इंडियास्किल्स 2024: भारत की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता नई दिल्ली में शुरू होगी, जिसमें 900 से अधिक उम्मीदवार 61 कौशलों में भाग लेंगे
पुणे: इंडियास्किल्स प्रतियोगिता 2024 – कौशल के उच्चतम मानकों को प्रदर्शित करने के लिए डिज़ाइन की गई है। यह देश की सबसे बड़ी कौशल प्रतियोगिता है जो 15 मई 2024 को शुरू होने वाली है। कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) ने यशोभूमि, द्वारका में एक उद्घाटन समारोह का आयोजन किया है जिसमें 30 से अधिक राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के 900 से अधिक छात्र और 400 से अधिक इंडस्ट्री एक्सपर्ट भाग लेंगे।
चार दिवसीय इंडियास्किल्स प्रतियोगिता, प्रतिभागियों को पारंपरिक शिल्प से लेकर अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों तक 61 कौशलों में एक राष्ट्रीय प्लेटफॉर्म पर अपने विविध कौशल और प्रतिभा का प्रदर्शन करने की अनुमति देगी। जबकि 47 कौशल प्रतियोगिताएँ ऑनसाइट आयोजित की जाएंगी और सर्वोत्तम इंफ्रास्ट्रक्चर को ध्यान में रखते हुए 14 प्रतियोगिताएँ कर्नाटक, हरियाणा, उत्तर प्रदेश और गुजरात में ऑफसाइट आयोजित की जाएंगी। प्रतिभागी ड्रोन-फिल्म मेकिंग, टैक्सटाइल वीविंग, लेदर शू मेकिंग और प्रोस्थेटिक्स-मेकअप जैसे 9 एग्जीबिशन स्किल्स में भी भाग लेंगे।
राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता में भाग लेने वाले छात्रों को आईटीआई, एनएसटीआई, पॉलिटेक्निक, इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग, इंस्टीट्यूट ऑफ नर्सिंग और इंस्टीट्यूट ऑफ बायोटेक्नोलॉजी में प्रशिक्षित किया गया है। यह मौजूदा कौशल नेटवर्क में भारतीय युवाओं को मिल रहे अंतरराष्ट्रीय मानक प्रशिक्षण का प्रमाण है।
इंडियास्किल्स के विजेता, सर्वश्रेष्ठ इंडस्ट्री ट्रेनर्स की मदद से, सितंबर 2024 में ल्योन, फ्रांस में होने वाली वर्ल्डस्किल्स प्रतियोगिता के लिए तैयारी करेंगे और 70 से अधिक देशों के 1,500 प्रतियोगियों के साथ प्रतिस्पर्धा करेंगे। इस वर्ष, शुरुआती ट्रेंड्स से यह अनुमान लगाया गया है कि भारत वर्ल्डस्किल्स में ऑटोमोबाइल, हॉस्पिटैलिटी मेक्ट्रोनिक्स और वाटर टेक्नोलॉजी में पदक जीतेगा।
आयोजन के बारे में बात करते हुए कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय (एमएसडीई) के सचिव श्री अतुल कुमार तिवारी ने कहा, इंडियास्किल्स प्रतियोगिता कुशल युवाओं के लिए अवसर के नए रास्ते खोलती है, उन्हें पारंपरिक सीमाओं से परे सपने देखने और वैश्विक मंच पर अपने कौशल का प्रदर्शन करने के लिए सशक्त बनाती है। यह प्रतियोगिता राष्ट्र निर्माण में कौशल और शिल्प कौशल की अमूल्य भूमिका का भी जश्न मनाती है, साथ ही तेजी से तकनीकी प्रगति और डायनमिक ग्लोबल ट्रेंड के बीच हमारे राष्ट्र के भविष्य को आकार देने में कौशल विकास के वास्तविक मूल्य का भी प्रतीक है। उन्होंने आगे कहा कि हमें विश्वास है कि इस साल हम बेहतर प्रदर्शन करेंगे और अपने देश को गौरवान्वित करेंगे।
इस वर्ष, प्रतिभागियों को राष्ट्रीय क्रेडिट फ्रेमवर्क के अंतर्गत क्रेडिट अर्जित करने का अवसर मिलेगा। वर्ल्डस्किल्स और इंडियास्किल्स दोनों प्रतियोगिताओं में प्रदर्शित सभी कौशलों को नेशनल स्किल्स क्वालिफिकेशन फ्रेमवर्क (एनएसक्यूएफ) के साथ सावधानीपूर्वक संरेखित किया गया है, जो प्रतिभागियों को अपने सीखने के परिणामों को श्रेय देने और अपने चुने हुए क्षेत्रों में एक समृद्ध कैरियर का नेतृत्व करने के लिए सशक्त बनाता है। यह भी पहली बार है कि इंडियास्किल्स ने क्यूरेन्सिया नामक एक कॉम्पिटिशन इंफॉर्मेशन सिस्टम को शामिल किया है।
स्किल इंडिया डिजिटल हब (सिद्ध) पोर्टल पर प्रतियोगिता के लिए लगभग 2.5 लाख उम्मीदवारों ने पंजीकरण कराया था, जिनमें से 26,000 हजार को प्री-स्क्रीनिंग की प्रक्रिया के माध्यम से शॉर्टलिस्ट किया गया था। यह डेटा राज्य और जिला स्तरीय प्रतियोगिता आयोजित करने के लिए राज्यों के साथ साझा किया गया था, जिसमें से 900 से अधिक छात्रों को इंडियास्किल्स नेशनल प्रतियोगिता के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया था।
चयन की पूरी प्रक्रिया न केवल प्रतिभागियों के बीच प्रतिस्पर्धा की भावना पैदा करती है, बल्कि यह युवाओं के बीच कौशल विकास और व्यावसायिक प्रशिक्षण की आकांक्षा पैदा करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। विविध अवसरों का प्रदर्शन करके और एक प्रतिस्पर्धी लेकिन सहयोगात्मक वातावरण बनाकर, राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों, उद्योग, शिक्षा जगत की सक्रिय भागीदारी के साथ ऐसी कौशल प्रतियोगिता कुशल कार्यबल के लिए ठोस आधार तैयार करती है जो राष्ट्रीय प्रगति और इनोवेशन को आगे बढ़ा सकती है। इंडियास्किल्स से न केवल युवाओं में नया जोश पैदा करने की उम्मीद है, बल्कि भारत को उसके वास्तविक स्किल हिरो भी मिलेंगे जो बाद में नए भारत के लिए एम्बेसडर के रूप में काम करेंगे।
इस वर्ष, इंडियास्किल्स को टोयोटा किर्लोस्कर, ऑटोडेस्क, जेके सीमेंट, मारुति सुजुकी, लिंकन इलेक्ट्रिक,नामटेक, वेगा, लोरियल, श्नाइडर इलेक्ट्रिक, फेस्टो इंडिया, आर्टेमिस, मेदांता और सिग्निया हेल्थकेयर जैसे 400 से अधिक उद्योग और शैक्षणिक भागीदारों का समर्थन प्राप्त है।