पूणे

50% से अधिक भारतीय अपने पहले फर्नीचर से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं: गोदरेज इंटेरियो के ‘होमस्केप्स’ की शोध रिपोर्ट

50% से अधिक भारतीय अपने पहले फर्नीचर से भावनात्मक रूप से जुड़े होते हैं: गोदरेज इंटेरियो के होमस्केप्स‘ की शोध रिपोर्ट

 

पुणे: भारत में घर की साज-सज्जा, सौंदर्य की पारंपरिक समझ से कहीं आगे जाती है। गोदरेज समूह की प्रमुख कंपनी, गोदरेज एंड बॉयस के व्यवसाय गोदरेज इंटेरियो के नए सर्वेक्षण से पता चलता है कि यह सांस्कृतिक मूल्योंभावनात्मक संबंधों और घर में स्थान के उपयोग के संबंध में बदलते रुझान का प्रतिबिंब है। गोदरेज इंटेरियो का होमस्केप्स‘ का सर्वेक्षण इस बात को रेखांकित करता है कि कैसे उपभोक्ताओं का व्यक्तित्व और मूल्य, उनके घर और घर की सजावट के विकल्पों में विशिष्ट रूप से व्यक्त होता है।

होमस्केप्स‘ के सर्वेक्षण में कहा गया है कि आधे से अधिक भारतीय उपभोक्ताओं (58%) का स्वतंत्र रूप से खरीदे गए पहले फर्नीचर के प्रति गहरा भावनात्मक लगाव होता है। यहां यह भी दिलचस्प है कि लगभग आधे उत्तरदाता (44%) अपने पहले फर्नीचर को सामुदायिक स्थान मानते हैंजो अपने सहकर्मियोंपरिवार और दोस्तों के साथ बातचीत का केंद्र रहा है।

गोदरेज इंटेरियो के होमस्केप्स सर्वेक्षण में उपभोक्ता व्यवहार के विकास के कुछ बहुत ही दिलचस्प पहलुओं का पता चला हैजिसमें व्यक्तिगत स्थान और विकास की बात रेखांकित होती है। शोध के अनुसारएक-तिहाई उत्तरदाता अपने घर को एक अभयारण्य मानते हैंएक ऐसी जगह जहां वे मी-टाइम‘, नींदध्यानआत्म-देखभाल या अपने बालकनी गार्डन में समय बिताने के लिए जाते हैं। जबकि 74% उत्तरदाताओं का मानना है कि वे अपने घरों के लिए जो फर्नीचरसाज-सामान और सजावट चुनते हैंवह न केवल उनके व्यक्तिगत विकास को दर्शाता हैबल्कि उनकी पेशेवर और वित्तीय प्रगति को भी दर्शाता है।

इस सर्वेक्षण की रिपोर्ट में घर में व्यक्तिगत और सामाजिक स्थान के बीच संबंध को भी दिखाया गया है। लगभग 48% उत्तरदाता किसी भी बड़े उत्सव से पहले अपने घरों को नए सिरे से सजानेसफाई करने या नवीनीकरण आदि करते हैं। सर्वेक्षण से पता चला कि बहुत से परिवार संबंधों को बेहतर बनाने के लिए एक पोषित परंपरा को पुनर्जीवित कर रहे हैं। 38% उत्तरदाताओं ने लिविंग रूम के सोफे पर दोस्तों और परिवार के साथ “मूवी नाइट” की परंपरा को फिर से शुरू किया है।

गोदरेज इंटेरियो के बिज़नेस प्रमुख और वरिष्ठ उपाध्यक्ष स्वप्निल नगरकर के अनुसार, “यह सर्वेक्षण व्यक्तिपरिवार और घर के बीच गहरे भावनात्मक संबंध को उजागर करता है। हमारा शोध उपभोक्ताओं के अस्तित्व के सबसे महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक – उनके जीवन की अभिव्यक्ति के रूप में उनके घरों – के संबंध में उनकी भावनाओं को रेखांकित करता है। हमारे सर्वेक्षण के आंकड़ों से पता चलता है कि लोग अब कार्यक्षमता और सौंदर्यशास्त्र दोनों पर ज़ोर दे रहे हैं और  इस तरह यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि उनके घर न केवल कुशल और सुव्यवस्थित रहें, बल्कि स्वागतयोग्य और खूबसूरती से सजाए गए भी हों। गोदरेज इंटेरियो मेंहम ऐसे फर्नीचर तैयार करने में गर्व महसूस करते हैं जो न केवल दिखने में आकर्षक होंबल्कि इनमें आधुनिक भारतीय जीवनशैली के अनुरूप विशेषता भी हो और यह विशेषता है, फर्नीचर का घर और जीवनशैली का एक अनिवार्य सदस्य बन जाना ।

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