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समूह नल-जल योजनाओं से पानी की नियमित आपूर्ति करें – कलेक्टर

 

समूह नल-जल योजनाओं से पानी की नियमित आपूर्ति करें – कलेक्टर

नल-जल योजनाओं से लाभान्वित गांवों में जागरूकता अभियान चलाएं – कलेक्टर

रीवा विशाल समाचार: कलेक्ट्रेट के मोहन सभागार में आयोजित बैठक में कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल ने जलजीवन मिशन के कार्यों की समीक्षा की। कलेक्टर ने कहा समूह नल-जल योजनाओं के कार्य निर्धारित समय सीमा में पूरा कराएं। पूर्ण नल-जल योजनाओं को ग्राम जल स्वच्छता समिति से संचालित कराकर ग्राम पंचायतों को हैण्डओवर करें। जिन गांवों में नल-जल योजना का कार्य पूरा हो गया है वहाँ पानी की नियमित आपूर्ति करें। छूटे हुए मजरे टोले में पाइपलाइन पहुंचाने के लिए स्वीकृत पूरे प्रस्तावों के अनुसार निर्माण कार्य कराएं। नल-जल योजना से लाभान्वित गांव में जागरूकता अभियान चलाकर आमजनों को नल-जल योजना के लाभों, पानी की गुणवत्ता की जानकारी दें। आमजनता को ग्राम पंचायत द्वारा निर्धारित जल कर की राशि जमा करने के लिए प्रेरित करें। जल जीवन मिशन से स्वीकृत निर्माण कार्यों को तेजी से पूरा कराएं। 

कलेक्टर ने कहा कि कंदैला समूह नल-जल योजना से प्रस्तावित 113 में से 109 गांवों में पेयजल की आपूर्ति की जा रही है। शेष गांवों में भी एक माह में निर्माण कार्य पूरा करके पानी की आपूर्ति कराएं। इसकी सभी टंकियों में प्रतिदिन पूरी मात्रा में पानी भरने की मॉनीटरिंग करें। सलैया, पुरैना, बक्छेरा, पैपखार, बरहा, कटकी आदि गांव में भी समय सीमा में निर्माण कार्य पूरा कराएं। गांव की हर बसाहट में नल से पानी की आपूर्ति सुनिश्चित करें। बाणसागर समूह नल-जल योजना में अभी तक 212 गांवों में सर्वे का कार्य किया गया है। शेष गांवों में भी बेसलाइन सर्वे तत्काल शुरू कराएं। रीवा बाणसागर समूह नल-जल योजना तथा टमस समूह नल-जल योजना के कार्य तेजी से पूरा कराएं। सभी एसडीएम टंकी निर्माण के लिए निर्माण एजेंसी को तत्काल जमीन चिन्हित कर उपलब्ध कराएं। 

कलेक्टर ने कहा कि जल जीवन मिशन की निर्माण एजेंसियाँ अन्य विभागों से समन्वय करके नल-जल योजना के कार्य पूरे कराएं। परियोजना में शामिल प्रत्येक ग्राम पंचायत में किए जा रहे निर्माण कार्य की जानकारी उपलब्ध कराएं। जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी विभिन्न विभागों को जल जीवन मिशन के निर्माण कार्यों के संबंध में निर्देश जारी करें। जल जीवन मिशन से अनापत्ति प्रमाण पत्र मिलने के बाद ही सड़क, नाली निर्माण, नहर निर्माण जैसे कार्य की प्रशासकीय स्वीकृति जारी करें। किसी भी स्थिति में पेयजल की पाइपलाइन को क्षतिगस्त न करें। जल जीवन मिशन की निर्माण एजेंसियाँ पाइपलाइन में उचित संकेतक लगाएं। 

बैठक में जल जीवन मिशन के जिला समन्वयक चित्रांशु ने बताया कि कंदैला नल-जल योजना से अक्टूबर माह से 109 गांवों में पानी की आपूर्ति की जा रही है। जिन गांवों में पाइपलाइन क्षतिग्रस्त हो गई है वहाँ आंशिक आपूर्ति की जा रही है। छूटी हुई बसाहटों में पानी की सुविधा देने के लिए 25 किलोमीटर पाइपलाइन बिछाई जा रही है। बाणसागर समूह नल-जल योजना में इंटेक वेल का कार्य किया जा रहा है। अन्य योजनाओं में भी इंटेक वेल, वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तथा टंकियों का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। कुछ स्थानों में सड़क तथा दो स्थानों में रेलवे लाइन को क्रास करने के लिए प्रस्ताव संबंधित विभागों को अनुमति के लिए भेजे गए हैं। समूह नल-जल योजनाओं के मुख्य निर्माण स्थल में विद्युत सब स्टेशन बनाने के लिए 129 करोड़ रुपए का प्रस्ताव शासन को भेजा गया है। इसमें 60 किलोमीटर हाईटेंशन बिजली की लाइन का भी निर्माण कार्य शामिल है। बाणसागर टमस समूह नल-जल योजना में टंकियों का निर्माण कार्य अन्य योजनाओं की तुलना में पीछे है। बैठक में जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी डॉ सौरभ सोनवणे, सभी एसडीएम, जल जीवन मिशन के अधिकारी तथा निर्माण एजेंसियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे। 

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