हादसासीतामढ़ी

…..रीगा थाना में पुलिसिया गुंडागर्दी चरम पर, टॉयलेट में युवकों को बेरहमी से पीटा, ₹10,000 रिश्वत लेकर छोड़ा

…..रीगा थाना में पुलिसिया गुंडागर्दी चरम पर, टॉयलेट में युवकों को बेरहमी से पीटा, ₹10,000 रिश्वत लेकर छोड़ा

 

.…. शिकायत करने पर दोबारा मारने की धमकी, एसआई नेहा कुमारी पर सख्त कार्रवाई की मांग

कुणाल किशोर सीतामढ़ी संवाददाता 

सीतामढ़ी:  बचाओ बचाओ की यह आवाज सोमवार को रीगा थाना के परिसर में गूंज रही थी, दर्द और कराह भरी यह आवाज सुनने वालों का करेजा फट रहा था,खासतौर पर थाना में पदस्थापित महिला पुलिस कर्मियों के मुंह से आह आह निकल रही थी, लेकिन चाहकर भी वह कुछ कर नहीं सकती थी। कारण था कि एक व्यक्ति पर लाठी डंडा सब इंस्पेक्टर नेहा कुमारी और थाना प्रभारी संजीव कुमार एवं एसआई मनीष कुमार उनके साथ एक कांस्टेबल बरसा रहे थे। पुलिस वालों की इस दबंगई का शिकार हो रहा था संग्राम फंदह के दो भाई मुकेश कुमार और शिवम कुमार

 

.….क्या है मामला

रीगा थाना में पुलिस की दबंगई का खौफनाक मामला सामने आया है, जहां प्रशिक्षु दरोगा नेहा कुमारी और थानाध्यक्ष संजीव कुमार ने संग्राम फंदह गांव के मुकेश कुमार और शिवम कुमार को ज़मीनी विवाद के मामले में थाने बुलाकर टॉयलेट में ले जाकर बेरहमी से पीटा, जिससे उनके शरीर पर गंभीर चोटें आईं, जिसकी पुष्टि मेडिकल रिपोर्ट में भी हुई है। पीड़ितों का आरोप है कि पुलिस ने ₹10,000 रिश्वत लेकर उन्हें छोड़ा, लेकिन जब उन्होंने वरीय पदाधिकारी से शिकायत की बात कही, तो फर्जी मुकदमे में फंसाने और दोबारा पीटने की धमकी दी गई। न्याय की गुहार लेकर पीड़ित एसपी अमित रंजन से मिलने उनके कार्यालय पहुंचे, लेकिन एसपी मीटिंग में थे, जिस कारण आवेदन कार्यालय में जमा कर दिया गया। यह पहला मामला नहीं है, रीगा थाना पहले भी निर्दोषों को झूठे मामलों में फंसाने, पैसे वसूलने और हिरासत में बर्बरता से पिटाई के लिए बदनाम रहा है, लेकिन हर बार आरोपीपुलिसकर्मियों को बचा लिया जाता है। स्थानीय लोगों में भारी आक्रोश है और जनता प्रशिक्षु दरोगा नेहा कुमारी थानाध्यक्ष संजय कुमार एवं मनीष कुमार को तत्काल सस्पेंड कर कानूनी कार्रवाई की मांग कर रही है। पीड़ित ने डीएम को भी स्पीड पोस्ट के माध्यम से इस घटना की शिकायत भेजी है, अब देखना यह है कि प्रशासन क्या सख्त कदम उठाता है या फिर हर बार की तरह मामला दबा दिया जाएगा।इस बाबत एसपी अमित रंजन ने बताया कि टेलीफोनिक सूचना दी गई है।पीड़ित मिलने के लिए भी आया था। लेकिन मीटिंग में रहने के कारण कार्यलय में आवेदन देने को कहा गया है।दिए गए आवेदन के आधार पर जांच कर कार्रवाई की जाएगी।

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