नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति ने देश के विकास का मार्ग प्रशस्त किया है – राज्यपाल
सफल विद्यार्थी के साथ जिम्मेदार नागरिक भी बनें – राज्यपाल श्री पटेल
राज्यपाल ने दीक्षांत समारोह में विद्यार्थियों को प्रदान किया स्वर्ण पदक और उपाधियाँ
रीवा अनिल सिंह संवाददाता: अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय रीवा का बारहवां दीक्षांत समारोह रंगारंग कार्यक्रम के साथ संपन्न हुआ। समारोह के मुख्य अतिथि राज्यपाल तथा कुलाधिपति श्री मंगुभाई पटेल ने विद्यार्थियों को स्वर्ण पदक, पीएचडी तथा स्नातकोत्तर उपाधियाँ प्रदान की। समारोह में विख्यात समाजसेवी श्री अच्युत सावंत को डी लिट् की मानद उपाधि प्रदान की गई। समारोह में विश्वविद्यालय की स्मारिका, दीक्षा पर्व तथा तीन अन्य पुस्तकों का विमोचन किया गया। इस अवसर पर राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि सफेद बाघों की भूमि रीवा में अवधेश प्रताप सिंह विश्वविद्यालय शिक्षा के नए प्रतिमान बना रहा है। विश्वविद्यालय में समाहित विन्ध्य के 9 जिलों के 240 कालेज उच्च शिक्षा की अलख जगा रहे हैं। नई शिक्षा नीति विद्यार्थियों को विकास के नए अवसर देने के साथ देश के विकास का भी मार्ग प्रशस्त कर रही है। नई नीति में जीवन मूल्यों से भरी भावी पीढ़ी का निर्माण हो रहा है। राज्य श्री पटेल शोभा यात्रा में भी शामिल हुए।
समारोह में राज्यपाल ने कहा कि नई शिक्षा नीति में ज्ञान के साथ-साथ कौशल विकास और रोजगार मूलक प्रशिक्षण पर बल दिया गया है। विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त करने के साथ-साथ मानवीय मूल्यों का संरक्षण भी करें। अच्छे और सफल विद्यार्थी बनने के साथ-साथ जिम्मेदार नागरिक बनें। अपने माता-पिता और परिवार के अन्य बुजुर्गों की मन से सेवा करें। जिन्होंने आपको बनाने के लिए अपने जीवन का सर्वस्व समर्पित कर दिया उनकी किसी भी स्थिति में उपेक्षा न करें। राज्यपाल श्री पटेल ने कहा कि अच्छा कॅरियर बनाकर हर विद्यार्थी अपने माता-पिता और विश्वविद्यालय का नाम रोशन करे। वर्तमान जमाना नई सूचना तकनीक का है लेकिन इसके कई खतरे भी हैं। सोशल मीडिया का उपयोग केवल सकारात्मक कार्यों के लिए करें। आज इंटरनेट के माध्यम से डिजिटल अरेस्ट जैसे साइबर अपराध हो रहे हैं। इनसे बचने के लिए विद्यार्थी स्वयं जागरूक हों और दूसरों को भी जागरूक करें।
समारोह में कुलगुरू प्रोफेसर राजकुमार आचार्य ने विश्वविद्यालय की वर्ष भर की उपलब्धियों की जानकारी देते हुए कहा कि विश्वविद्यालय को नेक में बी प्लस प्लस ग्रेड मिला है। विकास कार्यों के लिए 20 करोड़ रुपए मंजूर किए गए हैं जिससे ई लाईब्रोरी और डिजिटल लर्निंग सेंटर स्थापित किया जाएगा। विश्वविद्यालय में डिजी लॉकर में 11 लाख से अधिक अंकसूचियाँ रखकर प्रदेश में दूसरा स्थान प्राप्त किया है। यहाँ के पाँच नवीन कार्यों को पेटेण्ट मिला है तथा तीन स्टार्टअप सफल कंपनी के रूप में कार्य कर रहे हैं। विश्वविद्यालय में लोकपाल की भी नियुक्ति हो गई है। समारोह में श्री शौर्य डोभाल ने कहा कि भारत का भविष्य विश्वविद्यालय में पढ़ रहे विद्यार्थी तय करेंगे। यदि विद्यार्थियों का भविष्य उज्ज्वल है तो भारत का भी भविष्य उज्ज्वल बनेगा। भारत आज राजनैतिक और आर्थिक रूप से बहुत सशक्त है। भारत को विकसित करना है तो यहाँ के विश्वविद्यालयों के परिसरों को समृद्ध करना होगा।
समारोह में विख्यात समाजसेवी अच्युत सावंत ने कहा कि मैंने चार साल की आयु में अपने पिता को खो दिया। मुझे 12 वर्षों तक दो जून की रोटी और शिक्षा के लिए संघर्ष करना पड़ा। मेरे मन में सदैव यही विचार और संकल्प रहा कि सफल बनने से अच्छा है सरल और अच्छा व्यक्ति बनना। मैंने पाँच हजार रुपए में एक छोटा सा संस्थान शुरू किया। आज भुवनेश्वर में कलिंगा विश्वविद्यालय, मेडिकल कालेज, स्कूल तथा कई अन्य संस्थान हैं जिनमें नि:शुल्क आवासीय शिक्षा की व्यवस्था है। इन संस्थानों में लगभग एक लाख विद्यार्थी शिक्षा प्राप्त कर रहे हैं। मुझे विश्वविद्यालय ने डी लिट् की मानद उपाधि देकर मेरे सामाजिक कार्यों को मान्यता देने के साथ मुझे गौरव प्रदान किया है। यह मेरी 63वीं मानद डी लिट् उपाधि है। मैं आप सब विद्यार्थियों से इतना ही कहना चाहता हूँ कि चाहे जितना सफल बनें, चाहे जितना धन कमाएं लेकिन सदैव अच्छा व्यक्ति बनने का प्रयास करें। रीवा का मेरे राज्य उड़ीसा के जगन्नाथपुरी मंदिर से बहुत पुराना नाता है। रीवा के कई राजाओं ने मंदिर में दर्शन करने के साथ बहुमूल्य भेंटे दी हैं।
समारोह में 57 स्वर्ण पदक, 82 पीएचडी उपाधि तथा स्नातकोत्तर उपाधियों का वितरण किया गया। समारोह में पुस्तक शिक्षा संस्कृति एवं नई दिशायें, आध्यात्मिक ज्ञान एवं गांधीवादी विचारधारा तथा ग्लोबल रिसर्च फ्रंटियर जनरल का भी विमोचन किया गया। समारोह में कुलगुरू श्री आचार्य ने अतिथियों को शॉल, श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया। समारोह में विधायक मनगवां श्री नरेन्द्र प्रजापति, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती नीता कोल, कमिश्नर बीएस जामोद, आईजी एमएस सिकरवार, डीआईजी साकेत प्रकाश पाण्डेय, कलेक्टर श्रीमती प्रतिभा पाल, पुलिस अधीक्षक विवेक सिंह, विश्वविद्यालय के प्रोफेसर तथा विद्यार्थी उपस्थित रहे। समारोह का संचालन कुलसचिव सुरेन्द्र सिंह ने किया।