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IPL 2020, CSK vs DC -दिल्ली की टीम ने चेन्नई सुपर किंग्स का पानी निकाल लिया

युवा ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के आकर्षक अर्धशतक और कैगिसो रबाडा की अगुवाई में गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन से दिल्ली कैपिटल्स ने इंडियन प्रीमियर लीग के 7वें मुकाबले में चेन्नई सुपरकिंग्स को 44 रन हरा दिया। टूर्नामेंट में दिल्ली कैपिटल्स की यह लगातार दूसरी जीत है। 

दिल्ली ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने के बाद तीन विकेट पर 175 रन बनाये और इसके बाद चेन्नई को सात विकेट पर 131 रन पर रोक दिया। शॉ (43 गेंदों पर 64, नौ चौके एक छक्का) और शिखर धवन (27 गेंदों पर 35, तीन चौके, एक छक्का) ने पहले विकेट के लिये 94 रन जोड़कर दिल्ली को अच्छी शुरुआत दिलायी। 

ऋषभ पंत (25 गेंदों पर नाबाद 37) और कप्तान श्रेयस अय्यर (22 गेंदों पर 26) ने भी तीसरे विकेट के लिये 58 रन की साझेदारी निभायी। चेन्नई के बल्लेबाज लगातार दूसरे मैच में नहीं चल पाये। उसकी तरफ से फाफ डुप्लेसिस ने दो जीवनदान मिलने के बाद सर्वाधिक 43 रन बनाये। 

चेन्नई की यह लगातार दूसरी हार है। दिल्ली के लिये रबाडा (26 रन देकर तीन) और एनरिच नोर्जे (21 रन देकर दो) सफल गेंदबाज गेंदबाज रहे। उसके दोनों स्पिनरों अक्षर पटेल (18 रन देकर एक विकेट) और अमित मिश्रा (चार ओवर में 23 रन) ने कसी हुई गेंदबाजी की और चोटिल रविचंद्रन अश्विन की कमी नहीं खलने दी। 

गेंदबाजों का यह प्रदर्शन इसलिए भी महत्वपूर्ण रहा क्योंकि उन्होंने क्षेत्ररक्षकों से खास मदद नहीं मिली। चेन्नई के दोनों सलामी बल्लेबाज शेन वाटसन (14) और मुरली विजय (10) फिर से नहीं चल पाये। 

https://www.youtube.com/embed/lWCvckEgP6c?rel=0&enablejsapi=1 पावरप्ले की समाप्ति पर स्कोर था दो विकेट पर 34 रन। इसके बाद भी स्थिति नहीं बदली क्योंकि दोनों स्पिनरों पटेल और मिश्रा ने बल्लेबाजों को खुलकर नहीं खेलने दिया। दस ओवर के बाद स्कोर तीन विकेट पर 47 रन था और रुतुराज गायकवाड़ (पांच) भी रन आउट होकर पवेलियन में विराजमान थे। पावरप्ले के बाद अगले पांच ओवर तक गेंद सीमा रेखा तक नहीं गयी।

डुप्लेसिस ने शिमरोन हेटमायर से मिले जीवनदान के बाद केदार जाधव (21 गेंदों पर 26) के साथ 54 रन की साझेदारी की लेकिन जरूरी रन और गेंदों के बीच अंतर बढ़ता रहा। जाधव के आउट होने के बाद महेंद्र सिंह धोनी छठे नंबर पर बल्लेबाजी के लिये उतरे। तब टीम को 26 गेंदों पर 78 रन चाहिए थे। 

डुप्लेसिस दूसरे जीवनदान का फायदा नहीं उठा पाये। धोनी 12 गेंदों पर 15 रन बनाकर जबकि रविंद्र जडेजा 12 रन बनाकर पवेलियन लौटे। इससे पहले चेन्नई ने शॉ के खिलाफ पहले ओवर में विकेट के पीछे कैच की अपील नहीं की जबकि गेंद उनके बल्ले से निकलकर गयी थी। शॉ ने इसका पूरा फायदा उठाया। 

पावरप्ले में दिल्ली की तरफ से चारों चौके उनके बल्ले से निकले थे जबकि धवन जूझते हुए नजर आये। सॉव ने आगे भी गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाना जारी रखा। जोश हेजलवुड पर एक शॉट के अलावा उनका हर शॉट किताबी था। उन्होंने 35 गेंदों पर अपना अर्धशतक पूरा किया और फिर जडेजा की गेंद छह रन के लिये भी भेजी। 

इससे पहले धवन ने जडेजा पर छक्के से अपने हाथ खोलने की कोशिश की थी। वह अपने रंग में लौट पाते इससे पहले चावला ने उन्हें एलबीडबल्यू आउट कर दिया। चावला ने इसके बाद शॉ की पारी का भी अंत किया जिन्हें धोनी ने स्टंप आउट किया।

लगातार दो विकेट गंवाने के बाद बीच के ओवरों में रन गति बढ़ाने की जिम्मेदारी पंत और अय्यर पर आ गयी थी लेकिन 13वें ओवर में सॉव के आउट होने के बाद केवल सात चौके लगे। इनमें से पांच चौके पंत ने लगाये। कुरेन का 19वां ओवर बेहद किफायती रहा। 

इसमें उन्होंने केवल चार रन दिये और अय्यर को विकेट के पीछे कैच कराया। मार्कस स्टोइनिस पांच रन बनाकर नाबाद रहे। चेन्नई की तरफ से लेग स्पिनर पीयूष चावला ने पिछले मैच के खराब प्रदर्शन को भुलाकर 33 रन देकर दो विकेट लिये। सैम कुरेन (27 रन देकर एक) दूसरे सफल गेंदबाज रहे।

 

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