हादसाउत्तर प्रदेश

पटरी के टुकड़े को क्लैंप की मदद से ट्रैक पर बांधा… ट्रेन को पलटाने की थी साजिश!

पटरी के टुकड़े को क्लैंप की मदद से ट्रैक पर बांधा… ट्रेन को पलटाने की थी साजिश!

वाराणसी से अहमदाबाद जा रही साबरमती एक्सप्रेस (19168) के बेपटरी होने की जांच जारी है। जांच में साजिश की आशंका जताई जा रही है। मौके पर मिले पटरी के टुकड़े और क्लैंप से ट्रेन हादसे के पीछे साजिश की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता है। हालांकि एटीएस समेत कई जांच एजेंसियां साजिशकर्ताओं की तलाश में जुटीं हैं। 

 

साबरमती एक्सप्रेस (19168) के शुक्रवार देर रात पनकी क्षेत्र में बेपटरी होने के पीछे साजिश की आशंका जताई जा रही है। ऐसे में एटीएस, पुलिस, आरपीएफ के साथ ही अन्य जांच एजेंसियां सक्रिय हो गई हैं। घटना की जांच के लिए करीब दो हजार लोगों के बयान लिए जाएंगे। इसमें यात्रियों के अलावा टीटीई, गार्ड, वेंडर, क्रॉसिंग के गेटमैन आदि शामिल हैं।

साबरमती एक्सप्रेस गोविंदपुरी स्टेशन से होते हुए भीमसेन स्टेशन की ओर जा रही थी। पनकी क्षेत्र में रात के करीब ढाई बजे किसी चीज से टकराकर ट्रेन के इंजन सहित सभी 22 बोगियां बेपटरी हो गईं थीं। पास में पटरी का एक टुकड़ा और क्लैंप पड़ा मिला था।

 

फोरेंसिक टीम ने आशंका जताई थी कि इस पटरी के टुकड़े को क्लैंप की मदद से ट्रैक पर बांधा गया था। आशंका जताई जा रही है कि ट्रेन को पलटाने की साजिश थी। हालांकि इस पर चढ़ने के बाद ट्रेन पटरी से उतर गई थी। पनकी पुलिस ने शनिवार देर रात सीनियर सेक्शन इंजीनियर महेंद्र प्रताप सिंह सिसोदिया की तहरीर पर अज्ञात पर रिपोर्ट भी दर्ज की थी।

 

पनकी पुलिस ने शनिवार शाम और रविवार दोपहर तक घटनास्थल के नजदीक की इकाइयों के बाहर लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज हासिल किए हैं। फुटेज से संदिग्धों की पड़ताल की जा रही है। पुलिस अधिकारियों ने मामले की गंभीरता को देखते हुए ट्रेन के यात्रियों समेत पूरे स्टाफ के बयान दर्ज करने के लिए निर्देशित किया है।

ट्रेन में 1702 यात्री थे। पनकी पुलिस ने सोमवार को औद्योगिक इकाइयों के कुछ गार्ड समेत कई के बयान लिए हैं। घटनास्थल के ठीक सामने की एक फैक्ट्री के बाहर लगे कैमरे की फुटेज भी ली है। गोविंदपुरी स्टेशन के स्टाफ, रास्ते में पड़ने वाली रेलवे क्रॉसिंग के गेटमैन से भी जानकारी जुटाई जाएगी

प्रयागराज एलआईयू ने की जांच

साबरमती हादसे की जांच के लिए रविवार दोपहर प्रयागराज से एलआईयू की टीम भी घटनास्थल पर पहुंची। उसमें शामिल स्टाफ ने ट्रैक पर काम कर रहे कर्मियों, स्टाफ, रेलवे इंजीनियर और औद्योगिक इकाइयों के गार्ड के बयान लिए। टीम गोविंदपुरी और सेंट्रल स्टेशन भी गई।

एटीएस ने भी किया मुआयना, मांगे फुटेज

एटीएस की टीम ने शनिवार शाम को हादसे वाले क्षेत्र का मौका मुआयना किया। ट्रैक को देखा और रेलवे अधिकारियों से बातचीत की। लोको पायलट और गार्ड से भी जानकारी जुटाई। एटीएस ने पनकी पुलिस से आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज मांगे हैं।

साबरमती एक्सप्रेस हादसे की जांच के लिए एसआईटी गठित

साबरमती एक्सप्रेस हादसे की जांच के लिए डीसीपी पश्चिम ने एसआईटी गठित कर दी है। इंस्पेक्टर पनकी मानवेंद्र सिंह ने नेतृत्व में बनी एसआईटी टीम में अतिरिक्त निरीक्षक सुनील कुमार त्रिपाठी, डीसीपी पश्चिम कार्यालय में तैनात राकेश कुमार सिंह, एसआई पुष्पराज सिंह, मुजम्मिल हुसैन, प्रियंका यादव, कांस्टेबल सुधीर चौधरी, गौरव सिंह, कुलदीप यादव और महिला कांस्टेबल रीनू शामिल हैं।

 

घटना के नाट्य रूपांतरण के लिए फोरेंसिक टीम को भेजा जाएगा पत्र

डीसीपी ने बताया कि घटना के नाट्य रूपांतरण के लिए सोमवार को लखनऊ की फोरेंसिक लैब को सोमवार को पत्र भेजा जाएगा। लखनऊ की फोरेंसिक टीम घटना की नाट्य रूपांतरण के बाद अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। जिसे विवेचना में शामिल किया जाएगा।

 

एटीएस की टीम ने घटना स्थल से जुटाए साक्ष्य

पुलिस सूत्रों के रविवार को एटीएस की तीन सदस्यीय टीम मौके पर पहुंचकर घटना स्थल का निरीक्षण किया। इसके साथ ही लोगों से पूछताछ करने के बाद स्थानीय पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज हासिल की। अन्य अधिकारियों से भी बातचीत कर इसकी जानकारी मुख्यालय भेज दी है।

मेडिकल कराने से चालक का इन्कार

पुलिस सूत्रों के अनुसार एफआईआर लिखे जाने के बाद पुलिस की टीम ने जब लोको पायलट एपी बुंदेला से मेडिकल के लिए कहा गया, तो इन्कार कर दिया। इसके बाद खुद को केबिन में बंद कर लिया। सोमवार को लोको पायलट का मेडिकल कराया जाएगा।

 

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