80 हजार विद्यार्थियों को प्रशिक्षण और 60 हजार को मिलेगा रोजगार : उच्च शिक्षा मंत्री
रीवा (मध्यप्रदेश):उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा है कि वर्तमान शैक्षणिक सत्र में प्रदेश के 80 हजार महाविद्यालयीन विद्यार्थियों को प्रशिक्षित किये जाने की योजना है। अत: अपने क्षेत्राधिकार में स्थित महाविद्यालयों से प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिये ऐसे विद्यार्थियों की सूची तैयार करे जिन्होंने पूर्व में प्रशिक्षण प्राप्त नहीं किया हो। वर्तमान वर्ष में 60 हजार विद्यार्थियों को रोजगार देने का लक्ष्य है अतः विद्यार्थियों को रोजगार/स्वरोजगार स्टार्टअप प्रेरित करने और मार्गदर्शन प्रदान करने के प्रयास करें। उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. यादव मंत्रालय भोपाल से रीवा में स्वामी विवेकानंद कॅरियर मार्गदर्शन योजना के तहत संभागस्तरीय मार्गदर्शन एवं परामर्श केन्द्र का ऑनलाइन शुभारंभ कर रहे थे।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि योजना की गतिविधियों का संचालन समस्त महाविद्यालयों में सुनिश्चित करने हेतु संभागीय नोडल अधिकारी निरंतर अपने-अपने जिला नोडल अधिकारियों, प्रकोष्ट प्रभारियों से संपर्क स्थापित कर योजना का क्रियान्वयन कराए, ताकि बेहतर परिणाम प्राप्त हो सकें। संभागीय और जिला नोडल अधिकारी क्षेत्रान्तर्गत स्थित उद्योगों से संपर्क कर महाविद्यालयों से एम.ओ.यू. करने के लिये आवश्यक कार्यवाही करें। इन उद्योगों में विद्यार्थियों को रोजगार देने के लिये आवश्यक ड्राइव का आयोजन भी कराने हेतु सम्पर्क स्थापित कर बेहतर प्रयास करें। संगठित क्षेत्र के आलावा असंगठित क्षेत्र में विद्यार्थियों को रोजगार के अवसर निर्मित करने के आवश्यक प्रयास करें, साथ ही आगामी 03 माह की कार्ययोजना बनाकर राज्य नोडल कार्यालय को प्रेषित करें।
मंत्री डॉ. यादव ने कहा कि गत माह फरवरी-मार्च 2021 में अल्पावधि रोजगारोन्मुखी प्रशिक्षण जो कि नरोन्हा प्रशासन अकादमी भोपाल द्वारा ऑनलाइन के माध्यम से संपन्न हुआ था की लिंक कक्षावार मेंटर्स को उपलब्ध कराकर प्रशिक्षण दिया जाए। उसको आधारभूत प्रशिक्षण के रूप में महाविद्यालय के अप्रशिक्षित विद्यार्थियों को प्रशिक्षण देकर लाभान्वित किया जाए। प्रशिक्षण पूर्ण करने वाले विद्यार्थियों कि जानकारी महाविद्यालय के प्राचार्य द्वारा राज्य कार्यालय को प्रेषित की जायें ताकि उन विद्यार्थियों को राज्य कार्यालय द्वारा डिजिटल प्रमाण पत्र प्रदान किया जा सके। संभागवार एवं जिलेवार व्हाटसेप ग्रुप बनाये जायें तथा उन ग्रुप में क्षेत्र के सफल उद्यमी, एनजीओ ऐसे विद्यार्थियों जो अपना स्वयं का व्यवसाय कर रहे हों को भी जोड़ा जाए। प्रत्येक माह शासकीय, अशासकीय, संगठित, असंगठित क्षेत्र में नियोजित होने वाले विद्यार्थियों का डाटा संधारित किया जाए एवं उसकी जानकारी गूगल फॉर्म में दर्ज की जाए।