आरोग्यपूणे

जिले में स्वच्छता एक पाक्षिक सेवा है..

रिपोर्ट देवेन्द्र सिंह तोमर पुणे

जिले में स्वच्छता एक पाक्षिक सेवा है

कचरा मुक्त भारत, कचरा मुक्त पुणे जिले के लिए सफाई अभियान 15 सितंबर से 2 अक्टूबर 2023 तक चलेगा

शासन के निर्देशानुसार महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर 15 सितम्बर से 2 अक्टूबर 2023 तक स्वच्छता ही सेवा अभियान चलाया जायेगा। इस वर्ष स्वच्छता सेवा अभियान की अवधारणा अपशिष्ट मुक्त भारत है और नागरिकों को अपने गांव को स्थायीरूप स्वच्छता और पर्यावरण के अनुकूल बनाने के लिए इस अभियान में भाग लेने का अनुरोध श्री रमेश चव्हाण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, पुणे इंहोने किया।

ग्रामीण क्षेत्रों में नागरिकों की स्वास्थ्य स्थिति में सुधार के लिए सरकार की ओर से विभिन्न अभियान और गतिविधियाँ क्रियान्वित की जाती हैं। स्वच्छता ही सेवा मिशन हर साल 15 सितंबर से 2 अक्टूबर तक लागू किया जाता है। इस अभियान में ग्रामीण क्षेत्रों में सार्वजनिक स्थानों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशनों, पर्यटन स्थलों, पार्कों और अभयारण्यों, ऐतिहासिक संरचनाओं, विरासत स्थलों, नदी तटों, किलों, गुफाओं आदि में स्वेच्छा से श्रमदान कर स्वच्छता संबंधी विभिन्न गतिविधियाँ चलायी जा रही हैं। घाट आदि। क्षेत्र में दृश्यमान स्वच्छता और सफाईकर्मियों के कल्याण पर केंद्रित अभियान लागू किए जाने हैं।

इसके अनुसार पुणे जिले के ग्रामीण एवं शहरी क्षेत्रों में श्रमदान कर बाजारों, सार्वजनिक स्थानों, पर्यटन स्थलों, किलों, गुफाओं आदि की साफ-सफाई करने तथा जनभागीदारी से दीवारों पर स्वच्छता का संदेश देने वाले रंग-रोगन करने का अनुरोध किया गया है। उन स्थानों पर कूड़ादान स्थापित करें। ऐसे श्री. रमेश चव्हाण, मुख्य कार्यकारी अधिकारी, जिला परिषद, पुणे ने कहा।

पणे जिले के शहरों और गांवों में बाजारों, सार्वजनिक स्थानों, पर्यटक स्थलों, किलों, गुफाओं आदि को श्रमदान करके और जनभागीदारी से स्वच्छता का संदेश देने वाली दीवारों पर पेंटिंग कर कूड़ा-कचरा स्थापित कर साफ-सफाई करने की अपील की गई है. उन स्थानों पर कूड़ेदान।सभी समूह विकास अधिकारियों के साथ-साथ पंचायत, स्वास्थ्य, महिला एवं बाल कल्याण और शिक्षा विभाग को निर्देश दिए गए हैं।

स्वच्छ्ता पंधरवाड़ा में प्रतिदिन इस सेवा को लागू करने की योजना और विभागों की जिम्मेदारी सभी तालुकों को दी गई है।

महत्वपूर्ण स्थानों पर कूड़े-कचरे की सफाई, जिले एवं गांवों के सभी पारंपरिक स्थानों पर कूड़े-कचरे की सफाई, सार्वजनिक शौचालयों, कूड़ेदानों, कूड़ा परिवहन वाहनों आदि की सफाई, ब्रांडिंग, मरम्मत, पेंटिंग आदि की दृष्टि से कार्य किया जाएगा। जोर दिया।

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