बस स्टैंड मऊगंज परिसर की झुग्गी-बस्ती झोपड़ियों से नगरपरिषद एवं बड़े बड़े व्यापारी अतिक्रमण के नाम पर माला माल…
बस स्टैंड के बाहर झुंगी झोपड़ी की दुकान को लेकर महिला से मारपीट एक बार अतिक्रमण हटाया और फिर उसी जगह पर दुकानों के लिए करवाया अतिक्रमण
रिपोर्ट धर्मेंद्र गुप्ता मऊगंज
मऊगंज एमपी: बस स्टैंड मऊगंज परिसर की झुग्गी-बस्ती झोपड़ियों से नगरपरिषद की मिली भगत से… बड़े बड़े व्यापारी अतिक्रमण के नाम पर माला माल… बेच देते है सरकारी जमीन किनारे दुकान लगाने को लेकर एक ही परिवार की महिलाओं में छिड़ी जंग बताया जा रहा कि सुंदर परवा मऊगंज की एक महिला रन्नू बानो बस स्टैंड के बाहर झोपड़ी में चूड़ी की दुकान लगाती रही है। लेकिन आज जगह को लेकर अचानक परिवार बालों में आपस में विवाद के दौरान मारपीट कर दी है।
यह सब मऊगंज के राजनेताओं की बोट बैंक की राजनीति का नतीजा है जिसके हांथो की कठपुतली बने प्रशासन ने मऊगंज को बेहाल कर रखा है।
जिसके चलते एक बार फिर शासकीय जमीन पर कब्जे हो रहे हैं। इसको किसी दिन बड़े विवाद की स्थिति निर्मित हो सकती है। यहां पर प्रशासन द्वारा विकास के नाम पर मेन रोड से अतिक्रमण की बुनियाद पर बनी दुकानों को हटाने के बाद भ्रष्ट लाचर प्रशासनिक व्यवस्था के चलते एक बार फिर सड़क पर दुकानों को खड़ा किया गया,जो कि बड़ी तेजी से वोट बैंक का विकास बढ़ रहा है।
इसमे तो कई भू माफिया ऐसे है जो कि शासकीय जमीन पर दुकान बना कर कब्जा कर रखे हैं। और फिर उसे बेचने का धंधा बना लिया।
मऊगंज में देखा जाय तो कुछ व्यापारियों ने सरकारी जमीन पर तीन तीन मंजिला दुकानें और घर खड़े कर रख है । जो कि यहाँ के अधिकारियों के संरक्षण का नतीजा है।
इस तरह की अव्यवस्था के लिए नगर परिषद और राजस्व विभाग दोनो जिम्मेदार हैं।
जो कि नगर में अतिक्रमण की छूट देकर अपनी जेब भरने में लगे हुए है। नतीजतन भ्रष्टाचार चरम सीमा पर हो रहा है।
इस पर प्रशासन को संज्ञान में लेना चाहिए..!