उत्तर प्रदेश

धर्मात्मा निषाद आत्महत्या प्रकरण पर शोक जताया

धर्मात्मा निषाद आत्महत्या प्रकरण पर शोक जताया 

विशाल समाचार संवाददाता यूपी

धर्मात्मा निषाद मेरे पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता थे. जिनके आत्माहत्या कर लिए जाने की सूचना से मै स्तब्ध हूँ. धर्मात्मा का निधन बेहद दुःखद और मेरे लिए व्यक्तिगत क्षति है. ईश्वर से प्रार्थना करता हूँ की उनकी पवित्र आत्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान दें. मैंने हमेशा धर्मात्मा का अपने स्तर से हर संभव सहयोग किया है. लेकिन इस दौरान धर्मात्मा निषाद के सोशल मीडिया अकॉउंट से मेरे और मेरे परिजनों के खिलाफ एक बेहद दुर्भाग्यपूर्ण और पूरी तरह से असत्य टिप्पणी की गई है. मुझे पूरा भरोसा है कि धर्मात्मा ये कभी नहीं कर सकते. इस पोस्ट के जरिये मेरी और मेरे परिवार के साथ मेरी पार्टी की छवि धूमिल करने की कोशिश की गई है. इसलिए मै इस पूरे मामले की निष्पक्ष जांच चाहता हूं. ताकि सच सामने आए कि आखिर धर्मात्मा ने किन प्रस्थितियों में ये कदम उठाया और किस व्यक्ति द्वारा ये पोस्ट कर हम सबकी छवि धूमिल करने का प्रयास किया गया।

 

धर्मात्मा निषाद मैं बात करना चाहता हूं धर्मात्मा निषाद के बारे में एक ऐसा युवा नेता जो लोगों की मदद और राजनीतिक रूप से मजबूत और मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति था एक मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कैसे अपने जीवन को त्याग सकता है यह बहुत बड़ा संदेह का विषय है क्योंकि जीवन त्यागने वाला कभी मानसिक रूप से मजबूत नहीं हो सकता वह बीमार होता है जो की धर्मात्मा निषाद नहीं था तो क्या इसके पीछे कोई गहरी साजिश है संजय निषाद को बदनाम करने के लिए या निषाद पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता को काम करने के लिए धर्मात्मा निषाद को राजनीतिक शिकार बनाया गया क्या पोस्ट किया गया शब्द धर्मात्मा निषाद का ही है क्योंकि फेसबुक जैसे प्लेटफार्म को सुसाइड लिखने का भरपूर शब्दों को गढ़ करके लिखने का प्लेटफॉर्म बनाया गया जिसमें ऐसा भी हो सकता है किसी के द्वारा यह पोस्ट लिखी गई हो और धर्मात्मा को मजबूर किया गया हो कि तुम आत्महत्या करो क्योंकि एक मानसिक रूप से मजबूत व्यक्ति कभी आत्महत्या कर ही नहीं सकता जो समाज के लिए लड़ रहा हो वह अपने आप से कैसे हार सकता और अपनी लड़ाई को खत्म कैसे कर सकता है यह बिल्कुल जांच का विषय है और जांच होना चाहिए क्या धर्मात्मा निषाद डिप्रेशन के शिकार थे और लड़ाई लड़ने वाले व्यक्ति के साथ तो हमेशा एक विरोधी मैदान में होता ही है वह कोई भी हो सकता है तो क्या लड़ने वाला व्यक्ति विरोधी के दर से आत्महत्या कर सकता है इसका राजनीतिक फायदा किसको मिलना है मैं धर्मात्मा निषाद फेसबुक पोस्ट के लिखे गए शब्दों को ध्यान से पढ़ा की पूरी तरीके से कहानी बनाई गई क्या सुसाइड नोट लिखने वाला व्यक्ति इस कंडीशन में रहता है इतनी गहरी बातें करने वाला व्यक्ति क्या सुसाइड कर सकता है मुझे तो इस पर डाउट लग रहा है आपका क्या राय है निषाद धर्मात्मा निषाद एक मजबूत क्रांतिकारी युवा नेता लोगों की मदद करने वाला था या उसके पोस्ट के हिसाब से एक हारा हुआ इंसान आप खुद ही तय करें की धर्मात्मा निषाद की सुसाइड के पीछे पीछे किसका हाथ हो सकता है किसको राजनीतिक फायदा इससे मिल सकता है समाज को गुमराह करके कोई क्या हासिल कर सकता है

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