अगर टैंकर चालक माने तो सही आंदोलन कारियों ने रास्ते इमरजेंसी पहले से खाली कर रखे?
दिल्ली बॉर्डर पर जारी किसान आंदोलन के चलते ऑक्सीजन टैंकरों को कई घंटों तक जाम में फंसा रहना पड़ता है। ऑक्सीजन सप्लाई करने वाली कंपनियों ने इस बारे में केंद्र सरकार को पत्र लिखा है।
दिल्लीः दिल्ली से लगी सीमाओं पर किसान आंदोलन के चलते ऑक्सीजन से भरे टैंकरों को पहुंचने में देरी होने का मामला सामने आया है। बताया जा रहा है किसान आंदोलन के चलते ऑक्सीजन टैंकर देर से पहुंच रहा है। वहीं प्रदर्शन कर रहे किसानों ने इन आरोपों को खारिज कर दिया। दरअसल, भाजपा सासंद प्रवेश वर्मा ने मंगलवार रात को आरोप लगाया कि दिल्ली में मेडिकल ऑक्सीजन की सप्लाई किसानों द्वारा सड़क जाम कर दिए जाने के कारण प्रभावित हुई है। हालांकि टैंकर चालक की मानें तो किसानों की तत्परता से जल्द ही सड़कें खाली कराकर ऑक्सीजन टैंकर को रवाना किया गया। जाम नहीं मिलने के कारण 2-3 घंटे पहले ऑक्सीजन टैंकर दिश की राजधानी दिल्ली में पहुंच गया। ऑक्सीजन टैंकर चालक ने बताया कि गाजिपुर बॉर्डर पर किसानों का आंदोलन चल रहा है, लेकिन ऑक्सीजन टैंकर को देखते ही किसान भाइयों ने जल्दी से रास्ता खाली करवा दिया। मीडिया सूत्रों के मुताबिक दिल्ली स्थित बालाजी अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी हो गई थी, आनन-फानन में उत्तर प्रदेश के प्लांट से ऑक्सीजन की आपूर्ति की गई। सोमवार की रात पुलिस ने ग्रीन कॉरिडोर बनाकर दो ऑक्सीजन टैंकरों (19,500 लीटर तरल ऑक्सीजन) को पश्चिम विहार स्थित बालाजी अस्पताल में पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि ट्रैफिक जाम के कारण बॉर्डर पर ऑक्सीजन के टैंकर फंसे हुए थे। लेकिन ग्रीन कॉरिडोर बनाकर इसे वहां से निकाला गया।