मलेरिया और डेंगू से हाहाकार , गांव के अंदर घर घर मरीज पड़े चारपाई पर..
रिपोर्ट विशाल समाचार नेटवर्क टीम
इटावा /उत्तर प्रदेश: इस समय धूप और गर्मी,बरिष का मौसम चल रहा है। जनपद इटावा के गांव बनकटी बुजुर्ग में 250 से 300 लोग मलेरिया, वायरल और डेंगू जैसी बीमारी से ग्रसित हैं और घर-घर चरपाइयां बिछी हुई हैं। इस गांव की हालत यह है कि दर्जनों मरीज इटावा और आगरा में जाकर इलाज करा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग की ओर से गांव की कोई खैर खबर नहीं ली गई है।
ग्रामीणों ने मुख्यमंत्री पोर्टल तक पर एक हफ्ते पहले ही गांव की स्थिति का हाल और स्वास्थ्य विभाग की अनदेखी की शिकायत की है मगर कोई स्वास्थ्य टीम फिर भी गांव नही पहुंची है। इन दिनों गांव में करीब डेढ़ सौ से ज्यादा घरों में चरपाइयाँ बिछी हुईं हैं। लोग झोलाछाप डॉक्टर्स के साथ-साथ प्राइवेट डॉक्टरों से इलाज करा कर जैसे तैसे इन संचारी रोगों से संघर्ष कर रहे हैं। गांव के बीमार लोगों की संख्या इतनी अधिक है कि उनके सबके नाम नहीं लिखे जा सकते हैं। बुखार ग्रस्त लोगों में 4 वर्ष से लेकर 15 वर्ष तक के ज्यादातर बच्चे और किशोर शामिल हैं।
बताया गया है कि कई बीमार तो आगरा में भर्ती हैं जिनके प्लेटलेट्स काउंट कम पाए गए हैं और उनमें डेंगू होने की पुष्टि की गई है। इतनी बड़ी संख्या में बीमारी फैली होने के बावजूद गांव में बिजली की आपूर्ति की हालत यह है कि मुश्किल से 7 या 8 घंटे ही बिजली 24 घंटे के दौरान आ रही है, जिससे लोग अलग ही परेशान हैं।
बनकटी गांव निवासी रितेश कुमार ने बताया है कि उसने एक हफ्ता पहले ही जसवंतनगर और इटावा के स्वास्थ्य अधिकारियों को गांव में संक्रामक रोग फैलने की सूचना दे दी थी मगर कोई भी डॉक्टर गांव में नहीं पहुंचा है.