अयोध्या धाम पहुंचे ऊर्जा मंत्री, विद्युत व्यवस्था की ली जानकारी
मंत्री श्री शर्मा ने ऊर्जा विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों का किया निरीक्षण, की समीक्षा
भगवान राम सूर्य के उपासक थे, सौर ऊर्जा से सुसज्जित हो रही अयोध्या : ए.के. शर्मा
15 मेगावाट का सोलर प्लांट बनकर तैयार, जल्द होगा उद्घाटन : ऊर्जा मंत्री
ट्रिपिंग विहीन हो अयोध्या धाम की विद्युत आपूर्ति, लगातार करें मॉनिटरिंग : श्री एके शर्मा
– उपकरणों के रख रखाव और अनुरक्षण कार्य सजगता से करें पूर्ण : अध्यक्ष, पॉवर कार्पोरेशन
सरायरासी गांव में 40 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जा रहा
98 सरकारी भवनों पर 2.3 मेगावाट के लगाए गए सोलर प्लांट
विशाल समाचार नेटवर्क टीम अयोध्या/लखनऊ
प्रदेश के नगर विकास एवम् ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा आज शनिवार को अयोध्या धाम पहुंचकर ऊर्जा एवं अतिरिक्त स्त्रोत विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों का निरीक्षण किया और सर्किट हाउस सभागार में कार्यों की समीक्षा की। निरीक्षण के दौरान ऊर्जा मंत्री ने कहा कि भगवान राम सूर्य के उपासक थे, इसीलिए सौर ऊर्जा से अयोध्या को सुसज्जित करने का काम अतिरिक्त ऊर्जा विभाग ने किया है। अयोध्या को उत्तर प्रदेश की पहली सोलर सिटी बनाने का निर्णय लिया गया था, उस दिशा में काफी काम अयोध्या में हो चुका है। उन्होंने कहा कि 40 मेगावाट का सोलर प्लांट सरायरासी गांव में लगाया जा रहा है। 15 मेगावाट का प्लांट बनकर तैयार हो चुका है, उसके उद्घाटन की स्थिति में आ चुके हैं, उसी के साथ 98 सरकारी भवनों पर भी 3.2 मेगावाट का सोलर प्लांट लगाया जा रहा। शहर में हज़ारों सोलर स्ट्रीट लाईट लगाई जा रही है, लगभग 2500 सोलर स्ट्रीट लगाई जा चुकी है, हाई मास्ट लाइट लगाई गई है, 600 स्मार्ट स्ट्रीट लाइट भी लगाई जा रही है, सबसे आकर्षक है कि चौराहों पर 40 सोलर ट्री लगाए जा चुके हैं।
इसी प्रकार ऊर्जा विभाग द्वारा अयोध्या धाम की निर्बाध विद्युत आपूर्ति के लिए सभी 33केवी, 11केवी और एलटी लाइनों को भूमिगत किया गया है। तीन पावर परिवर्तकों, 67 नए विद्युत वितरण परिवर्तको की क्षमता वृद्धि की गई है।
ऊर्जा मंत्री श्री ए.के. शर्मा ने अयोध्या के सर्किट हाउस में लगे सोलर ट्री और सोलर पैनल का निरीक्षण किया। इसके पश्चात सभागार में उन्होंने अयोध्या में ऊर्जा विभाग द्वारा कराए जा रहे कार्यों में समीक्षा की। समीक्षा के दौरान मंत्री श्री शर्मा ने अध्यक्ष श्री आशीष गोयल की उपस्थिति में विद्युत व्यवस्था की जानकारी लेते हुए आगामी 22 जनवरी के कार्यक्रमों में निर्बाध एवं उच्च कोटि की विद्युत आपूर्ति के भी निर्देश दिए। साथ ही उन्होंने प्राण प्रतिष्ठा से पहले विद्युत आपूर्ति व्यवस्था की गुणवत्ता का रिहर्सल करने के लिए भी कहा।
ऊर्जा मंत्री श्री शर्मा ने कहा कि अयोध्या धाम भारत की प्रमुख आध्यात्मिक, सांस्कृतिक एवं पर्यटन नगरी बन रही है। पूरी दुनिया के लोग यहां आएंगे। इसलिए प्रधानमंत्री जी और मुख्यमंत्री जी की मंशा के अनुरूप अयोध्या की विद्युत व्यवस्था विश्वस्तरीय होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या की विद्युत व्यवस्था ट्रिपिंग विहीन, उच्च गुणवत्ता की और आदर्श युक्त होनी चाहिए।
बैठक में मौजूद पावर कार्पोरेशन के अध्यक्ष श्री आशीष गोयल ने कहा कि अयोध्या धाम में जो भी कार्य हो रहे हैं, सभी शत-प्रतिशत मानक के अनुरूप होने चाहिए। इसमें जरा सी भी लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। अध्यक्ष ने कहा कि अधिकारियों और कर्मचारियों की फीडर वार जवाबदेही तय हो। पूरे जनपद में ट्रांसफार्मर ओवरलोडिंग नहीं रहनी चाहिए। जर्जर तारों को बदलने के कार्य को शीघ्र पूरा किया जाए। ट्रांसफार्मर जले या क्षतिग्रस्त न हो इसके लिए उनके रख रखाव व अनुरक्षण पर पूरी सजगता रखी जाए। मानकों का पालन किया जाए और ट्रॉली ट्रांसफार्मर भी पर्याप्त संख्या में रखें और साथ ही पर्याप्त गैंग एवं आवश्यक सामग्री रखी जाए।
अध्यक्ष श्री गोयल ने कहा कि ट्रिपिंग विहीन आपूर्ति के लिए मॉनिटरिंग की जाए। ट्रिपिंग दोबारा न हो इसके लिए सभी आवश्यक कार्य दुरुस्त कर लिए जाएं। व्यवस्था ऐसी होनी चाहिए जिससे अयोध्या में 24 घंटे कटौती मुक्त और उच्च कोटि की विद्युत आपूर्ति प्राप्त हो सके। जनपद के हर घर में वैध कनेक्शन हों इसके लिए घर घर सर्वे किए जाएं। उन्होंने कहा कि सभी लाइनों, ट्रांसफार्मरों, पालों तथा सब स्टेशनों का निरीक्षण कर यह सुनिश्चित कर लिया जाए कि सभी निश्चित मानकों के अनुरूप हैं। अध्यक्ष ने कहा कि कहीं भी किसी भी प्रकार की कमी नहीं होनी चाहिए, जिससे दुर्घटनाओं की संभावना न हो। टेंट व स्थाई निवास के लिए बनाए गए आवासों या अयोध्या धाम जहां भीड़ की रहने की संभावना है, वहां विद्युत सुरक्षा हेतु पूरी सावधानी बरती जाए। विद्युत उपकरणों तथा पोलों आदि की जांच समय-समय पर की जाए।
बैठक के दौरान अध्यक्ष श्री आशीष गोयल, निदेशक वितरण श्री डी.डी द्विवेदी, मुख्य अभियंता अयोध्या, अधीक्षण अभियंता एवं स्थानीय अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।