सामान्य परिस्थितियों में बदलाव भी ला सकेंगे”””।दुष्यंत अशोक शर्मा और मालविका मुद्गल राजाखेड़ा(धौलपुर जिला) में जमीनी स्तर पर कार्यों का नेतृत्व कर रही हैं।नीति आयोग के आकांक्षी जिला कार्यक्रम के अंतर्गत राजस्थान के पांच जिलों को चिन्हित किया गया है।धौलपुर जिले में राजाखेड़ा पिछड़ेपन के सबसे अधिक संवेदनशील क्षेत्रों में से एक है।और यहां विकास करने और ध्यान देने के लिए तत्काल हस्तक्षेप करने की जरूरत है।दुष्यंत अशोक शर्मा और मालविका मुद्गल राजाखेड़ा में प्रमुख विकास सूचकांक में सुधार करने और नीति आयोग द्वारा रैंकिंग बढ़ाने के लक्ष्य के साथ सामुदायिक लामबंदी और जागरूकता बढ़ाने पर काम करती रही हैं।भाई बहन की यह जोड़ी राजाखेड़ा में लोगों के जीवन में महत्वपूर्ण बदलाव लाने के लिए बहुराष्ट्रीय संगठनो में लोक नीति,विपणन और सामाजिक विकास के क्षेत्र में अपने अनुभव का लाभ उठा रही हैं। राजाखेड़ा के इस कार्य से पहले दुष्यंत अशोक शर्मा नई दिल्ली में अमेरिकन एक्सप्रेस,
एमएसएजी स्किल इंडिया,क्लब फेक्ट्री और आर्सेनल जैसे संगठनों में कार्य कर चुके हैं।मालविका मुद्गल ने भी हिताची,एलीलिली और कारगिल में काम किया है और सीएसआर, सस्टेनेबिलीटी,ईएसजी तथा पालिसी कम्युनिकेशंस में विशेषज्ञता हासिल की है।

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