गोदरेज एंटरप्राइज ग्रुप ने रखा वित्त वर्ष ‘27 तक सुरक्षा समाधान व्यवसाय में 50% आय वृद्धि का लक्ष्य
अंतर्राष्ट्रीय बाज़ार, विनियामक लाभ और नवोन्मेष पर केंद्रित रणनीति वृद्धि को गति देगी
पुणे: गोदरेज एंटरप्राइजेज ग्रुप के अंग गोदरेज एंड बॉयस के सुरक्षा समाधान व्यवसाय ने वित्त वर्ष ‘27 तक आय में 50% वृद्धि दर्ज कर ₹1,500 करोड़ का स्तर हासिल करने का महत्वाकांक्षी लक्ष्य रखा है। यह वित्त वर्ष ‘24 में दर्ज ₹1,000 करोड़ की आय के मुकाबले काफी अधिक है, जो घरेलू स्तर पर विनियामक बदलाव का लाभ उठाते हुए अमेरिका और यूरोप में निर्यात के विस्तार की रणनीति से प्रेरित है।
कंपनी के निर्यात का फिलहाल इस डिविज़न की आय में लगभग 10% योगदान है, जिसमें भारी वृद्धि की संभावना है। वित्त वर्ष ‘27 तक, निर्यात से व्यवसाय की आय का 14-15% हिस्सा आने का अनुमान है, जिसमें अमेरिका और यूरोप की उल्लेखनीय भागीदारी रहने का अनुमान है। मध्य-पूर्व में हाल की भू-राजनैतिक चुनौतियां, जिससे माल ढुलाई की लागत और पारगमन समय प्रभावित हो रहा है लेकिन इन सबके बावजूद कंपनी अत्याधुनिक सुरक्षा समाधानों के साथ वैश्विक बाज़ारों को सेवा प्रदान करने के प्रति अपनी प्रतिबद्धता में दृढ़ बनी हुई है।
गोदरेज एंड बॉयस में सुरक्षा समाधान व्यवसाय के कार्यकारी उपाध्यक्ष और व्यवसाय प्रमुख, श्री पुष्कर गोखले ने कंपनी की वृद्धि योजना के बारे में कहा, “उन्नत सुरक्षा समाधानों की वैश्विक मांग, विशेष रूप से अमेरिका और यूरोप में, हमारे लिए एक ज़बरदस्त अवसर प्रस्तुत करती है। इन क्षेत्रों की वैश्विक बाज़ार में 60% हिस्सेदारी है, और हम अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप नवोन्मेषी और विनियमों का अनुपालन करने वाले उत्पादों के साथ इस मांग को पूरा करने के लिए खुद को रणनीतिक रूप से स्थापित कर रहे हैं।”
अपनी निर्यात रणनीति के अलावा, गोदरेज सुरक्षा समाधानों के अपने विविध पोर्टफोलियो में नवोन्मेष जारी रखे हुए है, जिसमें फायर रेज़िस्टेंट सेफ, वॉल्ट, एक्सेस कंट्रोल सिस्टम और उन्नत अलार्म टेक्नोलॉजी शामिल हैं। इसके उत्पाद भरोसे और विश्वसनीयता का पर्याय बन गए हैं, जो बैंकों, निगमों, रक्षा क्षेत्रों और प्रतिष्ठित सरकारी संस्थानों सहित व्यापक ग्राहक आधार को सेवा प्रदान कर रहे हैं।
घरेलू स्तर पर, व्यवसाय हाल ही में तिजोरियों और तिजोरियों के लिए बीआईएस (भारतीय मानक ब्यूरो) के आदेश जैसे विनियामक विकासों का लाभ उठाने के लिए तैयार है। इस नीतिगत बदलाव से ब्रांड को लाभ मिलने की उम्मीद है, जो पहले से ही भारत में संगठित बी2सी बाज़ार के 80% और बी2बी खंड के 58% को नियंत्रित करता है। इस तरह के विनियमन असंगठित से संगठित खिलाड़ियों के लिए संक्रमण को गति देने के लिए तैयार हैं, जो गुणवत्ता और अनुपालन को प्राथमिकता देने वाली कंपनियों के लिए बाज़ार हिस्सेदारी बढ़ाते हैं।
श्री गोखले ने आगे ज़ोर देते हुए कहा, “सुरक्षा का मतलब अब केवल भौतिक परिसंपत्तियों की रक्षा करने से नहीं जुड़ा है। इसका मकसद मन की शांति और भरोसा बनाना भी है, चाहे घर के बारे में हो, काम की जगह से या सार्वजनिक स्थानों से जुड़ा हो। नवोन्मेष और उत्कृष्टता के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता के साथ हमारा लक्ष्य है, वैश्विक सुरक्षा मानकों को फिर से परिभाषित करना और भारत को विश्व स्तरीय सुरक्षा समाधानों के केंद्र के रूप में स्थापित करना।”
बाज़ार की अग्रणी कंपनी के रूप में, गोदरेज एंटरप्राइजेज समूह दुनिया भर में व्यवसायों और व्यक्तियों की उभरती सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए आधुनिक नवोन्मेष के साथ देश में सुरक्षा परिदृश्य को आकार दे रहा है। गोदरेज ने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना, सतीश धवन स्पेस सेंटर शार (एसडीएससी-शार), स्पेसपोर्ट ऑफ इंडिया और अन्य जैसी कुछ महत्वपूर्ण परियोजनाओं को हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इन पहलों ने न केवल सुरक्षा उपाय बढ़ाएं हैं, बल्कि देश में समग्र संस्थागत ढांचे को भी मजबूत किया है और इससे महत्वपूर्ण राष्ट्रीय परिसंपत्तियों की सुरक्षा के प्रति गोदरेज की प्रतिबद्धता रेखांकित होती है।