पुणे में उच्च ब्लडप्रेशर में चिंताजनक वृद्धि: स्वास्थ्य विशेषज्ञ बेहतर स्वास्थ्य के लिए जीवनशैली में बदलाव और वीगन आहार की कर रहे अपील
विशाल समाचार संवाददाता पुणे, : सार्वजनिक स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों से पता चलता है कि पुणे जिले में बड़ी संख्या में पुरुष उच्च ब्लडप्रेशर से प्रभावित हैं। ‘निरोगी आरोग्य तरूणाइचे वैभव महाराष्ट्राचे’ कार्यक्रम के तहत जांच किए गए 31.79 लाख पुरुषों में से 5.53 लाख (17%) से अधिक को उच्च रक्तचाप पाया गया।
उच्च रक्तचाप, जिसे अक्सर ‘साइलेंट किलर’ कहा जाता है, विश्व स्तर पर समय से पहले मौत का एक महत्वपूर्ण कारण है। विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, वैश्विक स्तर पर 4 में से 1 से अधिक पुरुष और 5 में से 1 महिला इस स्थिति से प्रभावित हैं। भारत में स्थिति विशेष रूप से चिंताजनक है।
जेएएमए मेडिकल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन का अनुमान है कि भारत में उच्च रक्तचाप से पीड़ित 90% से अधिक वयस्कों का या तो निदान नहीं किया जाता है, इलाज नहीं किया जाता है, या इलाज किया जाता है, लेकिन वे अनियंत्रित उच्च रक्तचाप के साथ रहते हैं। इस साल की शुरुआत में जारी आईसीएमआर रिपोर्ट में बताया गया है कि स्वस्थ आहार और व्यायाम हृदय रोग और उच्च रक्तचाप को काफी हद तक कम कर सकता है और टाइप 2 मधुमेह को 80% तक रोक सकता है।
फिज़ीशियन्स कमेटी फॉर रिस्पॉन्सिबल मेडिसिन (पीसीआरएम)की इंटरनल मेडिसिन डॉक्टरऔर पोषण विशेषज्ञ डॉ. वनिता रहमान उच्च रक्तचाप के प्रबंधन में आहार और जीवनशैली में बदलाव के महत्व पर जोर देती हैं। “न्यूनतम प्रसंस्कृत पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ खाने से रक्तचाप काफी कम हो सकता है और, कुछ मामलों में, दवा की आवश्यकता कम या समाप्त हो सकती है। न्यूनतम प्रसंस्कृत पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ सोडियम में कम और पोटेशियम और फाइबर से भरपूर होते हैं, जो रक्तचाप को कम करने में मदद करते हैं। ये खाद्य पदार्थ आमतौर पर उच्च रक्तचाप से जुड़ी अन्य स्थितियों, जैसे मधुमेह और उच्च कोलेस्ट्रॉल स्तर में भी सुधार करते हैं।”
न्यूनतम प्रसंस्कृत पौधे-आधारित खाद्य पदार्थ का अर्थ है एक ऐसा शाकाहारी आहार जिसमे किसी भी पशु कृषि उत्पाद का कोई उपयोग ना हो | इसे हम वेगनिस्म भी कहते हैं | न्यूनतम प्रसन्सकर्ण का अर्थ है की हम फल, फूल, वनस्पतियों एवं अन्न् आदि का जितना हो सके उसके मूल रूप मे ही सेवन करे | उदाहरण के तौर पे चिप्स भी वीगन है और उबला हुआ आलू भी. परंतु यहा वज़न इस बात पे दिया जेया रहा है की आप सब्ज़ी को कम से कम प्रसंस्करण करके खायें| कम टला भूना पारंपरिक भारतीय आहार इसका एक अछा उदाहरण है
प्रोग्रेस इन कार्डियोवास्कुलर डिजीज में एक अध्ययन में पाया गया कि पौधे-आधारित आहार उच्च रक्तचाप के खतरे को 34% तक कम कर सकता है। एक अन्य अध्ययन से पता चलता है कि स्वस्थ पौधा-आधारित आहार सूचकांक (hPDI) निम्न रक्तचाप से जुड़ा है, जबकि अस्वास्थ्यकर पौधा-आधारित आहार सूचकांक (uPDI) उच्च रक्तचाप से जुड़ा है।