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सैमसंग ने ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ का तीसरा सीजन लॉन्‍च किया, जिसमें कम्‍युनिटी और एनवायरनमेंट जैसे थीमों पर स्‍कूल और युवाओं के लिए अलग-अलग ट्रैक्‍स हैं; 2024 एडिशन ने 90 लाख रूपये से ज्‍यादा के अनुदान की पेशकश की

सैमसंग ने ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ का तीसरा सीजन लॉन्‍च किया, जिसमें कम्‍युनिटी और एनवायरनमेंट जैसे थीमों पर स्‍कूल और युवाओं के लिए अलग-अलग ट्रैक्‍स हैं; 2024 एडिशन ने 90 लाख रूपये से ज्‍यादा के अनुदान की पेशकश की

 

 

डीएस तोमर पुणे: सैमसंग, भारत के सबसे बड़े कंज्‍यूमर इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स ब्राण्‍ड, ने अपनी प्रमुख सीएसआर पहल ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ के तीसरे संस्‍करण की घोषणा कर दी है। इसका आयोजन फाउंडेशन फॉर इनोवेशन एण्‍ड टेक्‍नोलॉजी ट्रांसफर (एफआईटीटी), आईआईटी दिल्‍ली, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय और यूनाइटेड नेशंस इन इंडिया के सहयोग से किया जा रहा है। ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ के साथ सैमसंग का लक्ष्‍य देश के युवाओं के बीच अभिनव चिंतन एवं समस्‍या हल करने की संस्‍कृति को बढ़ावा देना है।

‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो 2024’ का उद्घाटन सैमसंग साउथवेस्‍ट एशिया के प्रेसिडेंट एवं सीईओ श्री जेबी पार्क, इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वरिष्‍ठ निदेशक और वैज्ञानिक ‘जी’ डॉ. संदीप चटर्जी और भारत में यूनाइटेड नेशंस के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर श्री शोम्‍बी शार्प ने किया। इस मौके पर अन्‍य पदाधिकारी भी मौजूद थे।

यह सीएसआर कार्यक्रम अभिनव समाधानों की शक्ति और जीवन बदलने में उनकी योग्‍यता को पहचान देता है। इसका मजबूत सामाजिक प्रभाव होता है और सैमसंग का #TogetherforTomorrow #EnablingPeople का नजरिया मजबूत होता है।

इस साल ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ प्रोग्राम ने दो अनूठे ट्रैक पेश किये हैं- स्‍कूल ट्रैक और यूथ ट्रैक। हर ट्रैक एक विशेष थीम का समर्थन करता है और अलग-अलग आयु समूहों पर लक्षित है। दोनों ट्रैक साथ-साथ चलेंगे, ताकि सभी विद्यार्थियों को समान अवसर और स्थितियाँ मिलें।

स्‍कूल ट्रैक 14 से 17 साल तक के विद्यार्थियों के लिये है और इसका थीम है ‘‘कम्‍युनिटी एण्‍ड इंक्‍लूजन’’। यह ट्रैक कम सुविधा-प्राप्‍त समूहों के उत्‍थान के महत्‍व पर जोर देता है। यह सामाजिक नवाचारों के माध्‍यम से स्‍वास्‍थ्‍य की सुलभता बढ़ाने और सभी के सामाजिक समावेश के लिये है और इस प्रकार ‘सॉल्विंग फॉर इंडिया’ है।

दूसरी ओर, यूथ ट्रैक 18 से 22 साल तक के लोगों के लिये है। इसका थीम है ‘‘एनवायरनमेंट एण्‍ड सस्‍टेनेबिलिटी’। यह ट्रैक कार्बन फुटप्रिंट कम करने, पर्यावरण को बचाने और स्‍थायित्‍व को बढ़ावा देने के लिये अभिनव आइडियाज की मांग करता है और इस प्रकार यह ‘सॉल्विंग फॉर द वर्ल्‍ड’ है।

