वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने राइज़िंग राजस्थान समिट के दौरान राजस्थान में विकास और निवेश को बढ़ावा देने पर ज़ोर दिया
पुणे : वेदांता के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने आज राजस्थान को भारत का स्वीट स्पॉट बताते हुए कहा कि स्थायी अन्वेषण के द्वारा राज्य में कई गुना विकास को सुनिश्चित किया जा सकता है। राइज़िंग राजस्थान समिट को सम्बोधित करते हुए श्री अग्रवाल ने बताया कि राजस्थान में तेलए गैसए पोटाशए रॉक फास्फेटए लैडए जिंक और सिल्वर सहित प्राकृतिक संसाधनों का भंडार है।
ष्दुनिया के सभी सफल देश अपनी भूमिगत संसाधानों के कारण ही विकसित हुए हैं। हमें भी इसी पथ पर बढ़ना होगा। यहां इटली की तुलना में तीन गुना इमारती पत्थर के भंडार हैं। राजस्थान को गुजरात जैसे पड़ौसी ओद्यौगिक राज्य का फायदा भी मिल सकता हैए जो एक बंदरगाह भी है। यहां तेलए गैसए पोटाशए रॉक फास्फेटए लैडए जिंक और सिल्वर के भंडार हैं। अगर आप राजस्थान में निवेश करते हैंए तो आपको जल्द मुनाफ़ा मिलेगा।ष्ष् उन्होंने कहा।
अपने भाषण के दौरान श्री अग्रवाल ने ऐलान किया कि वेदांता आने वाले सालों में राज्य में रु 1 लाख करोड़ का अतिरिक्त निवेश करेगी। उन्होनें नॉन.प्रॉफिट ज़िंक पार्क की स्थापना की योजना की घोषणा भी कीए जो सैंकड़ों एसएमई को ज़मीनए कच्चा माल और उर्जा आपूर्ति उपलब्ध कराएगा तथा तकरीबन 500 नए उद्योगों की स्थापना को बढ़ावा देगा।
राजस्थान के लिए वेदांता की प्रतिबद्धता ने ओद्यौगिक एवं आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है और राजस्थान को 2030 तक 350 बिलियन डॉलर की अर्थव्यव्स्था बनाने की महत्वाकांक्षा को गति प्रदान की है। साथ ही धातुओंए मिनरल्स एवं ओद्यौगिक इनोवेशन के लिए ग्लोबल हब के रूप में इसकी स्थिति को मजबूत बनाया है।
राजस्थान के विकास में योगदान पर रोशनी डालते हुए उन्होंने कहाए ष्ष्ष्2002 के बाद से हमने राजस्थान में रु 1 लाख करोड़ से अधिक निवेश किया हैए 1 लाख से अधिक नौकरियां उत्पन्न की हैं तथा 5000 से अधिक कंपनियों को सहयोग प्रदान किया है। हम गर्व है कि हम राजस्थान के सबसे बड़े करदाता हैं और राष्ट्रीय मुद्राकोष में सालाना रु 500000 करोड़ का योगदान देते हैं। हमने आगामी वर्षों में इस योगदान को तीन गुना करने का लक्ष्य रखा है।