कमिश्नर ने सीतापुर हनुमना एवं बहुती सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा की
रीवा विशाल समाचार संवाददाता. कमिश्नर बीएस जामोद ने सीतापुर हनुमना एवं बहुती सिंचाई परियोजनाओं की समीक्षा करते हुए अधिकारियों को निर्देश दिये कि सर्वे, भू-अर्जन की कार्यवाही कराते हुए व्यवधानों को दूर कर सभी कार्य समय सीमा में हो यह सुनिश्चित करें। कमिश्नर कार्यालय में आयोजित बैठक में सिंचाई विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे। जबकि वीडियो कान्फ्रेसिंग के माध्यम से कलेक्टर सीधी स्वरोचिष सोमवंशी, कलेक्टर सिंगरौली चन्द्रशेखर शुक्ला तथा कलेक्टर मऊगंज अजय श्रीवास्तव बैठक में जुड़े।
समीक्षा बैठक में कमिश्नर ने सीतापुर हनुमना सिंचाई परियोजना से एक लाख 20 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में सिंचाई सुविधा के लिये कराये जा रहे प्रारंभिक स्तर के कार्यों को समय में पूर्ण करने के निर्देश दिये। इस परियोजना से मऊगंज एवं हनुमना के 399 गांवों की 6250 हेक्टेयर भूमि, गुढ़ के 11 गांवों की 3 हजार हेक्टेयर भूमि सहित सीधी, चुरहट, सिहावल, गोपबनास तथा चितरंगी तहसील के गांवों की जमीनें सिंचित होंगी। कमिश्नर ने निर्देश दिये कि परियोजना में निर्माण एजेंसी के प्रतिनिधि के साथ सिंचाई विभाग के अधिकारी सर्वे व अन्य कार्यों के दौरान अवश्य उपस्थित रहे तथा पूर्ण गुणवत्ता के साथ सभी कार्य करायें। उन्होंने बहुती परियोजना में आ रहे व्यवधान को दूर करने के लिये कलेक्टर सीधी को निर्देशित किया। इस दौरान बताया गया कि बहुती परियोजना के सभी स्तर के कार्य प्रगतिरत है।
गोंड सिंचाई परियोजना की समीक्षा के दौरान कमिश्नर ने आवंटित 240 हेक्टेयर भूमि में से 177 हेक्टेयर भूमि के लिये सर्वे दल को एक सप्ताह में रिपोर्ट प्रस्तुत करने के निर्देश दिये। सीधी जिले के प्रभावित 5 गांवों तथा आंशिक प्रभावित 37 गांवों के सर्वे, भूअर्जन की कार्यवाही किये जाने हेतु कमिश्नर द्वारा निर्देशित किया गया। सिंगरौली के कार्यपालन यंत्री संकट मोचन तिवारी के बैठक में अनुपस्थित रहने पर कमिश्नर ने नाराजगी व्यक्त करते हुए कार्यवाही प्रस्तावित करने के निर्देश दिये। बैठक में मुख्य अभियंता सिंचाई विभाग ए.के. डेहरिया ने बताया कि सोनघड़ियाल के लिये प्रस्तावित 2 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में 10 बोरबेल करने के लिये अनुमति अपेक्षित है। कमिश्नर ने सभी औपचारिकताओं की पूर्ति कर पोर्टल में इंट्री करने के निर्देश दिये। कमिश्नर ने बैठक में आगाह किया कि बिना किसी हीलाहवाली के परियोजनाओं के कार्यों में प्रगति लायें तथा नियमित निरीक्षण कर कार्य की गुणवत्ता भी देखें। इस दौरान संयुक्त कलेक्टर श्रेयस गोखले, संयुक्त आयुक्त दिव्या त्रिपाठी सहित सिंचाई एवं वन विभाग के अधिकारी उपस्थित रहे।