सैमसंग साउथवेस्‍ट एशिया के प्रेसिडेंट एवं सीईओ श्री जेबी पार्क ने कहा‘सैमसंग में हम नए-नए आइडियाज़ और बदलाव लाने वाली टेक्‍नोलॉजीज के माध्‍यम से भविष्‍य को प्रेरित करने और आकार देने की कोशिश में रहते हैं। हमारा मिशन नवाचार करने वालों और सामाजिक बदलाव लाने वालों की अगली पीढ़ी को बढ़ावा देने के इर्द-गिर्द है। ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ वाकई भारत के युवाओं के लिये एक प्‍लेटफॉर्म का आकार ले रहा है, ताकि वे सार्थक नवाचार करें और लोगों का जीवन बेहतर बनाएं।

 

पहले दो संस्‍करणों में हमने सीएसआर की इस पहल का अपनी अगली पीढ़ी पर सकारात्‍मक प्रभाव देखा है। उन्‍होंने नई ऊँचाइयों को छुआ है और सामाजिक उद्यमिता की यात्रा शुरू की है। तीसरे संस्‍करण में दो अलग-अलग ट्रैक की पेशकश करते हुए, हम भारत और दुनिया के लिये साथ-साथ काम करना चाहते हैं। इससे भी महत्‍वपूर्ण है कि प्रमुख सीएसआर कार्यक्रम के माध्‍यम से हम देश में नवाचार के परितंत्र को मजबूती देने में अपनी भूमिका निभाना चाहते हैं।’’

 

इलेक्‍ट्रॉनिक्‍स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाय) के सीनियर डायरेक्‍टर एवं वैज्ञानिक ‘जी’ डॉ. संदीप चटर्जी ने कहा, ‘पर्यावरण और संवहनीय विकास भारत सरकार के प्राथमिकता वाले क्षेत्रों में शामिल हैं। आर्थिक तरक्‍की को गति देने के लिये टेक्‍नोलॉजी को मानवीय क्षमताओं से मिलाने का यह एक महत्‍वपूर्ण मौका है। भारतीय युवाओं के पास नई-नई खोज करने वाला दिमाग और कौशल हैं और वे पर्यावरण की बहुत फिक्र भी करते हैं। तार्किक नवाचारों से दुनिया में जमीनी स्‍तर की विभिन्‍न समस्‍याओं और चुनौतियों को हल किया जा सकता है। ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ जैसे कार्यक्रम युवाओं की शक्ति से भारत सरकार की सोच को साकार करने का सबूत देते हैं।’’

 

आईआईटी दिल्‍ली के निदेशक प्रोफेसर रंगन बेनर्जी ने कहा‘हम ‘सॉल्‍व फॉर टुमॉरो’ प्रोग्राम में सैमसंग के महत्‍वपूर्ण भागीदार बनकर उनके साथ अपनी भागीदारी को जारी रखकर सम्‍मानित महसूस कर रहे हैं। यह गठजोड़ समाज में सकारात्‍मक बदलाव लाने के लिये नवाचार को बढ़ावा देने और युवाओं को सशक्‍त करने की प्रतिबद्धता दिखाता है।’’

 

भारत में यूएन के रेजिडेंट कोऑर्डिनेटर शोम्‍बी शार्प ने कहा मुझे सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम के तीसरे संस्‍करण में भाग लेकर खुशी हो रही है। यह एक रोमांचक पहल है, जो युवाओं द्वारा संचालित नवाचार को प्रोत्‍साहित करती और बढ़ावा देती है, ताकि वे सतत विकास लक्ष्‍यों से जुड़ी चुनौतियों को हल कर सकें। भारत में यूएन का सिस्‍टम निजी क्षेत्र की उन पहलों पर काम करता और सहयोग देता है, जो युवाओं की महत्‍वाकांक्षाओं और नेतृत्‍व को बढ़ावा देती हैं। और सॉल्‍व फॉर टुमॉरो प्रोग्राम भी वैसा ही है। भारत के पास दुनिया में सबसे ज्‍यादा युवा हैं, जो अपनी ऊर्जा और समाधानों से धूम मचा रहे हैं! इसका मतलब यह है कि भारतीय समाधान दुनिया के लिये भी होंगे।‘’

 

