कम प्रतिशत वाले मतदान केन्द्रों में लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाएं – श्री खत्री
मतदाता जागरूकता के लिए नवाचार करके स्वीप बुलेटिन में पोस्ट करें – श्री खत्री
रिपोर्ट आलोक कुमार तिवारी रीवा
रीवा एमपी: . निर्वाचन आयोग के संयुक्त मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी मनोज खत्री ने वीडियो कान्फ्रेंसिंग के माध्यम से मतदाता जागरूकता अभियान की समीक्षा की। श्री खत्री ने कहा कि सभी जिलों में मतदाता जागरूकता कार्यक्रम चलाया जा रहा है। जिन मतदान केन्द्रों में पिछले विधानसभा तथा लोकसभा चुनाव में मतदान का प्रतिशत कम था वहाँ लगातार मतदाता जागरूकता अभियान चलाएं। मतदाताओं को जागरूक करने के लिए स्थानीय बोली में भी संदेश तैयार करके सोशल मीडिया में प्रसारित कराएं। मतदाता जागरूकता अभियान की हर गतिविधि स्वीप बुलेटिन में प्रतिदिन पोस्ट करें। निर्वाचन कार्य से जुड़े तथा मतदाता जागरूकता अभियान के अच्छे फोटोग्राफ नियमित रूप से निर्वाचन आयोग को उपलब्ध कराएं।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में श्री खत्री ने कहा कि दिव्यांग मतदाताओं तथा 80 साल से अधिक आयु के शत-प्रतिशत मतदाताओं को मताधिकार का उपयोग करने के लिए आवश्यक सुविधाएं दें। मतदान केन्द्रों में रैंप और व्हील चेयर की अनिवार्य रूप से व्यवस्था करें। ग्राम स्तरीय कर्मचारियों के माध्यम से दिव्यांग तथा बुजुर्ग मतदाताओं को मतदान केन्द्र तक पहुंचाने की व्यवस्था सुनिश्चित करें। इसके लिए मतदान केन्द्रवार कार्यक्रम तैयार कर उसमें कर्मचारियों की ड्यूटी लगाएं। कई विधानसभा क्षेत्रों में महिलाओं तथा पुरूष मतदाताओं के मतदान प्रतिशत में बहुत अंतर था। महिला और पुरूष मतदाताओं का मतदान प्रतिशत लगभग बराबर रहे इसके प्रयास करें। आंगनवाड़ी कार्यकर्ता, स्वास्थ्य कार्यकर्ता तथा महिला स्वसहायता समूह के सदस्यों के माध्यम से महिला मतदाताओं को जागरूक करें। मतदाता जागरूकता के बहुत बड़े कार्यक्रम आयोजित करने के स्थान पर प्रत्येक मतदान केन्द्र में मतदाता जागरूकता अभियान चलाएं। आदर्श मतदान केन्द्र, पिंक पोलिंग बूथ, दिव्यांग मतदान केन्द्र तथा युवा मतदान केन्द्र के संबंध में भी मतदाताओं को लगातार जानकारी दें। समाज के विभिन्न वर्गों और समुदायों के प्रमुख व्यक्तियों, सामाजिक संगठनों तथा खेल, व्यापार एवं अन्य क्षेत्र के महत्वपूर्ण व्यक्तियों की मतदान अपील प्रिंट मीडिया तथा सोशल मीडिया में लगातार जारी कराएं।
वीडियो कान्फ्रेंसिंग में श्री खत्री ने कहा कि ईव्हीएम के संबंध में तथा निर्वाचन से जुड़े अन्य मामलों में सोशल मीडिया पर कई बार फेक न्यूज पोस्ट की जाती हैं। इसका तत्काल खंडन कराएं। प्रत्येक जिले में जिला निर्वाचन अधिकारी एक अधिकारी को इसकी जिम्मेदारी दें। आयोग द्वारा फेक न्यूज के संबंध में एसओपी जारी की गई है। इसका पालन करते हुए सोशल मीडिया की मॉनीटरिंग करें। मतदान तथा मतगणना की कवरेज के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा भेजी गई सूची के आधार पर प्राधिकार पत्र जारी किए जा रहे हैं। इन प्राधिकार पत्रों के संबंध में सुरक्षा में तैनात अधिकारियों और कर्मचारियों को पूरी जानकारी दे दें। जिससे पत्रकारों को कवरेज में किसी तरह की कठिनाई न हो। प्राधिकार पत्र के साथ कवरेज के संबंध में निर्देश भी दिए गए हैं। कलेक्ट्रेट के एनआईसी केन्द्र से वीडियो कान्फ्रेंसिंग में स्वीप के नोडल अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे, सहायक कलेक्टर सोनाली देव, उप जिला निर्वाचन अधिकारी श्रेयस गोखले, सहायक संचालक महिला एवं बाल विकास आशीष द्विवेदी, नोडल अधिकारी एमसीएमसी उमेश तिवारी, सहायक नोडल अधिकारी शिवप्रसन्न शुक्ल उपस्थित रहे।