भारत में निर्धन किसान मजदूर एवं महिलाओं के लिए कोई योजनाएं नहीं है क्या..
रिपोर्ट विक्रांत/पंकज तिवारी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 15 अगस्त के अपने अभिभाषण में देश में लगभग दो लाख दीदियों को लखपति बनाने का जो लक्ष्य रखा गया है क्या उसे लक्ष्य के सापेक्ष प्रशासन भी कार्य करेगा अन्यथा के स्थिति में प्रशासन रोजगार को बढ़ावा देने में कोई रुचि नहीं रखता है यहां तक की मुद्रा लोन में भी बैंक द्वारा बताया जाता है कि कम से कम 6 महीने लग जाता है लोन प्रदान करने में और जैसा के प्रधानमंत्री महोदय कहते हैं की आधार कार्ड लेकर जाओ और मुद्रा लोन हासिल करो इस तरह लोन नहीं मिलता है तो आप जाकर प्रधानमंत्री जी से लोन ले लीजिए यहां बैंक में नहीं मिल पाएगा इसमें दर्जनों दस्तावेज लगते हैं केवल आधार कार्ड से ऋण नहीं मिल पाएगा यदि केवल आधार कार्ड से मुद्रा लोन का ऋण लेना है तो आप जाइए प्रधानमंत्री कार्यालय से ही ले लीजिए इस तरह से क्षेत्रीय प्रशासन जनता से पेश आता है अर्थात यूं कहा जाए कि ग्रामीण जनता जो अत्यंत निर्धन मजदूर किसान हैं शायद उनके लिए किसी प्रकार की कोई योजना भारत सरकार ने अभी नहीं संचालित की है केवल अमीरों के लिए ही समस्त योजनाएं भारत सरकार ने संचालित की हैं अभी तक क्योंकि गरीब असहाय निर्धन किसान और मजदूर एवं महिला मनी मार्जिन का बंदोबस्त नहीं कर सकती हैं इसलिए उन्हें अन्य किसी भी योजनाओं का लाभ नहीं मिल सकता है जिनके पास धन है वही समस्त योजनाओं का लाभ ले सकते हैं इस तरह से भारत सरकार ने और राज्य सरकारों ने गरीब मजदूर किसान एवं महिलाओं को समस्त योजनाओं से वंचित करने का एक सफल प्रयास तो नहीं किया जा रहा है
.? यह बात कहना है उत्तर प्रदेश के जनपद बहराइच के माहसी विकासखंड के निर्धन किसान मजदूर एवं महिलाओं का इसका जवाब मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश योगी आदित्यनाथ एवं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अवश्य देना चाहिए सहूलियत मिल सके.