सैमसंग सॉल्‍व फॉर टुमॉरो पर एक नजर

कौन भाग ले सकता है: स्‍कूल ट्रैक में 14 से 17 साल तक के लोग एकल या 5 सदस्‍यों तक की टीमों में अपने आइडियाज ‘‘कम्‍युनिटी एण्‍ड इंक्‍लूजन’’ विषय पर दे सकते हैं। और यूथ ट्रैक में 18 से 22 साल तक के लोग एकल या 5 सदस्‍यों तक की टीम में अपनी युक्तियाँ ‘‘एनवायरनमेंट एण्‍ड सस्‍टेनेबिलिटी’’ विषय पर दे सकते हैं

 

आवेदन की थीम:

  1. स्‍कूल ट्रैक में ‘‘कम्‍युनिटी एण्‍ड इंक्‍लूजन’’ स्‍वास्‍थ्‍य की सुलभता बढ़ाकरपढ़ने की विधियों और शिक्षा तक पहुँच को बेहतर बनाकर और सभी का सामाजिक समावेश सुनिश्चित करते हुए कम सुविधा-प्राप्‍त वर्गों को सशक्‍त करने के लिये है
  2. यूथ ट्रैक में ‘‘एनवायरनमेंट एण्‍ड सस्‍टेनेबिलिटी’’ पर्यावरण की सुरक्षाकार्बन फुटप्रिंट कम करने और स्‍थायित्‍व को बढ़ावा देने पर केन्द्रित होगा

उन्‍हें क्‍या मिलेगा: उद्योग के विभिन्‍न विशेषज्ञों से सीधा प्रशिक्षणजैसे कि सैमसंगएमईआईटीवायआईआईटी-दिल्‍ली और भारत में यूनाइटेड नेशंस से तकनीकी सहयोग। इसके अलावाभाग लेने वालों को विशेष में‍टरिंग और कोचिंग मिलेगीताकि वे अपने आइडियाज से प्रोटोटाइप बना सकें। वह इनोवेशन वॉक में जाने का मौका भी पाएंगेजहाँ सैमसंग के लीडर्स से उनकी बातचीत होगी और सफलता के आधार पर प्रोटोटाइप विकसित करने तथा बढ़ाने के लिये अनुदान मिलेंगे

 

स्‍कूल ट्रैक: 10 सेमी-फाइनलिस्‍ट्स टीमें प्रोटोटाइप के विकास के लिये 20000 रूपये का अनुदान और सैमसंग गैलेक्‍सी टैब्‍स पाएंगी। फाइनलिस्‍ट 5 टीमों में से हर एक को प्रोटोटाइप के विकास के लिये 1 लाख रूपये का अनुदान और सैमसंग गैलेक्‍सी वाचेस मिलेंगी

 

यूथ ट्रैक: 10 सेमी-फाइनलिस्‍ट्स टीमों को प्रोटोटाइप के विकास के लिये 20000 रूपये का अनुदान और सैमसंग गैलेक्‍सी लैपटॉप मिलेंगे। 5 फाइनलिस्‍ट्स टीमों में से हर एक को प्रोटोटाइप विकसित करने के लिये 1 लाख रूपये का अनुदान और सैमसंग जेड फ्लिप स्‍मार्टफोन्‍स मिलेंगे

 

विजेताओं को क्‍या मिलेगा:

स्‍कूल ट्रैक: विजेता टीम को सॉल्‍व फॉर टुमॉरो 2024 का ‘‘कम्‍युनिटी चैम्पियन’’ घोषित किया जाएगा और उसे प्रोटोटाइप को आगे बढ़ाने के लिये 25 लाख रूपये का अनुदान मिलेगा। विजेता टीमों के स्‍कूल भी सैमसंग के उत्‍पाद पाएंगे, ताकि शिक्षा को बढ़ावा दे सकें और समस्‍याओं को हल करने की सोच को प्रोत्‍साहन मिले।

यूथ ट्रैक: विजेता टीम को सॉल्‍व फॉर टुमॉरो 2024 का ‘‘एनवायरनमेंट चैम्पियन’’ घोषित किया जाएगा और उसे आईआईटी-दिल्‍ली में इंक्‍युबेशन के लिये 50 लाख रूपये का अनुदान मिलेगा। विजेता टीमों के कॉलेज भी सैमसंग के उत्‍पाद पाएंगे, ताकि शिक्षा को बढ़ावा दे सकें और सामाजिक उद्यमिता को प्रोत्‍साहन मिले।

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