आरोग्यपूणे

फ्लू को हराएँ और कामकाज में बने रहें सेहतमंद 

फ्लू को हराएँ और कामकाज में बने रहें सेहतमंद 

 

पुणे: हर साल फ्लू से दुनियाभर में करोड़ों लोग प्रभावित होते हैं। सालाना 1 अरब से अधिक मामलों में से करीब 30 से 50 लाख बेहद गंभीर होते हैं। इसे सिर्फ एक मौसमी परेशानी समझ लेना गलत होगा। फ्लू को अक्‍सर आम सर्दी-जुकाम मान लिया जाता है, लेकिन यह आपकी रोजमर्रा की ज़िंदगी और कामकाज दोनों को बुरी तरह प्रभावित कर सकता है।

 

फ्लू से बचाव का सबसे असरदार तरीका है टीका लगवाना। लेकिन कई लोग जानकारी की कमी या गलतफहमियों के कारण वैक्सीन नहीं लगवाते।

 

कामकाजी पेशेवर लोगों को फ्लू का विशेष जोखिम रहता है। चाहे आप किसी शहर के ऑफिस में काम करते हों या किसी छोटे-से कस्‍बे के कारखाने में कर्मचारी हों, फ्लू आपकी घरेलू और कामकाजी जिन्‍दगी पर असर डाल सकता है। कई लोग बीमार होने के बावजूद काम पर जाते हैं और ऐसे में उनकी उत्‍पादकता कम होती है तथा दूसरों को भी फ्लू हो जाता है। इसके अलावा, डॉक्‍टर के पास जाने, दवाओं और संभावित रूप से अस्‍पताल में भर्ती होने पर खर्चा बढ़ेगा ही।

 

एबॉट इंडिया के मेडिकल डायरेक्टर, डॉ. जेजॉय करनकुमार ने कहा, “फ्लू आपके कामकाज की उत्पादकता को प्रभावित कर सकता है। भारत में पहले से ही संक्रमण से जुड़ी बीमारियों का दबाव हमारी स्वास्थ्य प्रणाली पर है। ऐसे में फ्लू के टीकाकरण को लेकर जागरूकता फैलाना बहुत ज़रूरी है। वैक्सीन आपके शरीर को फ्लू से लड़ने की ताकत देती है। यह केवल आपकी सुरक्षा के लिए नहीं, बल्कि पूरे समाज के स्वास्थ्य को बचाने का एक प्रभावी तरीका है, जिससे आर्थिक और सामाजिक नुकसान भी कम हो सकता है।”

 

भारत में फ्लू का टीका लगवाने की स्थिति अब भी शुरूआती अवस्‍थाओं मे हैं, लेकिन जागरूकता के बढ़ने से ज्‍यादा लोग इसकी सुरक्षा का लाभ ले सकते हैं।

 

डॉ. महावीर मोदी, सलाहकार पल्मोनोलॉजिस्ट, रुबी हॉल क्लिनिक, पुणे, ने भी कहा, “फ्लू से बचाव के लिए टीकाकरण सबसे प्रभावी तरीकों में से एक है। फ्लू वैक्सीन सुरक्षित, प्रभावी है और हर साल सबसे आम वायरस स्ट्रेनों से मेल खाने के लिए अपडेट की जाती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) फ्लू वायरस पर नज़र रखता है और इसे साल में दो बार इन्फ्लूएंजा सीजन के अनुसार अपडेट करता है। केवल एक वार्षिक टीका फ्लू की गंभीरता को काफी हद तक कम कर सकता है और निमोनिया जैसी गंभीर जटिलताओं को रोक सकता है। टीकाकरण के जरिए न केवल आप खुद को सुरक्षित रखते हैं, बल्कि अपने आसपास के लोगों की भी सुरक्षा में योगदान देते हैं।”

 

भारत में फ्लू के सबसे आम वायरस है सबटाइप A(H1N1) और A(H3N2)। फ्लू सर्दियों और मानसून में सबसे आम होता है और संक्रमित लोगों के खांसने, छींकने या बात करने के दौरान निकलने वाली बूंदों से फैलता है।

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