टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट ने अपने 15वें बैच के छात्रों का दीक्षांत समारोह आयोजित किया
पुणे : टोयोटा टेक्निकल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट (टीटीटीआई) ने आज अपने 15वें बैच के छात्रों का दीक्षांत समारोह आयोजित किया। इस मौके पर एक भव्य समारोह का आयोजन किया गया था। इसमें ज्ञान, कौशल, शरीर और ऐटीट्यूट (दृष्टिकोण) के समग्र विकास के साथ-साथ वैश्विक विनिर्माण व्यवहारों पर अपने व्यापक कौशल प्रशिक्षण के सफल समापन को चिह्नित किया गया। इस महत्वपूर्ण कार्यक्रम में ग्रामीण कर्नाटक के 58 नियमित टीटीटीआई छात्रों और 156 टोयोटा कौशल्या पाठ्यक्रम के छात्रों को सम्मानित किया गया। स्नातकों को सम्मानित मुख्य अतिथि परम पूज्य जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देशीकेन्द्र महास्वामीजी द्वारा द्वारा शैक्षणिक सम्मान प्रदान किया गया। इस मौके पर टीकेएम प्रबंधन, टोयोटा समूह की कंपनियों के प्रतिनिधि, आपूर्तिकर्ता, ऑटोमोटिव कौशल विकास परिषद (एएसडीसी), राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) और टोयोटा तकनीकी कौशल अकादमी – जापान, टोयोटा इंडोनेशिया अकादमी के प्रतिनिधियों की उपस्थिति थी। इन लोगों ने टोयोटा के सहयोगियों के बीच ज्ञान की साझेदारी को बढ़ावा देने के लिए इसमें हिस्सा लिया।
टीटीटीआई ने 2007 में अपनी स्थापना के बाद से ग्रामीण युवाओं को उद्योग की जरूरतों के अनुरूप कुशल मानवशक्ति में बदलकर उन्नत प्रौद्योगिकी ज्ञान प्रदान करने और समग्र विकास को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया है। टीटीटीआई की सफलता का एक प्रमुख कारक इसकी लगातार 100% रोजगार दर है। इसके छात्रों को कर्नाटक, संपूर्ण भारत और विदेशों में बेहतरीन नौकरी के अवसर मिलते हैं। हाल ही में शुरू किए गए ‘टोयोटा कौशल्या’ कार्यक्रम को अच्छी प्रतिक्रिया मिली है। यह युवाओं को ‘सीखें और कमाएँ’ रुख के माध्यम से विनिर्माण उद्योग कौशल हासिल करने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। इसमें सैद्धांतिक शिक्षा को ऑन-द-जॉब ट्रेनिंग (ओजेटी) के साथ जोड़ा जाता है। इसके अलावा, जापान इंडिया इंस्टीट्यूट फॉर मैन्युफैक्चरिंग (जेआईएम) का एक हिस्सा होने के नाते, टीटीटीआई जापानी शैली के विनिर्माण कौशल और प्रथाओं को विकसित करने में मदद करता है, जो भारत सरकार के ‘स्किल इंडिया मिशन’ में योगदान देता है।
टीटीटीआई ग्रामीण कर्नाटक में आर्थिक रूप से अक्षम छात्रों को निःशुल्क प्रशिक्षण देकर समावेशिता को बढ़ावा देता है। पिछले कुछ वर्षों में, व्यापक प्रशिक्षण ने छात्रों को इंडिया स्किल्स और वर्ल्ड स्किल्स प्रतियोगिताओं जैसी प्रतिष्ठित प्रतियोगिताओं में उल्लेखनीय उपलब्धियाँ हासिल करने में सक्षम बनाया है। संस्थान का हॉलमार्क आवासीय प्रशिक्षण कार्यक्रम ज्ञान, कौशल और शारीरिक व मानसिक क्षमताओं में समग्र विकास सुनिश्चित करता है, जिससे टीटीटीआई एक प्रतिष्ठित शिक्षण संस्थान बन जाता है। टीटीटीआई नियमित कार्यक्रम (रेग्युलर प्रोग्राम) तीन साल का आवासीय पाठ्यक्रम है, जबकि टोयोटा कौशल्या कार्यक्रम दो साल का आवासीय पाठ्यक्रम है। दोनों ही शरीर और मन, कौशल और ज्ञान के स्तंभों के इर्द-गिर्द तैयार किया गया हैं। टीटीटीआई ने 1,020 छात्रों को तकनीकी प्रशिक्षण देकर स्नातक बनाया है। इस समय इसके छात्रों की संख्या 810 से ज्यादा है और यह वाहन असेंबली, वेल्डिंग, पेंटिंग और मेक्ट्रोनिक्स जैसे ट्रेड (काम) में प्रशिक्षण प्रदान करता है।
