पूणे

आईटीसी को चैम्पियन्स जल प्रबंधन में दो और प्लैटिनम लेवल एडब्ल्यूएस प्रमाणन मिले ,सीडीपी वॉटर के लिए प्रतिष्ठित ‘ए‘सूची में भी प्रवेश किया

आईटीसी को चैम्पियन्स जल प्रबंधन में दो और प्लैटिनम लेवल एडब्ल्यूएस प्रमाणन मिले ,सीडीपी वॉटर के लिए प्रतिष्ठित ‘ए‘सूची में भी प्रवेश किया

 

विशाल समाचार संवाददाता पुणे:जल प्रबंधन में अपने बड़े पैमाने के प्रयासों को मजबूत करते हुए, बहु व्यवसाय समूह आईटीसी लिमिटेड ने महाराष्ट्र के रंजनगांव में अपनी दो अत्याधुनिक इकाइयों के लिए प्रतिष्ठित जल प्रबंधन के लिए सर्वाेच्च वैश्विक बेंचमार्क प्लैटिनम स्तरीय एडब्ल्यूएस (जल प्रबन्धन के लिए गठबंधन) प्रमाणन प्राप्त किया है। एक अन्य महत्वपूर्ण मील के पत्थर में, आईटीसी ने सीडीपी से जल सुरक्षा के लिए एक विशेष नेतृत्व स्तर ‘ए‘ स्कोर भी हासिल किया है जो एक प्रमुख गैर लाभकारी संगठन है और यह वैश्विक पर्यावरण मुद्दों पर भागीदारी को बढ़ावा देता है।

रंजनगांव इकाइयों के लिए एडब्ल्यू प्रमाणन 2022 में मालूर में अपनी फूड्स यूनिट के लिए समान उपलब्धि हासिल करने में कम्पनी की सफलता का अनुसरण करता है, जिसे प्रमाणन प्राप्त करने के लिए एशिया की पहली फूड प्रोसेसिंग फैसिलिटी के रूप में मान्यता दी गई थी। कोवई में आईटीसी की पेपरबोर्ड यूनिट एडब्ल्यूएस प्रमाणन प्राप्त करने वाली भारत की पहली साइट और दुनिया की पहली पेपर मिल बन गई है।

प्रतिष्ठित एडब्ल्यूएस प्रमाणन में पुणे जिले के रंजनगांव में एकीकृत फूड्स फैसिलिटी में कठोर ऑनसाइट और सामुदायिक स्तर के मूल्यांकन शामिल थे। इस इकाई में आईटीसी के लोकप्रिय फूड प्रोडेक्ट जैसे वाईपी नूडल्स, बिंगो स्नैक्स और आशीर्वाद आटा  सहित अन्य उत्पाद तैयार किए जाते हैं। एलायंस फॉर वॉटर स्टीवर्डशिप (एडब्ल्यूएस) एक वैश्विक सदस्यता सहयोग है जिसमें व्यवसाय, एनजीओज और सार्वजनिक क्षेत्र शामिल हैं जो स्थानीय जल-संसाधनों की स्थिरता में योगदान पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

प्रमाणपत्र केवल बैज ही नहीं हैं; वे आईटीसी की व्यापक पहलों के पैमाने और प्रभाव को दर्शाते हैं, जो इन फैसिलिटीज के भीतर स्थायी जल आपूर्ति और जिम्मेदार उपयोग सुनिश्चित करते हैं। ये हस्तक्षेप कारखाने की सीमाओं से परे भी विस्तारित होते हैं, जलग्रहण क्षेत्रों में हितधारकों के लिए जल सुरक्षा को संबोधित करते हैं और स्थानीय समुदायों को लाभान्वित करते हैं। विशेष रूप से, इन प्रयासों ने पहले ही घोड़ नदी बेसिन के पानी को सकारात्मक बना दिया है। जल शक्ति अभियान के साथ सहजता से जुड़ते हुए, आईटीसी स्थानीय जल संसाधनों के समुदाय-आधारित भागीदारी प्रबंधन के लिए जल उपयोगकर्ता समूह (डब्ल्यूयूजी) स्थापित करने में छोटे और सीमांत किसानों का समर्थन करता है।

इस सम्पूर्ण घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुएग्रुप हेड कृषि, स्थिरता और सामाजिक निवेश कार्यक्रम, आईटीसी लिमिटेड  श्री एस शिवकुमार ने कहा, ‘‘आईटीसी वर्षों से अपनी एलायंस फॉर वॉटर स्टीवर्डशिप (एडब्ल्यूएस)  को मजबूत करने में काफी मजबूत स्थिति में रही है। उन्होंने कहा प्रतिष्ठित एडब्ल्यूएस फ्रेमवर्क के तहत अब प्लैटिनम रेटिंग वाली चार आईटीसी सुविधाओं के साथ, हम गति बनाए रखेंगे और वर्ष 2035 तक अपनी सभी साइटों पर जहां कि भविष्य में पानी का संकट पैदा होने की संभावना है, इस उच्चतम वैश्विक प्रमाणन को प्राप्त करने के लिए प्रतिबद्ध रहेंगे, जल सुरक्षा के लिए सीडीपी ‘ए‘ सूची में प्रवेश करना आईटीसी के अभिनव प्रयासों का एक और प्रमाण है, विशेष रूप से हमारे सभी हितधारकों के लिए जल सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए।‘‘

आईटीसी का चौतरफा (360 डिग्री) जल प्रबंधन हस्तक्षेप:

जल प्रबन्धन के लिए 360 डिग्री यानी चौथरफा दृष्टिकोण पर जोर देते हुए, आईटीसी के स्थिरता कार्यक्रम वाटरशेड विकास पहल के माध्यम से कुशल जल प्रबंधन और संरक्षण पर केंद्रित है, जिसने 15 लाख एकड़ से अधिक क्षेत्र को कवर किया है और 4.40 लाख से अधिक लोगों को लाभान्वित किया है। आपूर्ति पक्ष जल प्रबन्धन कार्यक्रम के तहत अब तक 36,600 से अधिक जल संचयन संरचनाओं का निर्माण किया गया है, जिससे जल पुनर्भरण संरचनाओं की 51.85 मिलियन किलोलीटर से अधिक की भंडारण क्षमता बन गई है। आईटीसी सुविधाओं के भीतर ‘3आर‘ सिद्धांत रिसाइकिल, रियूज और रिड्यूस (पुनर्चक्रण, पुनरूउपयोग और कटौती) पर आधारित कठोर उपायों ने 2022-23 के दौरान 1 मिलियन किलोलीटर से अधिक जल भंडारण क्षमता उत्पन्न की है, जो जल संरक्षण प्रयासों में और योगदान दे रही है।

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