
वन विभाग के डीएफओ अतुल कान्त शुक्ला का सराहनीय कार्य मिला बड़ी सफलता
22 बोरो में भरकर ले जा रहे थे 745 कछुए, पुलिस ने पकड़ा तो तस्कर बोले- हम इनका करने वाले थे यह…वहीं इस मामले में डीएफओ अतुलकांत शुक्ला ने बताया कि यह सभी कछुए सुंदरी प्रजाति के हैं। करहल जनपद मैनपुरी से इनको इटावा लाया जा रहा था। रात में चेकिंग के दौरान सूचना मिलने पर सैफई के पास पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी कछुओं को 26 जनवरी को कोलकाता ले जाने की योजना थी।
विशाल समाचार नेटवर्क इटावा : सैफई सीमा पर गुरुवार की रात को वन विभाग व एसटीएफ कानपुर के संयुक्त अभियान के तहत एक गाड़ी में जा रहे 745 कछुए पकड़ लिए गए। इन सभी को तस्करी के लिए कोलकाता ले जाया जा रहा था। चार लोगों को भी पकड़ा गया है। यह लोग जीवित कछुये मैनपुरी जनपद के कई स्थानों से एकत्रित कर तस्करी के लिये ले जा रहे थे।
सुंदरी प्रजाति के हैं सारे कछुए
डीएफओ अतुलकांत शुक्ला ने बताया कि यह सभी कछुए सुंदरी प्रजाति के हैं। करहल जनपद मैनपुरी से इनको इटावा लाया जा रहा था। रात में चेकिंग के दौरान सूचना मिलने पर सैफई के पास पकड़ा गया है। उन्होंने बताया कि इन सभी कछुओं को 26 जनवरी को कोलकाता ले जाने की योजना थी।
इटावा लाकर किसी दूसरे वाहन से इन्हें भेजा जा रहा था। सभी के खिलाफ वन अधिनियम में मुकदमा दर्ज किया गया है। उन्होंने बताया कि इन कछुआ की तस्करी पश्चिम बंगाल के जरिए मलेशिया व सिंगापुर भी की जाती है 22 बोरी में भरकर यह कछुए ले जाए जा रहे थे।
इन सभी का प्रयोग पौरूष शक्ति को बढ़ाने और होटल में खाने में प्रयोग करने के लिए किया जाता है। पश्चिम बंगाल में इनकी अधिक मांग है।उन्होंने बताया कि पकड़े गए आरोपित कमशः गोविन्द कंजर पुत्र मुकेश कंजर निवासी-गिहार कालोनी, करहल मैनपुरी , गोपी कंजर पुत्र विरन कंजर निवासी-गिहार कालोनी, करहल मैनपुरी ,विक्की कंजर पुत्र राजकपूर कंजर निवासी-गिहार कालोनी, भरथना इटावा,सुनील तिवारी पुत्र जय नरायण निवासी नगला कले पो० बकेबर, इटावा हैं।