लखनऊ : समाजवादी पार्टी अपने सभी पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि व्हाट्सऐप, फेसबुक, ट्विटर तथा अन्य डिजिटल प्लेटफार्म अनुशासित, मर्यादित, शालीन और संयमित भाषा का ही प्रयोग करने के निर्देश दिए हैं। सार्वजनिक जौर पर कोई भी अभद्र, मानहानिकारक और विद्वेषपूर्ण टिप्पणी को पार्टी अनुशासनहीनता की श्रेणी में है, इससे सबको बचना है।
सपा के प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम ने सभी जिला व महानगर अध्यक्ष, जिला उपाध्यक्ष, निर्वतमान अध्यक्ष, सांसद, पूर्व सांसद, विधायक, पूर्व विधायक, जिला पंचायत अध्यक्ष, सदस्य, ब्लाक प्रमुख, सभी प्रकोष्ठों के अध्यक्ष तथा अन्य पदाधिकारियों को पत्र लिखकर इस आशय का निर्देश दिया है। लिखा है कि हमारी किसी भी टिप्पणी या पोस्ट से किसी पर अनर्गल आक्षेप ना हो। पार्टी नेता के खिलाफ कोई बात आए तो उसे भी आगे ना बढ़ाएं। इस तरह के कृत्यों से पार्टी और नेतृत्व की छवि प्रभावित होती है।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव से शुक्रवार को ज्योतिर्मठ बद्रीका आश्रम तथा शारदापीठ के शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द के शिष्य प्रतिनिधि ब्रह्मचारी रामानंद ने मुलाकात की। उन्होंने अखिलेश यादव को उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री बनने का शंकराचार्यजी द्वारा दिए गए आशीर्वाद की जानकारी दी। ब्रह्मचारी रामानंद ने बताया कि शंकराचार्य स्वामी स्वरूपानन्द का मानना है कि अखिलेश यादव में राज्य को सम्हालने की क्षमता है। जनता उन्हें ही सन् 22 में मुख्यमंत्री चुनेगी। अखिलेश यादव ने आशीर्वचन के लिए आभार जताते हुए उनका श्रद्धापूर्वक नमन किया। शिष्य प्रतिनिधि ने अखिलेश यादव को पूज्य स्वामी स्वरूपानन्द की ओर से शिवलिंग, स्फटिक एवं रूद्राक्ष की माला तथा शाल भेंट किया। यह जानकारी सपा प्रवक्ता राजेंद्र चौधरी ने दी।