मुख्य अतिथि परम पूज्य जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देशिकेंद्र महा स्वामीजी ने कहा, “युवा और प्रतिभाशाली व्यक्तियों की उल्लेखनीय उपलब्धियों पर खुशी मनाने वाले टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान के दीक्षांत समारोह का हिस्सा बनना बहुत खुशी की बात है। टीटीटीआई ने ग्रामीण कर्नाटक के युवाओं को असाधारण प्रशिक्षण और शिक्षा से सशक्त बनाने के लिए अपनी प्रतिबद्धता का लगातार प्रदर्शन किया है। इस तरह की पहल समुदाय के उत्थान में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जिसके परिणामस्वरूप सामूहिक प्रगति और स्थायी सकारात्मक प्रभाव होता है। स्नातक कुशल पेशेवरों को पोषित करने के लिए संस्थान के समर्पण का प्रमाण हैं जो ऑटोमोटिव उद्योग में योगदान देने और उससे आगे के लिए अच्छी तरह से तैयार हैं। जैसे-जैसे वे अपने करियर में कदम रखेंगे, हमें विश्वास है कि वे यहाँ से सीखे गए मूल्यों और कौशल को आगे ले जाएंगे तथा समाज और राष्ट्र के लिए महत्वपूर्ण योगदान देंगे। हम सभी स्नातकों को हार्दिक बधाई देते हैं और एक कुशल व सक्षम कार्यबल को बढ़ावा देने के लिए टीटीटीआई के अटूट समर्पण की प्रशंसा करते हैं।”
टोयोटा किर्लोस्कर मोटर के वित्त एवं प्रशासन के कार्यकारी उपाध्यक्ष श्री जी. शंकरा ने कहा, “टोयोटा में हम ग्रामीण युवाओं को व्यापक 360-डिग्री विकास के माध्यम से विश्व स्तरीय प्रतिस्पर्धी तकनीशियनों में बदलने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हमें यह घोषणा करते हुए गर्व हो रहा है कि आज, 214 स्नातक टोयोटा तकनीकी प्रशिक्षण संस्थान द्वारा प्रशिक्षित 1,000 से अधिक कुशल ग्रामीण युवाओं में शामिल हो गए हैं। कर्नाटक के विभिन्न जिलों से इन स्नातकों ने टोयोटा किर्लोस्कर मोटर में, हमारी मूल्य श्रृंखला के भीतर और यहां तक कि कतर, जॉर्डन और स्लोवाकिया में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्लेसमेंट हासिल किया है। हम परम पूज्य जगद्गुरु श्री शिवरात्रि देशीकेन्द्र महास्वामीजी के आशीर्वाद और दीक्षांत भाषण को सुनकर बहुत सम्मानित महसूस कर रहे हैं। इसके अलावा, हम कर्नाटक के सभी जिलों में 65 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थान (आईटीआई) और सरकारी टूल रूम तथा प्रशिक्षण केंद्र (जीटीटीसी) सक्रिय रूप से विकसित कर रहे हैं, जो प्रिंसिपलों और शिक्षकों के लिए प्रशिक्षकों को प्रशिक्षित करने के कार्यक्रमों, बुनियादी ढांचे के समर्थन और संस्कृति निर्माण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। आज तक, टोयोटा ने पूरे भारत में 110,000 से अधिक युवाओं को प्रशिक्षित किया है, लगातार रोजगार योग्य संसाधनों को बढ़ावा दिया है और समाज व सतत विकास लक्ष्यों में महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
स्नातकों को कई प्रमाणपत्र प्राप्त हुए, जिनमें एनएसी (नेशनल अपरेंटिसशिप सर्टिफिकेट), एएसडीसी प्रमाणपत्र और जेआईएम तथा टोयोटा प्रमाणपत्र शामिल हैं। आज तक, 1,020 छात्र स्नातक हो चुके हैं, जिनमें से 452 टीकेएम में शामिल हुए और शेष 568 ने समूह कंपनियों, आपूर्तिकर्ता कंपनियों और विदेशों में पद प्राप्त किए। इन स्नातकों को उद्योग भर में विभिन्न कंपनियों में शामिल होने का अवसर मिला है।
टीटीटीआई के छात्रों को विश्व कौशल प्रतियोगिता में मान्यता मिली है, जिसमें 2015 में ब्राजील में 1 पदक, 2017 में अबू धाबी में 1 कांस्य और 1 पदक, 2019 में रूस में 1 पदक और 2022 में जर्मनी में 2 कांस्य शामिल हैं। हालिया पुरस्कारों में एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, मेक्ट्रोनिक्स और मैन्युफैक्चरिंग टीम चैलेंज (एमटीसी) में इंडिया स्किल्स जीतना शामिल है, साथ ही सितंबर में फ्रांस में होने वाली विश्व कौशल प्रतियोगिता में प्रतिनिधित्व भी शामिल है।
दीक्षांत समारोह के साथ, टीटीटीआई अपने स्नातकों की सफलता का जश्न मनाता है, जो भारत में कौशल प्राप्त युवाओं की वास्तविक क्षमता का प्रतिनिधित्व करते हैं, उनकी उपलब्धियां देश की प्रगति और विकास में योगदान देने वाले प्रतिभाशाली और कुशल कार्यबल को बढ़ावा देने की कंपनी की प्रतिबद्धता के सार के अनुरूप हैं।