पूणे

आंतरिक ऊर्जा को बढाकर जीवन को संतुलित करें

आंतरिक ऊर्जा को बढाकर जीवन को संतुलित करें

मिसेज यूनिवर्स टॉलरेंस डॉ.प्रचिती पुंडे के विचारः

प्रोलक्स गाला: द ग्लैमोवल एक्स्ट्रावेंगाजा कार्यक्रम की शुरुआत

 

विशाल समाचार नेटवर्क पुणे:  अगर आप कई समस्याओं से खुद को मुक्त करना चाहते हैं तो शरीर के अलावा स्वयं को आज की आधुनिक दुनिया में ग्लैमोवेल पद्धति से आसानी से और कम समय में कार्य जीवन को संतुलन बनाना सीखें. अपनी खुबियों पर चिंतन करके खुद पर नियंत्रण रखें. क्षणिक आवेग,आवेशों और नकारात्मक विचारों को प्रवाहित करें और उचित दिशा दे. ऐसे विचार प्रोलक्स प्रोडक्शन की संस्थापक संचालिका और मिसेज यूनिवर्स टॉलरेंस डॉ. प्रचिती पुंडे ने व्यक्त किए.

प्रोलक्स ग्लैमोवेल की ओर से ८ से ११ अगस्त तक पुणे शहर के विभिन्न स्थानों पर प्रोलक्स गालः द ग्लैमोवेल एक्स्ट्रावेगैंजा कार्यक्रम के माध्यम से एक रैली आयोजित की गई.

हमारे व्यस्त जीवन में ग्लैमर और स्वास्थ्य के बीच संतुलन बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के मुख्य उद्देश्य को लेकर रैली का आयोजन किया गया था. यह रैली बाणेर में स्थित प्रोलेक्स और ग्लैमोवेल मुख्यालय से शहर के विभिन्न स्थानों तक ४ दिनों तक आयोजित की गई थी. डॉ. प्रचिति पुंडे के नेतृत्व में सैकडों नागरिकों ने उत्साहपूर्वक रैली में भाग लिया.

एनसीसी मुख्यालय, टाइम्स एंड ट्रेड और डेक्कन स्थित श्री महावीर जैन विद्यालय में उपस्थित छात्र, कर्मचारी एवं नागरिकों को डॉ. प्रचिति पुंडे द्वारा ३ से ३० सेकंड से भी कम समय में जीवन को आसान बनाने के बारे में संक्षिप्त सुझाव दिए गए.

आयोजित कार्यक्रम में रश्मी मैडम, कमांडर अल्पेश मोहन, ट्रेनर एवं विभागीय एचओडी राजेश सिंह, तरावडे एवं यशराज की उपस्थिति में संपन्न हुआ.

डॉ. प्रचिति पुंडे ने कहा, हम पूरे दिन अपनी आंतरिक ऊर्जा का उपयोग करते हैं. लेकिन हम इसे संग्रहित नहीं करते है. जिससे जीवन असंतुलित हो जाता है. इसे संचय करके मनुष्य अपने जीवन को संतुलित कर सकता है. आज की पीढी मोबाइल और बाहरी दुनिया में खुद को भूल जाते है. इसलिए ग्लैमोवेल के कारण आत्म प्रेरणा की आवश्यकता होती है. एनसीसी छात्रों को आंतरिक मन को ढहने से बचाने के लिए एक्यूप्रेशर पॉइंट और ग्लैमोवेल पर टिप्स दिए.

खुशहाल जीवन के लिए हर किसी से मुस्कुराकर बात करें. डॉ. पुंडे ने कार्यस्थल पर पारस्परिक संबंधों को कैसे प्रबंधित किया जाए इसके बारे में विस्तार से जानकारी दी. बच्चे लगातार मोबाइल फोन के आदी होते जा रहे हैं. सफलता, नौकरी, शारीरिक व्यायाम की कमी उनके सामने हैं. इसे निजात पाने हमें हर चीज से छुटकारा दिलाने के लिए ऊर्जा जागरूकता की युक्तियाँ दी और हमें हमारी समस्याओं को हल करने के तरीके भी सिखाए.

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button